अगर आप भी डायबिटीज से परेशान हैं तो अपनाएं ये 7 घरेलू उपाय रहेगी डायबिटीज कंट्रोल

डायबिटीज के मरीज अगर करेंगे ये 5 फल और सब्जियों का इस्तेमाल तो होगी डायबिटीज कंट्रोल
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How To Control Diabetes । डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगा फायदा :

शुगर की बीमारी को कई लोग डायबिटीज़ , कुछ लोग मधुमेह, कुछ शक्कर की बीमारी के नाम से जानते हैं डायबिटीज एक ऐसा रोग है जिसका जड़ से खत्म होने का कोई इलाज नहीं है लेकिन कंट्रोल में किया जा सकता है । डायबिटीज़ की बीमारी को लोग बहुत ही हल्के में बहुत ही सामान्य में लेले लेते हैं । जबकि यह एक जानलेवा बीमारी है । भारत में लगभग 70% से 75 %लोग डायबिटीज़ की बीमारी से ग्रसित हैं ।

सबसे पहले आप ये जान लें कि डायबिटीज के लक्षण क्या होते हैं। टाइप-1 डायबिटीज होने पर लक्षण बहुत तेजी से दिखते हैं, वहीं टाइप-2 डायबिटीज में शुरुआत में काफी लक्षण नजर आते हैं। ये हैं टाइप-1 और टाइप-2 के शुरुआती लक्षण हैं।

डायबिटीज़ के लक्षण | Diabetes Symptoms in Hindi :

  • अधिक भूख एवं प्यास लगना
  • अधिक पेशाब आना
  • ब्लड में अतिरिक्त शर्करा से तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो सकता है। व्यक्ति अपने हाथ और पैरों में झनझनाहट महसूस करता है साथ ही हाथ-पैरों में दर्द एवं जलन हो सकती है। जिसे बार बार हाथ पैरों का सुन्न भी कह सकते हैं ।
  • डायबिटीज में व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है जिससे कि मसूड़ों का संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और मसूड़े कमजोर होकर दाँत ढीले हो सकते है। मुंह से बदबू आने की परेशानी का भी खतरा रहता है ।
  • हमेशा थका महसूस करना
  • वजन बढ़ना या कम होना
  • मुंह का बार बार सुखना
  • संक्रमण के प्रति शरीर का ज्यादा संवेदनशील होना
  • आँखों से जुड़ी परेशानी होना , आँखों का धुंधला होने लगना
  • शरीर पर कोई भी घाव लगने पर जल्द ठीक ना होना
  • घाव का पकने लगाना
  • महिलाओं में बार बार केंडिड इन्फेक्शन होना

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How To Control Diabetes | डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय :

डायबिटीज के आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय (Ayurvedic And Home Remedies for Diabetes)

जामुन के बीज : डायबिटीज के आयुर्वेदिक इलाज में जामुन के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। इसका चूर्ण बना लें। अब इसे सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें।इससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।

अंजीर के पत्ते : अंजीर के पत्तों को खाली पेट चबाने या पानी में उबाल कर पीने से मधुमेह कंट्रोल रहता है। अंजीर के पत्तों में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।

मेथी : मधुमेह के रोगियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। मेथी के बीज खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। इसके लिए आपको एक चम्मच मेथी के बीज को रात भर एक गिलास पानी में भिगोकर रखना है। सुबह खाली पेट बीज समेत पानी को पी लें। आपको इसके आधे घंटे तक कोई दूसरी चीज नहीं खानी है।

जैतून का तेल : जैतून के तेल का उपयोग करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। इससे ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल को कम करने में मदद मिलती है। जैतून के तेल से ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहता है। लंबे समय तक जैतून के तेल का उपयोग करने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम रहता है।

आंवला : आंवला डायबिटीज में भी फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी से पाया जाता है। आंवला में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं। आंवला खाने के 30 मिनट में ब्लड शुगर लेवल कम किया जा सकता है। आप आंवला पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

नीम : नीम के पत्ते चबाने और रस पीने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। इसके अलावी नीम में एंटी-डायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं। ये सभी तत्व मधुमेह भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

लहसुन : लहसुन को आयुर्वेद में काफी इस्तेमाल किया जाता है सभी के घरों में खाने में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है लहसुन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने और मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके लिए रातभर लहसुन की 2-3 कलियों को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इन्हें चबाकर खा लें।

दालचीनी : खड़े मसालों में दालचीनी सभी के घर में इस्तेमाल होती है। दालचीनी से डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसमें मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते हैं। दालचीने के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप रोज आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करें।

अंगूर के बीज : डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अंगूर के बीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है। इनमें ब्लड शुगर कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते हैं। अंगूर के बीज को पीस कर चूर्ण बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। अंगूर के बीज में विटामिन ई, फ्लेवोनोइड्स, लिनोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं जो डायबिटीज के इलाज में प्रभावी होते हैं।

एलोवेरा : पिछले काफी समय से आयुर्वेद में एलोवेरा का इस्तेमाल किया जा रहा है। मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए भी एलोवेरा के जूस का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। एलोवेरा जूस पीने से रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद मिलती है एलोवेरा में हाइड्रोफिलिक फाइबर, ग्लूकोमानन और फाइटोस्टेरॉल जैसे तत्व होते हैं जिससे ब्लड शुगर कम रहता है।

सहजन : सहजन जिसको ज़्यादातर लोग ड्रमस्टिक्स के नाम से भी जानते हैं । यह दक्षिण भारत के भोजन में काम आती है और साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं में काम आती है । सहजन की फली का सेवन और या फिर सहजन की पत्तियों के रस का सेवन भी डायबिटीज़ की परेशानी को कम करने में सहयोगी होता है ।

प्रतिदिन सुबह खाली पेट अलसी का चूर्ण– गरम पानी के साथ लेने से डायबीटीज को कम किया जा सकता है। अलसी में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण यह फैट और शुगर का उचित अवशोषण करने में सहायक होता है। अलसी के बीज डाइबीटीज़ के मरीज़ की भोजन के बाद की शुगर को लगभग 28 प्रतिशत तक कम कर देते हैं।

ग्रीन टी : ग्रीन टी में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल पाया जाता है। ये एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट है। जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार है। प्रतिदिन सुबह और शाम ग्रीन टी पीने से फायदा होगा ।

करेले का रस : रोजाना सुबह में करेले के रस का सेवन करना या करेले की सब्जी का सेवन करना भी डायबिटीज़ की बीमारी को नियंत्रित करने का काम करता है ।

अगर इसमें से कोई भी एक दो उपाय डेली रूटिंग में शामिल करेंगे तो आपको आपके स्वास्थ में बहुत आरामदायक महसूस होगा साथ ही ज्यादा मेडिसिन की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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