loose motion बच्चो में कैसे होता है इसका संकेत , लक्षण ,घरेलू उपाय क्या है | बच्चों को दस्त के समय कैसे देखभाल करे ।

बच्चो में loose motion कैसे होता है इसका संकेत , लक्षण ,घरेलू उपाय क्या है ? बच्चों को दस्त के समय कैसे देखभाल करे ।
5/5 - (1 vote)

बच्चो में Loose motion :-

loose motion सबसे पहला रीजन होता है जब बच्चे सॉलिड खाना शुरू करते है 5 से 6 महीने के ऊपर कुछ ऐसे फूड होते है जिनसे उसे एलर्जी हो जाती है की जल्दी खाना खिलाने के चक्कर में हम सभी चीज मिलाकर एक  हैवी डाइट दे देते है इस वजह से पेट पचा नही पता है जिसके वजह से loose motion हो जाता हैबच्चो में बहुत क्यूरोसिटी होती है जो की हर चीज को उठाकर मुंह में लेने लग जाता है जिसके कारण इन्फेक्शन हो सकती है और पेट ख़राब हो सकता है!

वायरल इन्फेक्शन :– loose motion दस्त होने का सबसे आम कारण एक विषाणु है , जिसका नाम रोटावायरस यह विषाणु आंतो को संक्रमित करता है यह आंत के अंदरूनी परत को क्षति पहुंचाता है ! कुछ मामलों में रोटावायरस गंभीर मल संक्रमण और शरीर में पानी की कमी की वजह से कारण बन सकता है ! रोटावायरस से सुरक्षा के लिए शिशु को टीकाकरण के तहत टीका लगाया जाएगा , पहली dose 6 से 8 weeks के बीच और दूसरी 10 से 16 सप्ताह के बीच और तीसरी 14 से 24 सप्ताह के बीच !

कान का संक्रमण :–कान के संक्रमण के वजह से भी दस्त हो सकती है !

विषाक्तता :– यदि शिशु ने कोई जहरीली न खाने वाले चीज जैसे दवाई , कोई पौधा , या केमिकल निगल लिया हो तो उससे दस्त उल्टी हो सकती है !

ज्यादा मात्रा में जूस :– ज्यादा मात्रा में जूस लेने से पेट पचा नही पता है जिसके कारण दस्त हो सकती है !

एंटीबायोटिक :–शिशु को antibodies दावा के कोर्स के दौरान या इसके बाद दस्त होता है तो यह us दवा के वजह से हो सकता है आंत में समस्या पैदा करने वाले जीवाणु के साथ साथ अच्छे जीवाणुओं को भी मार देता है इन दवाई की मात्रा को कम कर देने पर 1 week मे ठीक हो जाता है!

फॉर्मूला मिल्क :– जब फॉर्मूला मिल्क देते है तब हम बॉयल गर्म पानी में मिक्स करते है , कभी कभी जल्दबाजी में हम पानी को सही से बॉयल नहीं कर पाते है जिसके कारण पानी में जर्म रह जाता है और मिल्क के साथ मिलकर शिशु के पेट में चला जाता है और दस्त का कारण बन जाता है ! इन सभी वजहों से शिशु में दस्त होता है।

अगर शिशु को loose motion लग गया है तो कैसे देखभाल करे और किस तरह से घरेलू उपाय से ठीक करे ?

अगर बच्चा 3 महीना से छोटा है और उसे दस्त हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाए कोई होम रेमेडीज की जरूरत नही है , लेकिन

अगर बच्चे की age 3 month से ज्यादा हो रही है तो,

  • loose motion सबसे पहली चीज जो है वो ORS का घोल ये इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बना के रखता है बॉडी से पानी की मात्रा को कम नही होने देता है ORS की मात्रा 5ml=1kg
  • अगर बच्चा लगभग 10 kg का है तो 50 ml ORS हर दस्त पर पिलाना होता है !
  • अगर बच्चा ORS नहीं ले पा रहा हो तो ऐसे केसेस में हाइड्रेशन को रोकने के लिए और चीजों को try कर सकते है जैसे :–
    नारियल पानी:– ब्रेस्ट मिल्क के बाद बच्चो के लिए कुछ अच्छा है तो वो है नारियल पानी ।
  •  बच्चो को हाइड्रेट रखने के लिए बॉयल पानी थोड़ी थोड़ी मात्रा में डी सकते है !
  • जब बच्चो को दस्त होता है तो सबसे पहले बच्चो को 3 से 4 दिनों तक ब्रेस्ट मिल्क दे !
  • घर का बना हुआ दही दे सकते है क्युकी दही में उपस्थित बैक्टरिया शिशु को पेट बांधने में मदद कर सकता है
    अगर बच्चा दही नही ले रहा है तो दही में थोड़ा जीरा , गुर या केला मिक्स कर दे जिससे दही का टेस्ट अच्छा हो जाए और बच्चे आसानी से खा ले ।
  • केला दिन में 2 से 3 बार दे।
  • चावल का पानी थोड़ा सा नमक डालकर दे सकते है
  • साबूदाना का पानी
  • दाल का पानी
  • खिचड़ी
  • टमाटर का सूप

कब शिशु को ठोस आहार खिलाना बंद कर देना चाहिए ?

