Fennel Seeds uses in Hindi । सौंफ के फायदे एवं नुकसान :
आज के आर्टिकल Fennel Seeds के फायदे एवं नुकसान में हम बात करेंगे की Fennel Seeds के फायदे क्या है । सौंफ के फायदे कैसे करता है । Fennel Seeds के सामान्य dose क्या है यानी कितने मात्रा में खाना चाहिए। Fennel Seeds के फायदे, नुकसान और साइड इफेक्ट क्या है । इसलिए आप हमारे आर्टिकल पर बने रहे आपको सौंफ से जुड़ी हरेक जानकारी मिलेगी
जब भी कभी खांसी, सर्दी जुकाम होती या बाल, स्किन में कोई समस्या है या फिर उससे संबंधित कोई परेशानी होती है तो ऐसे में डॉक्टर आपको इस से रिलीफ पाने के लिए कई प्रकार की टैबलेट,सिरप बैगराह लिखते है। लेकिन सौंप एक घरेलू मेडिसिन की तरह काम आती है। जिसका उपयोग विशेष रूप से इन सभी समस्याओं के इलाज करने के लिए किया जाता है। जिसके बारे में आज हमलोग डिटेल में जानेंगे।
सौंफ के बारे में जानकारी । Fennel Seeds uses in Hindi :
Table of Contents
- 1 सौंफ के बारे में जानकारी । Fennel Seeds uses in Hindi :
- 2 सौंफ क्या है? | What is Fennel Seeds in Hindi :
- 3 सौंफ के फायदे । Fennel Seeds Benefits in Hindi :
- 4 सौंफ के नुकसान । Side effects of Fennel seeds in Hindi :
- 5 सौंफ के औषधीय गुण । Medical properties of Fennel Seeds in Hindi :
- 6 सौंफ का उपयोग कैसे करें । सौफ खाने के तरीके । How to eat Fennel Seeds in Hindi :
- 7 सौंफ का पानी से फायदे। Fennel Seeds water in Hindi :
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Fennel Seeds एक तरह का मसाला है जो दिखने में बिलकुल जीरे के समान होता है लेकिन जीरा के कलर से थोड़ा चेंज होता है यानी जीरा का रंग भूरा होता है और Fennel Seeds का रंग हल्का हरा जैसा होता है। सौंफ का पौधा गाजर के परिवार से ही संबंधित है। भारत में हर घर में गर्म और भीनी खुशबू वाली सौंफ को जाना जाता है। यहां तक कि भारतीय सौंफ का इस्तेमाल खाने में भी किया जाता है। खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में सौंफ का सेवन सबसे अधिक प्रचलित है। लेकिन इसके पीछे भी वैज्ञानिक रीजन है। अभी के समय में सौंफ का सबसे बड़ा उत्पादक भारत है। इसके अलावा रूस, रोमानिया, जर्मनी और फ्रांस में सौंफ की खेती की जाती है।
दक्षिण भारत खासतौर पर कश्मीर और गुजरात में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। सबसे अधिक दक्षिण भारत में सौंफ के पानी को पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। पूर्वी भारत में पंच फोरना मसालों के मिश्रण में सौंफ प्रमुख सामग्रियों यानी इंग्रिडियंट में से एक है। मूल रूप से सौंफ भूमध्यसागरीय क्षेत्र से संबंध रखती है। सबसे पहले ग्रीक में इसकी खेती की गई थी और यहीं से पूरे यूरोप में इसका फैलाव हुआ। अपने औषधीय गुणों के कारण सौंफ दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भी लोकप्रिय हो गई।
सौंफ के बारे में कुछ खास जानकारी :
- वानस्पतिक नाम : फोनिकुलम
- सामान्य नाम : सौंफ
- संस्कृत नाम : मधुरिका
- उपयोगी भाग : बीज, डंठल, पत्तियां, फूल और गांठ।
- भौगोलिक विवरण : पूरे विश्व में सौंफ की खेती की जाती है। सौंफ के कुल उत्पादन में भारत का हिस्सा लगभग 60% है। भारत के राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्य में प्रमुख तौर पर सौंफ की खेती की जाती है।
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सौंफ क्या है? | What is Fennel Seeds in Hindi :
Fennel Seeds वनस्पति से प्राप्त होने वाला एक खास सुगंधदार वाला बीज है, इसका अंग्रेजी नाम फेनल (Fennel) और वैज्ञानिक नाम फीनिक्युलम वल्गरे है। जिसका इस्तेमाल विशेष रूप से चाय व अन्य कई मीठे पकवानों की सुगंध बढ़ाने के लिए किया जाता है। सौंफ में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण भी पाए जाते हैं और इसलिए कई समस्याओं के इलाज के लिए इसे एक घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में हजारों सालों से Fennel Seeds का इस्तेमाल अलग-अलग दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। यह दुनियाभर के सभी हिस्सों में एक मसाले के रूप में भी प्रचलित है।
सौंफ को एक नेचुरल माउथ फ्रेशनर या पाचन बढ़ाने वाले बीजों के तौर पर पहचाना जाता है। वहीं, आयुर्वेदिक तरीकों से सौंफ से कई प्रकार की दवाएं और घरेलू नुस्खों में भी यह काफी प्रयोग किया जाता है।
सौंफ का औषधीय उपयोग भी किया जाता है। आपको बता दे सौंफ के पूरे पौधे का इस्तेमाल किया जाता है अलग अलग तरीके से । इसके फूलों और पत्तियों से गार्निशिंग यानी खाने के ऊपर डाली जाती है। सौंफ के पौधे की पत्तियों और डंठल को सलाद में लिया जाता है। सौंफ के बीजों का प्रमुख तौर पर इस्तेमाल एंटासिड और मुंह की बदबू दूर करने के लिए माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है। सौंफ के सूखे फल को चबाने से मुंह में लार का उत्पादन बढ़ता है। शराब, सूप, मीट से बने व्यंजन और पेस्ट्री आदि में फ्लेवर के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल किया जाता है।
सौंफ के फायदे । Fennel Seeds Benefits in Hindi :
Fennel Seeds का उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में खुशबू लाने के लिए किया जाता है। साथ ही सौंप का पाउडर बनाकर सेवन किया जाता है। भारतीय लोग चाय में सौंफ के बीज डालकर पीना पसंद करते हैं। हालांकि, सौंफ का इस्तेमाल सिर्फ व्यंजनों में खुशबू व स्वाद लाने के लिए नहीं बल्कि कई घरेलू उपचारों में भी किया जाता है।
- त्वचा को निखारेने में । Fennel Seeds Improve skin in Hindi : सौंफ के गुण में त्वचा का ध्यान रखना भी शामिल है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीएलर्जिक गुण त्वचा की सुंदरता बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। मसलन, सौंफ की भाप चेहरे के स्किन टैक्सचर को बनाए रख सकती है। इसके लिए एक लीटर उबलते पानी में एक चम्मच सौंफ डालें। उसके बाद तौलिये से अपने सिर को गले तक कवर करके पांच मिनट तक भाप लें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से त्वचा की चमक बढ़ सकती है।
- आंखों की रोशनी के लिए सौंंफ के फायदे । Fennel Seeds Improve Digestion in Hindi : आंखों की छोटी-मोटी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सौंफ काफी कारगर साबित हो सकती है। अगर किसी की आंखों में जलन या फिर खुजली हो रही है, तो सौंफ की भाप आंखों पर लेने से राहत मिल सकती है। इसके लिए सौंफ को सूती कपड़े में लपेटकर हल्का गर्म करके आंखों को सेंक सकते हैं। ध्यान रहे कि यह अधिक गर्म न हो। आंखों की रोशनी बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सौंंफ में विटामिन-ए पाया जाता है। इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती उम्र में भी आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होने से बच सकती है।
- अच्छी नींद के लिए । Fennel Seeds help good sleep in Hindi : सौंफ के अनेक गुणों में से एक गुण यह भी है कि यह अच्छी नींद लाने में मदद कर सकती है। सौंफ में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह अच्छी नींद और नींद के समय को बढ़ा सकती है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि मैग्नीशियम अनिद्रा दूर भगाने में भी मददगार हो सकती है।
- वजन कम करने में मददगार । Fennel Seeds help weight loss in Hindi : फाइबर से भरपूर सौंफ बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी लाभदायक हो सकती है। यह न सिर्फ वजन कम करने में सहायक होती है, बल्कि शरीर में अतिरिक्त वसा को बनने से भी रोकती है। कोरिया में हुए एक शोध के मुताबिक सौंफ की एक कप चाय पीने से भी बढ़ते वजन को रोका जा सकता है।
- अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं के लिए । Fennel Seeds Improve asthma in Hind : एक इजिप्टियन शोध के मुताबितक सौंफ को सदियों से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। यह ब्रोनिकल मार्ग को साफ कर श्वास क्रिया को दुरुस्त रखती है। न्यूट्रिशनल ज्योग्राफी की वेबसाइट के अनुसार फेफड़ों की सेहत के लिए सौंफ लाभदायक है। इसके अतिरिक्त, सौंफ में पाए जाने वाले पाइथोन्यूट्रिएंट्स अस्थमा के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।
- सांसों की दुर्गंध दूर करे : सौंफ का उपयोग आमतौर पर सांसों की ताजगी बनाए रखने के लिए किया जाता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाने मात्र से ही सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। सौंफ चबाने से मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है, जो बैक्टीरिया को दूर करने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त सौंफ के गुण ये भी हैं कि यह मुंह के संक्रमणों से भी बचा सकती है।
- कॉलेस्ट्रोल : सौंफ में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में लाभदायक होता है। फाइबर, कोलेस्ट्रोल को खून में घुलने से रोकता है और इस प्रकार दिल की बीमारियों से भी बचाव कर सकता है।
- कफ से निजात : सर्दी में कफ की समस्या आम हो जाती है और आमतौर पर छोटे बच्चों को इससे कुछ ज्यादा ही परेशानी होती है। ऐसे में किचन में रखी सौंफ इस समस्या से आसानी से छुटकारा दिला सकती है। सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कफ जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
- मस्तिष्क के लिए फायदेमंद : सेहतमंद शरीर के लिए मस्तिष्क का चुस्त-दुरुस्त होना भी आवश्यक है और इसमें सौंफ बड़ी भूमिका निभा सकती है। सौंफ में विटामिन-ई और विटामिन-सी पाए जाते हैं। विटामिन-सी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे बढ़ती उम्र में मस्तिष्क की समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती है। वहीं, विटामिन-ई एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोक सकता है।
- हर्निया के उपचार में सहायक : चीन में सौंफ का उपयोग हर्निया के उपचार के लिए किया जाता रहा है और कुछ स्रोत इस बात की पुष्टि भी करते हैं। वैसे यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि हर्निया के उपचार में सौंफ कारगर है या नहीं, लेकिन उपचार के तौर पर इसका इस्तेमाल करने से पहले आप किसी डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- मधुमेह से बचाने में : एक शोध के अनुसार सौंफ में पाया जाने वाला तेल मधुमेह रोगियों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। यह खून में शर्करा की मात्रा को कम कर मधुमेह के खतरे को भी कम कर सकता है । सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं।
- सेहतमंद लीवर के लिए : वैज्ञानिक खोज के अनुसार, सौंफ का उपयोग प्राचीन समय से चिकित्सा के रूप में किया जा रहा है। लिवर की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं, जो लीवर को सेहतमंद बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। सौंफ में सेलेनियम की मात्रा भी पाई जाती है, जो लीवर की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने में सहायक हो सकता है।
- सौंफ का उपयोग लाए पाचन शक्ति में सुधार : पाचन व चयापचय यानी मेटाबॉलिज्म में सुधार सौंफ में पाया जाने वाला विशेष फाइबर (Dietary Fiber) कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है, जिससे पाचन प्रणाली को सामान्य रूप से कार्य करने में मदद मिलती है। सौंफ में विटामिन बी6 भी पाया जाता है, जो कार्बोहाइड्रेट्स को ग्लूकोज और प्रोटीन को अमीनो एसिड में तोड़कर शरीर को ऊर्जा व शक्ति प्रदान करता है।
- सौंफ बीज के लाभ दिलाएँ मासिक धर्म दर्द से राहत : मासिक धर्म में लाभ मासिक धर्म के दौरान सौंफ के तेल या सौंफ के पौधे का रस निकालकर उसका सेवन करने से दर्द को कम किया जा सकता है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अधिक दर्द होता है, वे डॉक्टर से अनुमति लेकर सौंफ का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- बच्चे के पेट में कोलिक दर्द में लाभ : स्तनपान करने वाले जिन शिशुओं को कोलिक का दर्द हो रहा है उनके लिए सौंफ का सेवन लाभदायक हो सकता है। सौंफ में मौजूद तत्व कोलिक के दर्द को कम करने में मदद करते हैं, जिससे बच्चे को राहत मिल पाती है। वैसे आपको कितनी मात्रा में सौंफ देना है वह बच्चों के डॉक्टर से संपर्क करें।
- उच्च रक्तचाप कम करने में : जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उनके लिए भी सौंफ एक लाभदायक घरेलू उपचार बन सकता है। सौंफ में पोटेशियम, कैल्शियम और मैगनिशियम समेत कई आवश्यक तत्व पाए जाते हैं, जो बढ़े हुए रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं।
- सौंफ खाने के फायदे रखें हृदय संबंधी समस्याएं को दूर : हृदय को स्वस्थ रखने में सौंफ में पोटेशियम, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन बी-6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स आदि पाए जाते हैं, जो एलडीएल को कम करने के साथ-साथ दिल को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। सौंफ में काफी मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो रक्त में कोलेस्टेरॉल की कुल मात्रा को कम करता है और परिणामस्वरूप हृदय स्वस्थ रहता है।
- सौंफ का फायदा हड्डियों के लिए : हड्डियों को मजबूत बनाने में सौंफ में मौजूद विटामिन और मिनरल हड्डियों का निर्माण करने और उन्हें शक्ति देने में मदद करते हैं। सौंफ में मौजूद पोटेशियम हड्डियों को संरचना प्रदान करता है। हड्डियों में मौजूद विटामिन के हड्डियां टूटने के खतरे को कम करता है।
- सौंफ के औषधीय गुण करें कैंसर से संरक्षण : कैंसर के खतरे को कम करने में सौंफ में सेलिनियम (Selenium) नामक एक विशेष मिनरल पाया जाता है, जो बहुत ही कम फलों व सब्जियों में पाया जाता है। सेलिनियम लीवर की एंजाइम गतिविधियों को बढ़ाता है, जिसकी मदद से कई कैंसर कारक यौगिकों को शरीर से निकालने में मदद मिलती है। सेलेनियम सूजन कम करने और ट्यूमर को रोकने में भी मदद करता है।
- मॉर्निंग सिकनेस : Fennel Seeds से महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से राहत मिल सकती है। उल्टी और जी-मिचलाना मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण होते हैं और आमतौर पर ये लक्षण प्रेगनेंसी के चौथे सप्ताह में दिखने लगते हैं। हालांकि, मॉर्निंग सिकनेस सुबह के समय होती है, लेकिन इसका प्रभाव दिन भर रह सकता है। एक कप सौंफ की चाय या इसे चबाने से मॉर्निंग सिकनेस से छुटकारा मिल सकता है। इतना ही नहीं, इससे पेट की गैस और अन्य छोटी-मोटी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
- कैंडिडा से बचाने के लिए : कैंडिडा का एक प्रकार फंगस है, जो मुंह, नाक और कान जैसे शरीर के अन्य भागों में हो सकता है। वैसे तो यह हानिकारक नहीं होता है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह बढ़ सकता है और समस्या उत्पन्न कर सकता है। सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंडिडा से बचा सकते हैं।
- बालों का चमकदार बनाने में : सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल जैसे गुण बालों की विभिन्न समस्याओं से छुटकारा दिला सकते है। बालों में डैंड्रफ, सिर में खुजली और बालों का गिरना ये कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे निजात दिलाने में सौंफ कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए सौंफ का मिश्रण तैयार करना होगा और उससे अपने बालों को धोना होगा। इससे बालों की उम्र लंबी हो सकती है। नीचे बताई गई विधि के अनुसार इस मिश्रण को तैयार किया जा सकता है।
- सामग्री : दो कप पानी, तीन चम्मच सौंफ का पाउडर।
- बनाने की विधि : सौंफ के पाउडर को पानी में डालकर अच्छी तरह से मिला लें। मिश्रण तैयार होने के बाद उसे 15 मिनट के लिए रख दें।
- कैसे उपयोग करें : बालों को अच्छी तरह से शैंपू करने के बाद तैयार किए गए मिश्रण से बालों को धोएं। ऐसा करने से बालों के गिरने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
सौंफ के फायदे जानने के बाद चलिए अब जानते हैं कि इसमें कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
सौंफ के नुकसान । Side effects of Fennel seeds in Hindi :
यदि Fennel Seeds को उचित मात्रा में भोजन में मिलाकर इसका सेवन किया जा रहा है, तो यह आमतौर पर सभी के लिए सुरक्षित होता है। वैसे यदि इसे अधिक मात्रा में या लगातार लंबे समय तक लिया जा रहा है, तो इसे कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं जैसे उल्टी, मतली, पेट में दर्द व जलन आदि। यदि अधिक मात्रा में सौंफ का सेवन कर रहे हैं, तो शरीर में पोटेशियम का स्तर अत्यधिक बढ़ सकता है। पोटेशियम का स्तर बढ़ने से गुर्दे संबंधी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है।
सौंफ के औषधीय गुण । Medical properties of Fennel Seeds in Hindi :
Fennel Seeds में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिनके बारे में हम ऊपर जिक्र कर चुके हैं। सौंफ में विटामिन सी, ई, के, जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। वजन कम करने से लेकर पाचन को दुरुस्त करने और त्वचा की चमक बढ़ाने बालों को खूबसूरत बनाने तक सौंफ काफी लाभदायक होता है।
सौंफ का उपयोग कैसे करें । सौफ खाने के तरीके । How to eat Fennel Seeds in Hindi :
सौंफ का सेवन इस प्रकार कर सकते हैं –
- Fennel Seeds को हल्का सा ड्राइ रोस्ट करके पीस लें और फिर इसे सब्जी, सलाद, दही और सूप आदि में छिड़कर सेवन कर सकते हैं।
- गर्मियों में सौंफ की चाय बनाकर भी पी सकते हैं
- हाउथ फ्रेशनर के तौर पर तो सौंफ का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करते ही हैं। इसका टेस्ट बढ़ाने के लिए मिश्री के दाने भी मिला सकते हैं।
- अगर आपको दूध पीना अच्छा नहीं लगता तो उसमें सौंफ मिलाकर पी सकते हैं। सौंफ मिलाकर दूध को उबाल लें और फिर छानकर गर्मागर्म सेवन करें।
- एक कप चाय में ¼ सौंफ मिला कर सेवन करें।
- सौंफ के कुछ दानों को कुछ देर के लिए मुंह में डालकर चबाएं।
- खीर में भी सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सौंफ का अधिक सेवन कुछ लोगों के शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है, इसलिए डॉक्टर द्वारा सुझाई गई मात्रा के अनुसार ही सौंफ का सेवन करना चाहिए।
सौंफ का पानी से फायदे। Fennel Seeds water in Hindi :
अगर आप Fennel Seeds को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो यह सौंफ के सेवन का एक आसान तरीका हो सकता है। इसके लिए एक चम्मच सौंफ को रातभर के लिए एक गिलास पानी में फिगोकर रख दें। सुबह इस पानी का सेवन कर सकते हैं। सौंफ का पानी डिटॉक्स वाटर की तरह काम करता है और मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है। इस पानी का नियमित तौर पर सेवन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जिसमें वजन घटाने में मदद मिल सकती है और पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
सौंफ मिश्री के फायदे :
सौंफ और मिश्री का सेवन अच्छे माउथ फ्रेशनर के तौर पर किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। Fennel Seeds और मिश्री मिलाकर खाने से सेहत अच्छी रहती है। जिंक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। यह पोषक तत्व सेहत को अच्छा बनाए रखते हैं।
- गर्मी के मौसम में Fennel Seeds और मिश्री को मिलाकर खाने से पेट में ठंडक भी मिलती है। यह दोनों चीजें आखों के लिए बहुत अच्छी होती हैं।
- सौंफ और मिश्री मिलाकर खाने से न सिर्फ मुहं में फ्रेशनेस आती बल्कि इसे पाचन की प्रक्रिया तुरंत एक्टिव हो जाती है।
- सौंफ और मिश्री के सेवन से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है। सौंफ और मिश्री मिलाकर खाने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है और शरीर के ब्लड फ्लो में भी सुधार होता है ।
- आंखों को लंबे समय तक स्वस्थ रखना चाहते हैं तो सौंफ और मिश्री का सेवन करें। इससे न सिर्फ नजर में सुधार होता बलकी यह चश्मा हटाने में भी मददगार साबित हो सकता है।
- अगर खांसी और गले में खराश है तो सौंफ और मिश्री मिलाकर खाएं, राहत मिलेगी।
- सौंफ और मिश्री मिलाकर खाने से मुंह का PH लेवल बना रहता है और बैक्टीरिया भी दूर रहते हैं।
निष्कर्ष : Fennel Seeds in Hindi आर्टिकल में हमने Fennel Seeds in Hindi बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की है जैसे कि Fennel Seeds के फायदे, नुकसान, कैसे उपयोग किया जाता है साथ ही Fennel Seeds क्या है आदि। तो दोस्तो आशा करती हूं कि आपको हमारा Fennel Seeds in Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़ी कोई सवाल या जवाब है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।
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Bsc Nursing ( 2 year Experience)