diarrhea in Hindi : डायरिया के कारण, लक्षण, रोकथाम , घरेलू उपचार और 5 सबसे बेस्ट दवाई?

diarrhea in Hindi
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Diarrhea :-

Diarrhea में मल पतला होकर बार बार बड़ी मात्रा में आता है। जब खाया गया भोजन पेट पचा नहीं पाता है,तब वह अनपचे भोजन के साथ पतला दस्त आता है इसी को Diarrhea कहते हैं।

Diarrhea in Hindi:- 

डायरिया सबसे आम बीमारियों में से एक है। ये हल्के, अस्थायी स्थिति से लेकर संभावित रूप से जानलेवा तक हो सकते हैं। विश्व स्तर पर, अनुमानित रूप से लगभग हर साल दस्त के 2 बिलियन मामले होते हैं, और 5 साल से कम उम्र के करीबन 1.9 मिलियन बच्चे (ज्यादातर विकासशील देशों में), दस्त से मर जाते हैं। दस्त में असामान्य रूप से ढीले या पानी के मल की विशेषता होती है। गांव की एरिया में इसको पेट झड़ना कहते है। हिंदी में इसको अतिसार कहते है। एक्यूट diarrhea में मल की संख्या बहुत अधिक हो जाती है तथा यह बहुत पतला होता है इस प्रकार बार बार आने वाले दस्तों को Diarrhea कहते है। Diarrhea अचानक होकर एक से दो दिन रहता है । इसमें रोगी एक दिन में तीन से अधिक बार दस्त जाता है। जब कोष्ठ में अधिक मल जमा होता है, तो यह अतिसार द्वारा बाहर निकलता है। Diarrhea रोग प्रायः पेट से संबंधित समस्या के परिणाम हुआ करता है। भोजन के बाद पहले दस्त आना कई रोगियों में पाई जाने वाली प्रथम अवस्था है। Diarrhea रोग मुख्यता बच्चो की मृत्यु का मुख्य कारण है। Diarrhea रोग 5 वर्षो से कम आयू वर्ग के बच्चो को अधिक प्रभावित करके उनमें निर्जलीकरन डिहाइड्रेशन कर देता है। अपने देश में अधिकांश यह रोग आजकल फैलता है। ग्रामीण क्षेत्रों में क्विलीफाइड चिकित्सकों के अभाव के कारण इस रोग से पीड़ित बहुत से बच्चे अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं।

Diarrhea Meaning in Hindi :-

बाहर का कुछ दूषित खा- पी लेने की वजह से लगभग हर कोई अपने जीवन में कभी न कभी पर दस्त या डायरिया से ग्रस्त अवश्य होता है। दस्त में अधिक लगातार, ढीला, पानी का मल आता है। आपको दस्त ( diarrhea meaning in Hindi ) दूषित भोजन खाने या दूषित पानी पीने के बाद या कभी किसी अन्य व्यक्ति के संपर्क में रहने के बाद हो सकता है।अतिसार के अधिकांश मामलों में बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी होते हैं।

दस्त या डायरिया के विषय में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :-

  • दस्त के ज्यादातर मामलों में इसके होने का कारण बैक्टीरिया, वायरस या पैरासाइट होते हैं।
  • इन्फ्लैमटॉरी बोवेल डिजीज जैसे क्रोहन और अल्सरेटिव कोलाइटिस भी दस्त का कारण हो सकती हैं।
  • एंटीडायरियल दवाईंयां दस्त में आराम पहुंचा सकती हैं।
  • बच्चों में दस्त का इलाज करने के लिए जिंक सप्लीमेंट देना चाहिए।
  • कुछ पोषण और प्रोबायोटिक हस्तक्षेप दस्त को रोकने में मदद कर सकते हैं।

डायरिया (दस्त या लूज मोशन) के कारण । diarrhea causes in Hindi :–

  • संक्रामक या इंफेक्शन कारण से– ई कोलाई, विव्रियो कोलेरी, बिव्रियो पैराहिमोलिटिक्स, स्टेफिलोकोकस, ओरियास, बैसिलस सीरियस आदि के कारण से भी Diarrhea होता है।
  • वायरल– रोटावायरस एवं अन्य वायरस के कारण।
  • प्रोटोजोअल– ई हिस्तोलिटिका, जियार्डिय लैंबली।
  • हैलमिंथिक– ट्राइचूरिस ट्राईचुरा ।
  • नॉन इन्फेक्शन कारण में– दूषित भोजन या जल, पाचन तंत्र में दोष, मानसिक तनाव, भय या शोक, फिकल इन्फेक्शन से उत्पन्न Diarrhea, कुछ मामलों में साइड इफेक्ट्स से भी Diarrhea हो सकती है।
  • अन्य कारण– पाचन तंत्र में दोष, आमाशय रसों का कम होना अथवा बिल्कुल न बनना, दूषित मध का उपयोग करना, यूरीमिय, हाइपर थाइराडिज़्म , आमाशय में कृमि, अर्श गृहणी, पाचन शक्ति से अधिक खाना।
  • आंत की गतियों को बढ़ाने वाले यांत्रिक वा रसायनिक खाद को अधिक मात्रा में सेवन करने से।

बच्चो में डायरिया (दस्त या लूज मोशन) होने के कारण इन सब के आलावा भी निम्न है :–

  • ग्रीष्म ऋतु होने के कारण।
  • निर्धन वर्ग के लोगों एवम बच्चे, जो स्तनपान करके बोतल से दूग्धपान करने वाले बच्चों में यह रोग अधिकता से मिलता है।
  • गाय के दूध से एलर्जी
  • दांत निकलने के समय बच्चा अपनी गंदी आंगली और अन्य चीजें उठाकर मुख में रख लेता है, जिससे इन्फेक्शन होकर दस्त शुरू हो जाते है। इस प्रकार से Diarrhea (दस्त या लूज मोशन) के बच्चे एवं एडल्ट में कुछ कारण है।

डायरिया के लक्षण । diarrhea symptoms in Hindi :–

  • रोगी को बार बार पतले दस्त आता है
  • पेट में भारीपन वा गुड़गुड़ाहट
  • पेट में मरोड़, कभी कभी उल्टी भी हो सकती है।
  • कभी कभी दस्त के साथ ब्लड भी आता है।
  • पेट में दर्द
  • ठंडे पसीना आना
  • स्किन ठंडी होना
  • थकान
  • बेहोशी
  • वजन कम
  • डिहाइड्रेशन
  • जी मचलाना
  • जीभ सूखना

बच्चो में इसकी लक्षण इन सभी के अलावा भी है जो निम्न है :–

  • दस्त की संख्या बढ़ जाती है
  • मल पतला पानी के जैसा होता है इसमें दही के चकते जैसे होता है।
  • कुछ दिन में हल्का बुखार हो सकता है।
  • बच्चो में कभी कभी पोटेशियम की कमी से पेट फूल जाता है

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बच्चो को diarrhea में डॉक्टर को कब दिखाएं :–

जैसे ही आपको गंभीर दस्त के लक्षण महसूस होये जो नीचे दिए गए हैं जैसे:

  • 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को एक डॉक्टर को देखना चाहिए, अगर उन्हें 24 घंटे के भीतर दस्त ( diarrhea meaning in Hindi ) का दस्तक होना चाहिए या उल्टी के तीन बोतों के होने चाहिए।
  • लगातार डायरिया,
  • निर्जलीकरण,
  • महत्वपूर्ण वजन घटाने,
  • मल में मवाद,
  • मल में खून, जो मल को काला कर सकता है,
  • कोई भी व्यक्ति जो सर्जरी के बाद दस्त का अनुभव करता है

डायरिया (दस्त या लूज मोशन) के डायग्नोसिस। इन्वेस्टिगेशन of diarrhea in Hindi :–

  • सूक्ष्मदर्शी यंत्र द्वारा रोग के कारणों को पता लगाए।
  • stool culture
  •  blood test – TLC, DLC
  • सीरम इलेक्ट्रोलाइट्स
  • सीरम
  • यूरिया वा क्रियटिन।

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डायरिया (दस्त या लूज मोशन) का घरेलु इलाज कैसे करे। डायरिया (दस्त या लूज मोशन) के रोगी की देखभाल और पांच बेस्ट मेडिसिन :–

  • ओरल रिहाइड्रेशन कराए।
  • एक वर्ष की काम आयु वर्ग के छोटे बच्चे में रिंगर लेक्टेट द्वारा 30/40ml/kg प्रथम तीन घंटो में देते है। उसके बाद मुंह के द्वारा ORS 40ml/kg दिया जाता है।

बैक्टेरियल डायरिया (दस्त या लूज मोशन) में कुछ मेडिसिन : –

  • टेरामाइसिन कैप्सूल 250 mg प्रत्येक 6 घंटे के अंतराल में।
  • सिप्रोजिल टेबलेट 1गोली दिन में दो बार एक सप्ताह तक।
  • सिफरान सी टी टेबलेट एक गोली दिन में दो बार एक सप्ताह।
  • Diarrhea (दस्त या लूज मोशन) में उपयोग होने वाले कुछ मेडिसिन जैसे :–
  • Aldiamycin पेय व्यस्को को दो चम्मच बच्चो को एक चमच दिन में 4 बार।
  • डिपेंडल एम सस्पेंशन व्यस्कों में 40 ml एक वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में आधा चम्मच एक से पांच वर्ष तक आयु के बच्चों के लिए दो चम्मच इन सभी को दिन में तीन बार।
  • लोमोफेन टेबलेट बच्चो के लिए 1/4 से 1/2 गोली 6 घंटो पर तथा वयस्क के लिए 2 गोली प्रत्येक 6 घंटो पर Diarrhea (दस्त या लूज मोशन) ठीक होने तक सेवन करे।
    नोट– 6 वर्ष से कम आयु के बच्चो के लिए कमला या जैंडिस में प्रयोग निषेध है।
  • Becosule कैप्सूल एक कैप्सूल दो बार प्रतिदिन सात दिन तक।
  • इंजेक्शन flagyl एक कैप्सूल दो बार प्रतिदिन एक सप्ताह तक।

डायरिया या दस्त का निवारण :-

दस्त अक्सर एक संक्रमण ( इन्फेक्शन ) के कारण होता है।आप दस्त के जोखिम से बच सकते हैं अगर आप उच्च स्तर की स्वच्छता बनाए रखें।

उदाहरण के लिए, आपको यह करना चाहिये :-

  • शौचालय जाने और भोजन खाने या तैयारी करने से पहले साबुन और गर्म पानी के साथ अपना हाथ अच्छी तरह से धो लें
  • दस्त के प्रत्येक दौरे के बाद निस्संक्रामक के साथ संभाल और सीट सहित शौचालय को साफ करें
  • तौलिये, कटलरी या अन्य घरेलू सदस्यों के साथ बर्तन बांटने से बचें
  • विदेशों में यात्रा करते समय अच्छे भोजन और पानी की स्वच्छता का अभ्यास करना भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि संभावित असुरक्षित नल का पानी और अंडरकेकुड भोजन से बचने।

डायरिया (दस्त या लूज मोशन) का घरेलू उपचार:–

  1. डायरिया की बीमारी का सबसे सही घरेलू उपचार है कि शरीर में पानी और नमक की कमी को दूर किया जाए। इसीलिए व्यक्ति को ज्यादा पानी पीने की आवश्यकता होती है। घरेलू इलाज में ओआरएस(ORS) घोल लेने के बावजूद भी अगर पानी की कमी पूरी नहीं हो रही तो ड्रिप लगाने की भी जरूरत पड़ सकती है।
  2. अपने खाने में हल्का भोजन सेवन करे जैसे दलिया , खिचड़ी आदि।
  3. नमक, चीनी व पानी का घोल सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके साथ अगर आप चाहे तो इसमें नींबू का रस भी मिलाकर पी सकते हैं। ऐसा आपको दिन में 6-7 बार करना है।
  4. काली चाय में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी इसका इलाज हो सकता है।
  5. डायरिया की बीमारी के इन्फेक्शन को दूर करने के लिए डॉक्टर एंटी बायोटिक भी देते हैं जिससे आपके शरीर के इन्फेक्शन को दूर किया जा सकता है।
  6. खाने में दही का सेवन करें।
  7. फलों में केला खांए।
  8. साफ सुथड़ा रहे
  9. खाना खाने से पहले हाथों को जरूर धोएं।
  10. बर्तनों को धोकर ही इस्तेमाल करें।
  11.  ताज़े खाने का सेवन करें।
  12. ठंडे खाना का जुड़ा इस्तेमाल करे।

इसे भी पढ़े :गठिया रोग क्या है? आर्थराइटिस के कारण, लक्षण, प्रकार, बचाव और घरेलू उपचार कैसे करे?

QNA : डायरिया (दस्त या लूज मोशन) से जुड़े सवाल जवाब?
Q.)डायरिया (दस्त या लूज मोशन) कितने दिनों तक रहता है?
Ans:– डायरिया (दस्त या लूज मोशन) 1 से 3 दिन तक रहता है।
Q.)डायरिया (दस्त या लूज मोशन) में क्या खाना चाहिए?
Ans:– ऊपर के विवरण में दिए गए है।
Q.) बच्चो में दस्त का निवारण क्या है?
Ans:– ऊपर के विवरण को पढ़े।

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