यदि बच्चे की age 6 महीने या इससे अधिक है और बार बार उल्टी नही कर रहा है तो आप उसे ठोस आहार देना जारी रख सकते हैं ,
इस हाल में ठोस आहार के रूप में :–

  • चावल
  • मूंग दाल की खिचड़ी
  • केला
  • सेब की प्युरी और
  • सूखे टोस्ट खिला सकते है ! ये सभी चीज थोड़ी थोड़ी समय पर कम कम मात्रा में देना चाहिए ।
  • ये सभी चीजों से बच्चो को दस्त रूक सकती है और ये सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए बच्चो की देखभाल करे !

बच्चो में loose motion कैसे होता है इसका संकेत , लक्षण ,घरेलू उपाय क्या है ? बच्चों को दस्त के समय कैसे देखभाल करे ।

दस्त में कब बच्चो को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए ?

1) loose motion फर्स्टली जब बच्चो को दस्त के साथ साथ उल्टी और बुखार 100 डिग्री फ्रेहेनहैट हो !
2) लगातार शिशु का रोना
3) जब दस्त में ब्लड दिखे या दस्त का रंग काला दिखे तो डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए ।
4) अगर बच्चो की एक्टिविटी बहुत कम हो गया हो
5) रूखी त्वचा
6) बिना आंसुओ का रोना
7) धसे हुए fontalen
8)दुर्गंध वाली पेशाब इसके अलावा अगर
9)पेट पर सूजन इन सभी कंडिशन में तुरंत बिना देरी किए डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए !

बच्चो की असहजता कैसे कम कर सकते है :·–

जितना हो सके बच्चे को आराम देने की कोशिश करे , बच्चो के साथ साथ अधिक समय दे प्यार दुलार की शिशु की कपड़े को हमेशा सुखा रखे जिससे इंफेक्शन न हो!

शिशु को दोबारा दस्त होने से बचाने का उपाय :–

 

1) loose motion शिशु को उचित साफ सफाई नहीं तो इसे पैदा करने वाले कीटाणु आसानी से हाथों से मुंह में चला जाता है !

2) हमेशा कोशिश करे बॉयल पानी देने की

3) शिशु का टीकाकरण समय पर कराए

4) नैपी बदलते रहे बच्चो को गीला रहने से बचाए

5) खाना बनाने , कच्चे मांस , सब्जियों का काम करने के बाद आप अपने हाथ धोएं !

6) शिशु की हाथ भी अक्सर धोना याद रखे क्योंकि उंगलियां मुंह में लेकर इन्फेक्शन की चपेट में आ सकता है इसलिए शिशु को कोई दूषित पदार्थ हाथ में ना दे।

7) घर में पालतू जानवर हो तो सुनिश्चित करे कि घर में मालत्याग न करे !

शिशु में दस्त के संकेत और लक्षण :–

1) सामान्य से अधिक बार मल कर रहा
2) मल बहता हुआ बदबूदार और श्लेष्मा युक्त है
3) शिशु को बुखार और उसका वजन कम होता जा रहा हो
4) शिशु में चिरचिरापन हो गया है और उसे भूख नही लगती है !
5) बॉडी में पानी की कमी होने के लक्षण जैसे :– धसी हुई आंख , सुखा मुंह , डार्क पेशाब बुखार और उल्टी ।

QNA :–

Q1). डायरिया कितने दिनों में ठीक होता है ?

Ans :–आमतौर पर 2 से 5 दिन लग जाता है , पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 1 से 2 सप्ताह लग जाता है !

Q2). डायरिया के लक्षण क्या है ?

Ans:–डायरिया के लक्षण निम्न है , लेकिन सामान्य से अधिक बार मल कर रहे , मल बहता हुआ बदबूदार और श्लेष्मा युक्त है !

Q3). बच्चा हरी लैट्रिन क्यों करते है ?

Ans:–शिशुओं में हरे रंग का मल होना भी आम होता है ! हरे रंग का मल होने के प्रमुख कारण बच्चे में सर्दी , पेट में कीड़े या स्तानपन कराने वाली महिलाओ का पीलिया का इलाज चल रहा हो या उसके पाचन तंत्र में कोई समस्या हो गई है !

Q4). बच्चो में डायरिया कब होता है ?

Ans:–ऐसा तब होता है जब आपके शरीर द्वारा लिया गया तरल पदार्थ से अधिक तरल पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाता है और शरीर में सामान्य कार्य करने के लिए जरूरत मात्रा में तरल पदार्थ नही होता , जिसके कारण बच्चे डिहाइड्रेट हो जाते है !

Q5).दस्त रोग में मृत्यु का मुख्य कारण कौन सा है ?

Ans:–खनिज लवण के अधिक क्षति होने के कारण मृत्यु हो सकती है !

Q 6). दस्त की टेबलेट कौन – सी है ?

Ans:–ENTRID टैबलेट आयुर्वेदिक दावा है जो दस्त के लिए उपयोग की जाती है ! यह आंतो में इनफेक्टिव जीवों से लड़ता है पेरिस्टल्टिक मूवमैंट को रेगुलेट करता है और पाचन एंजाइम को मजबूत करता है !

Read more:

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *