मनोभ्रंश या डिमेंशिया के लक्षण ,कारण ,परहेज सावधानियां और अल्जाइमर्स के बारे में पूरी जानकारी । हिंदी में ।।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया के लक्षण ,कारण ,परहेज सावधानियां और अल्जाइमर्स के बारे में पूरी जानकारी । हिंदी में ।।
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मनोभ्रंश या डिमेंशिया :-

मनोभ्रंश या डिमेंशिया स्वयं में कोई रोग न होकर विभिन्न रोगों की कंडिशन से उत्पन्न सिम्पटम्स का वह समूह है , जिसके severe होना  का प्रभाव व्यक्ति की दैनिक दिनचर्या पर पड़ता है ! डिमेंशिया का लैटिन भाषा के दो शब्दो de – apart or away एवं mens or mentis  mind से मिलकर dementia का निर्माण हुआ ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया का Dfination । dementia क्या है :-

1) ब्रेन के नॉर्मल function में कमी आना जिससे व्यक्ति की thinking , reasoning memory , attention , भाषा तथा प्रॉब्लम सॉल्विंग capacity प्रभावित होती है , मनोभ्रंश या डिमेंशिया कहलाता है !

2) मनोभ्रंश या डिमेंशिया को क्रोनिक ब्रेन सिंड्रोम भी कहते है

ICD – 10 dementia hindi मे By ICD –10–dementia ब्रेन की क्रोनिक प्रोग्रेसिव disease है, मनोभ्रंश या डिमेंशिया इंटेलेक्चुअल function प्रभावित होते है जैसे – मेमोरी , थिंकिंग, learning , capacity, judgement, language, orientation, comprehension आदि । पर साधारणतः इसका प्रभाव consciousness पर नही होता है ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया होने के प्रमुख कारण । डिमेंशिया के कारण :-

1 ) brain disease एवं इन्फेक्शन ।मनोभ्रंश या डिमेंशिया brain diseases :-
ब्रेन ट्यूमर

मेनिनजाइटिस

encephalitis

ब्रेन injury

2) degenerative disease

Alzheimer’s disease

Huntington disease

Parkinson’s disease

3 ) endocrine causes 
hyper ya hapo thyrodism
hyper ya hypo adrenalism
hyper ya hypo pituitarism

4 ) vascular अथवा रुधिर संबंधी कारण
Essential hypertension
cerebrovascular accident
multi infarct cerebral dementia

5 ) मेटाबोलिक कारण
हाइपोग्लाइसीमिया , हाइपोक्सिया , hepatic encephalopathy , फ्लूड एंड इलेक्ट्रोलाइट imbalance , मेटाबॉलिक अल्कोलोसिस , एसियोडोसिस

6 ) पोषक तत्वों की कमी
प्रोटीन की कमी
विटामिन बी की कमी

मनोभ्रंश या डिमेंशिया का प्रकार :–

1) primary dementia
2) secondary dementia

1) प्राइमरी मनोभ्रंश या डिमेंशिया:– प्राइमरी मनोभ्रंश या डिमेंशिया degenerative डिसऑर्डर है, जिसका कोई कारण नहीं होता है जो कि continuous irreversible है इसमें अल्जाइमर्स रोग और वैस्कुलर मनोभ्रंश या डिमेंशिया सम्मलित है ।

A ) Alzheimer’s रोग । मनोभ्रंश या डिमेंशिया with Alzheimer’s रोग :– मनोभ्रंश या डिमेंशिया with Alzheimer’s एक brain disorder है जिसके द्वारा मेमोरी को destroy किया जाता है और personality पर प्रभाव पड़ता है इसमें cerebral cortex के brain सेल्स में कमी हो जाती है एवं 60 वर्ष से पहले लक्षण दिखाई देने लगते हैं ।

B ) vascular मनोभ्रंश या डिमेंशिया :– vascular मनोभ्रंश या डिमेंशिया multi– infract dementia भी कहा जाता है ब्लड supply कम होने से infract हो जाया करता है जिससे व्यक्ति की बोल चाल , दैनिक कार्य करने में परेशानी , ध्वनि और टेस्ट की पहचान करने में कमी होता है ।

2) Scondary मनोभ्रंश या डिमेंशिया :-

A) substance abuse मनोभ्रंश या डिमेंशिया: –  मनोभ्रंश या डिमेंशिया अधिक मात्रा में अल्कोहल,sedatives, anti convulsant, carbon monoxide, उपश्मनकारी, toxin एवं अधौगिक सॉल्वेंट के उपयोग से होता है।

B) मनोभ्रंश या डिमेंशिया due टू picks disease । Dementia picks disease :– पिक्स रोग के कारण होने वाला मनोभ्रंश या डिमेंशिया में nerve cells में सूजन आ जाती है।

C)  मनोभ्रंश या डिमेंशिया due to HIV: – इसका कारण एचआईवी संक्रमण होता है, जिसमे emotions की कमी , मेमोरी लॉस, कंसंट्रेशन की कमी , alterness की कमी होती है ।

D)  मनोभ्रंश या डिमेंशिया due to Wilson disease: – मनोभ्रंश या डिमेंशिया एक डिसऑर्डर है जिसमे लीवर function पर प्रभाव पड़ता हैं, मांसपेशियों में दर्दयुक्त तनाव होता है, cerebral ataxia, कंपन और सामाजिक संबंध imblance हो जाता है ।

E) Senil  मनोभ्रंश या डिमेंशिया :– बढ़ती आयु के साथ ही साथ ब्रेन function धीरे धीरे degenerate होते है जिससे मेंटल functioning में ह्रास होता है ।

F) Parkinson’s disease: – इस रोग में dementia के लक्षण दिखाई देती है ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया के लक्षण । dementia disease symptoms :-

मनोभ्रंश या डिमेंशिया क्रोनिक डिसऑर्डर है , जिसमे भिन्न भिन्न अवस्था में भिन्न भिन्न लक्षण होते तथा धीरे धीरे लक्षण बढ़ते जाते है ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया फर्स्ट स्टेज या early stage में :–

मेमोरी में ह्रास होने लगता है तथा भूलने की आदत बढ़ती जाती है
रोगी की निर्णय क्षमता में कमी हो जाता है
खान पान एवं सोने की आदतों में बदलाव आता है
planning , entertainment , एवं काम की क्षेत्र में इंट्रेस्ट खत्म हो जाता है
रोगी भावनात्मक हो जाता है तथा उसमे चिड़चिड़ा आ जाता है
social और family आदतों में बदलाव आ जाता है ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया सेकंड stage या middle stage में :–

memory में disturbance आ जाता है
adjustment की कमी हो जाती है
concentration एवं alertness में ह्रास हो जाता है
खुद की देख रेख करने में समर्थ नहीं रहता
learning क्षमता में अत्यधिक ह्रास हो जाता है
सोशल और परिवारिक संबंधों का निर्वाहन करने में समर्थ नहीं रहता है
orientation , perception में ह्रास हो जाता है
खाने पीने मे कमी आ जाता है ।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया थर्ड या Last stage:–

memory loss में कमी आ जाती है
emotions से लॉस हो जाना
urination और defecation न कर पाना
खुद की देखभाल, भोजन करने में समर्थ न रहना
Concentration और attention देने में समर्थ न होना
बातचीत करने में समर्थ न होना
Problem को सामना न कर पाना
Tremors
Problems को solve करने में सक्षम नहीं रहता है।

मनोभ्रंश या डिमेंशिया का treatment । Dementia का घरेलू उपाय हिंदी में ।।

डिमेंशिया या मनोभ्रंश को स्थाती में व्यक्ति की मेमोरी हानि होती है और व्यक्ति के लिए कुछ भी याद रखना मुश्किल हो जाता है जिससे दैनिक जीवन में कई तरह के समस्या पैदा हो जाती है , इसलिए डिमेंशिया या मनोभ्रंश के कुछ घरेलू उपायों के बारे जानते है :–

1) हल्दी :– हल्दी आयुर्वेद में लंबे समय से इस्तेमाल होने वाला डिमेंशिया या मनोभ्रंश के बोहत उपयोगी घरेलू उपाय माना जाता है , हल्दी में curcumin नामक एक यौगिक होता है जिसमे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते है हल्दी ब्रेन स्वास्थ को बढ़ावा देती है और बीटा एमिलाइड जो एक प्रोटीन का हिस्सा है वह ब्रेन को साफ करके अल्जाइमर्स रोग को दूर करने में मदद करता है , इसके अलावा हल्दी ब्रेन के तंत्रिका तंत्र को टूटने से बचाती है और ब्रेन स्वास्थ को ठीक रखती है !

2) अश्वगंधा :– मनोभ्रंश या डिमेंशिया का आयुर्वेदिक treatment है अश्वगंधा जो की जड़ी बूटी होती है कई अध्ययन में पाया गया है की अश्वगंधा को बीटा एमिलाइड के गठन को रोकने के लिए माना गया है , अश्वगंधा ऑक्सीडेटिव तनाव कारक होता है जो अल्जाइमर्स रोग की बढ़ावा को कम करके ब्रेन को लाभ पहुंचाने का काम करता है !

3) अदरक:– मनोभ्रंश या डिमेंशिया रोग के लिए अदरक बहुत ही अच्छा घरेलू उपाय है अदरक के टुकड़े खा सकता है ! अदरक को चाय के साथ मिक्स करके भी ले सकते है !

4) नारियल तेल :–मनोभ्रंश या डिमेंशिया नारियल तेल ब्रेन का संचार को बढ़ावा देता है मनोभ्रंश या डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति को उपयोग करना चाहिए जिससे तंत्रिका को क्षति होने से बचाया जा सकता है !

5) गोभी :–मनोभ्रंश या डिमेंशिया गोभी जो होता है उसमे वह होमोसिस्टिन के स्तर को कम करने में मदद करता है होमोसिस्टीन को मनोभ्रंश या डिमेंशिया रोग के इलाज़ के लिए मना जाता है , गोभी में क्रूसीफेरस सब्जी फोलेट और कैरीटोनॉयड दोनो को ही एक समृद्ध स्रोत माना जाता है !

6) पालक :– मनोभ्रंश या डिमेंशिया पालक में फोलेट और विटामिन 9 की समृद्ध मात्रा पाई जाती है पालक अवसाद रोग के जितने भी निम्न स्तर होते है, जो मनोभ्रंश का प्रमुख कारण भी हो सकतें है, उनको ठीक करने का काम करता है !

7) केला:– मनोभ्रंश या डिमेंशिया केला में पोटेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके वजह से केला में वसोडिलेटर के काम करने का गुण पाया जाता है जो ब्रेन में ऑक्सिजनयुक्त रक्त प्रवाह को बढ़ावा देता है और मेमोरी लॉस को संभावना को कम करके एकाग्रता में सुधार करती है !

8) विटामिन बी12 का सप्लीमेंट :– मनोभ्रंश या डिमेंशिया यदि व्यक्ति समय से पहले मनोभ्रश या डिमेंशिया  से पीड़ित होता है तो इसकी पूरी संभावना है शायद आप विटामिन बी 12 की कमी है विटामिन 12 पूरा करने के लिए sardin , झींगा , दही और बीफ जैसे खाद पदार्थों का सेवन करते हैं !

QNA :–   मनोभ्रंश या डिमेंशिया रोग से जुरे सवाल और जबाब 

1)  मनोभ्रंश या डिमेंशिया रोग क्यों होता है ?

Ans:–  मनोभ्रंश या डिमेंशिया रोग ब्रेन की क्षमता लगातार कम होना है यह ब्रेन की बनावट में शारीरिक बदलावो के परिणामस्वरूप होता है ये बदलाव याद, आचरण , सोच तथा मनोभाव को परभावित करता है !

2) कौन सा रोग वंशानुगत है ?
Ans:–थैलीसीमिया , सिक्सेल एनीमिया , हीमोफीलिया रोग वंशानुगत है !

3) अल्जाइमर्स रोग किसकी कमी से होता है ?
Ans:– यह बीमारी ब्रेन में दो प्रोटीन , एमिलाअिड बीटा और टाऊ का निर्माण होता है जो nuron को नष्ट कर देता है इससे ब्रेन की मेमोरी क्षमता में कमी आ जाती है !

4)अल्जाइमर्स रोग के उपचार में कोन सी दवा का उपयोग किया जाता है ?
Ans:–अभी तक इसका कोई कारगर इलाज नहीं है , लेकिन अमेरिका और स्वीटजरलैंड के वैज्ञानिक ने एक साल तक अल्जाइमर्स के रोगी का नई दवा एडु कैनू maib से इलाज किया है !

इसे भी देखें :–  tभय या फोबिया का परिभाषा , कारण , लक्षण ,घरेलू आयुर्वेदिक होम्योपैथिक उपचार , treatment

 

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