MCV Test in Hindi । एमसीवी टेस्ट की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में?

MCV Test in Hindi । एमसीवी टेस्ट की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में?
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MCV Test in Hindi । MCV Test test क्या होता है?

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आज के MCV Test test in Hindi आर्टिकल में यानि MCV Test के बारे में पूरी जानकारी पढेंगे MCV Test in Hindi इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि MCV test क्या होता है? और MCV test करवाया जाता है। MCV test की तैयारी किस प्रकार करे MCV test में कौन कौन सी टेस्ट होती है, MCV test के फायदे (MCV test) क्या है अर्थात् इससे जुड़े हरेक चीजों के बारे में जानेंगे।

जब भी हम CBC यानी कंप्लीट ब्लड टेस्ट करवाते हैं तो उसमे एक पैरामीटर होता है MCV, तो इसी MCV के बारे में जानेंगे की MCV क्या होता है और इसका कम या अधिक होना कौन सी बीमारी दर्शाता है। MCV रक्त परीक्षण (MCV Test in Hindi or MCV Blood test in Hindi) हमारे लाल रक्त कोशिकाओं के औसत आकार (volume) को मापता है, जिसे एरिथ्रोसाइट्स (Erythrocyte) भी कहा जाता है। आगे डिटेल से देखते हैं।

MCV test के बारे में जानकारी । MCV test (Mean corpuscular volume) meaning in Hindi :–

MCV test तीव्र conditions में आयतन, ब्लड टेस्ट आपके लाल रक्त कोशिकाओं के आकार को मापता है, जो आपके शरीर में ऑक्सीजन ले जाते हैं।

MCV गिनती, माध्य कोशिका आयतन के रूप में भी जाना जाता है, और एक महत्वपूर्ण संख्या है जो कंप्लीट ब्लड टेस्ट (CBC) पर सूचीबद्ध है। वैसे एनीमिया का निदान अर्थात जांच करने के लिए इसका उपयोग अन्य रक्त परीक्षणों (टेस्ट) के साथ किया जा सकता है।

इन सब के अलावा, इसका इस्तेमाल कुछ कैंसर वाले लोगों में संभावित परिणामों का जांच करने के लिए भी किया जा सकता है, जिसमें एसोफैगल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं। (MCV Test test in Hindi)

MCV का फुल फॉर्म क्या है? | MCV test (Mean corpuscular volume) full form in Hindi :–

Mean Corpuscular Volume (मीन कॉर्पसकुलर वॉल्यूम) होता है। जैसा की हम जानते है रक्त में तीन मुख्य प्रकार की कोशिकाएं होती हैं-

  • लाल रक्त कोशिकाएं,
  • श्वेत रक्त कोशिकाएं और
  • प्लेटलेट्स।

MCV Test क्या होता है? | What is MCV test (Mean corpuscular volume) in Hindi :–

MCV का मतलब होता है Mean corpuscular volume (मीन कार्पस्कुलर वॉल्यूम) और यह हमारे रेड ब्लड सेल्स के औसत साइज को बताता है। जैसा की आपको पता है रेड ब्लड सेल्स का मुख्य काम होता है ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के प्रत्येक कोशिका तक पहुंचने का।

लाल रक्त कोशिकाएं यानी आरबीसी हमारे फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर की प्रत्येक कोशिका में ले जाती हैं। और शरीर के अंगों को बढ़ने, प्रजनन करने और स्वस्थ रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यदि हमारी लाल रक्त कोशिकाएं बहुत छोटी या बहुत बड़ी होती हैं, तो यह रक्त विकार यानी प्रोब्लम जैसे एनीमिया, विटामिन की कमी या अन्य बिमारियों का संकेत हो सकता है।

MCV का असमान्य स्तर एनीमिया के साथ कई बीमारियों को दर्शाता है। (MCV Test test in Hindi)

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MCV टेस्ट नॉर्मल रेंज | MCV Test Normal Range in Hindi :–

एमसीवी के नार्मल लेवल्स आपकी उम्र और लिंग(gender) पर भी निर्भर करता है। एक अध्ययन के अनुसार, MCV के नार्मल लेवल्स हैं।

  • 12-18 वर्ष की आयु के पुरुषों के लिए MCV का स्तर 88 fL है, जबकि वयस्कों के लिए MCV का मान 90 fL है।
  • 12 साल से ऊपर की सभी उम्र की महिलाओं के लिए एमसीवी का स्तर 90fL है।
  • MCV का मान 80 fL से कम है। ऐसे मामले में, लाल रक्त कोशिकाएं नार्मल से छोटी होती हैं और ल्यूकोसाइट्स से बहुत छोटी होती हैं।
  • मैक्रोसाइटिक एनीमिया (macrocytic anemia): MCV का मान 100 fL से अधिक है। ऐसे मामले में, लाल रक्त कोशिकाओं की औसत मात्रा नार्मल से अधिक होती है।
  • नॉर्मोसाइटिक एनीमिया (normocytic anemia): इस प्रकार के एनीमिया में, एमसीवी का मान नार्मल रेंज के अंदर होता है, लेकिन हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है।
  • रक्त में एमसीवी का स्तर हेमटोक्रिट के प्रतिशत को 10 से गुणा करके ( multiply hematocrit value with 10) और परिणामी एरिथ्रोसाइट काउंट से डिवाइड ( dividing the resultant by observed erythrocyte count) करके मापा जाता है।

MCV टेस्ट कब किया जाता है? | when is the purpose of MCV test (Mean corpuscular volume) in Hindi :-

MCV परीक्षण की आवश्यकता क्यों होती है?

MCV test निम्नलिखित स्थितियो में किया जाता है–
MCV रक्त परीक्षण हमेशा पूर्ण रक्त गणना ( CBC Test ) का हिस्सा होता है, यानी कंप्लीट ब्लड टेस्ट के साथ किया जाता है जो नियमित जांच परीक्षण के दौरान लाल कोशिकाओं सहित हमारे रक्त के कई अलग-अलग घटकों को मापता है। इसका उपयोग कुछ ब्लड disease के निदान या निगरानी के लिए भी किया जा सकता है। जो की ब्लड disease में ये सभी लक्षण शामिल हो सकता है–

  • थकान
  • असामान्य रक्तस्राव या चोट लगना
  • हाथ और पैर का ठंडा हो जाना
  • पीली त्वचा
  • अतः इन सारी समस्याओं के लक्षण के आधार पर डॉक्टर आपको कंप्लीट ब्लड टेस्ट के साथ साथ MCV test के लिए भी बोल सकते है ।

MCV कैसे मापा जाता है । (MCV Test test in Hindi) :–

MCV को या तो सीधे एक विश्लेषक द्वारा मापा जा सकता है या फिर एक सूत्र होता है जिस का उपयोग करके गणना की जा सकती है।

एमसीवी की गणना में, हेमटोक्रिट (आपके रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का प्रतिशत प्रतिशत के रूप में कितना है) को 10 से गुणा किया जाता है और लाल रक्त कोशिका की संख्या से विभाजित किया जाता है। यह रक्त के प्रति घन मिलीमीटर (मिलियन/मिमी3) लाखों कोशिकाओं में मापा जाता है।

कम एमसीवी (जिसे माइक्रोसाइटोसिस कहा जाता है) का मतलब है कि लाल रक्त कोशिकाएं छोटी होती हैं। एक उच्च एमसीवी (मैक्रोसाइटोसिस कहा जाता है) का मतलब है कि आरबीसी बड़े हैं।

MCV कम होना क्या दर्शाता है । Low MCV in Hindi :–

यदि परिणाम यानी रिजल्ट दिखता हैं कि आपकी लाल रक्त कोशिकाएं “सामान्य से छोटी” हैं, तो यह निम्न संकेत कर सकती है:–

  • MCV का कम होना माइक्रोसाइटिक एनीमिया (microcytic anemia) को बताता है।
  • आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया या अन्य प्रकार का एनीमिया= एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे ब्लड में लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) की मात्रा सामान्य से कम होती है वैसे जैसा कि आप को पता है आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया एनीमिया का सबसे आम रूप है।
  • थैलेसीमिया= यह बीमारी जो गंभीर एनीमिया का कारण बन सकती है।
  • MCV की वैल्यू अन्य कारणों से भी कम हो जाती है जैसे कुपोषण, खून बह जाना, गर्भावस्था या कोई लंबी बीमारी होने पर।

MCV अधिक होना क्या दर्शाता है । High MCV in Hindi :–

  • विटामिन बी12 की कमी= यानी जिसको फोलिक एसिड भी कहा जाता है तो उसकी कमी।
  • लिवर की बीमारी ।
  • हाइपोथायरायडिज्म ।
  • MCV का बढ़ा होना कई बार अन्य कारणों से भी होता है जैसे पेट में कीड़े होना, शराब का अधिक सेवन करना, क्रोहन डिजीज या फिर जिनको कैंसर का ट्रीटमेंट चल रहा है उनकी भी MCV का स्तर बढ़ जाता है।
  • शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर भी MCV का स्तर बढ़ जाता है।
  • किडनी के मरीजों का अगर MCV लगातार बढ़ा रहता है तो उनमें किडनी की बीमारी से मृत्यु होने की दर सबसे अधिक होती है।
  • MCV का सामान्य से 3 से 5 गुना तक बढ़ा होना हार्ट की बीमारी को दर्शाता है।
  • यदि एमसीवी स्तर सामान्य सीमा में नहीं है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको एक चिकित्सा समस्या है जिसके इलाज की आवश्यकता है। आहार, गतिविधि स्तर, दवाएं, एक महिला का मासिक धर्म, और अन्य बीमारियां परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।

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MCV Test के साथ होने वाले और जांच कौन कौन है 

  • लिवर की बीमारी का संदेह होने पर – liver Function test।
  • ब्लीडिंग डिसऑर्डर का संदेह होने पर – clouting function test करवाने की अलग से सलाह दे सकते हैं।
  • RDW test
  • MCHC test
  • आदि ये सभी टेस्ट MCV Test के साथ साथ किया जा सकता है। क्योंकि कंप्लीट ब्लड टेस्ट के साथ ही ये सारे टेस्ट भी शामिल है।

MCV Test के दौरान क्या होता है? | What happens during a MCV Test in Hindi?

MCV test के दौरान, डॉक्टर द्वारा सबसे पहले आपके ब्लड का सैंपल (Blood sample) लिया जाता हैं। जिसके लिए आइए देखते है क्या क्या करना होता है–

  • दोस्तो सबसे पहले बॉडी से ब्लड निकालने के लिए ब्लड फ्लो (Blood flow) को रोकने के लिए सबसे पहले हाथ में बैंड लगाया जाता है, जिससे नसें साफ-साफ दिखाई देने लगती हैं।
  • उसके बाद रूई में एल्कोहॉल लगाकर डॉक्टर नसों को साफ करते हैं, जिससे सूई लगाने में आसानी होती है।
  • इसके बाद डॉक्टर आपकी नस में सूई लगाते हैं।
  • सूई से डॉक्टर खून निकालते हैं और फिर उसे एक सिरिंच में डाल देते हैं।
  • फिर बैंड को हटा देते हैं।
  • इसके बाद नसों पर रूई लगाते हैं।
  • फिर एक बैंडेज को चिपका देते हैं।
  • सुई अंदर या बाहर जाने पर आपको थोड़ा सा डंक लग सकता है। इसमें आमतौर पर पांच मिनट से भी कम समय लगता है।
  • ऊपर बताई गई प्रक्रिया जो है MCV टेस्ट ( MCV टेस्ट ) के दौरान की जाती है।

MCV Test यानी MCV Test के लिए  क्या तैयारी करनी चाहिए? | How to Prepare for MCV Test in Hindi :-

वैसे तो दोस्तो MCV Test के लिए कोई विशेष तैयारी नहीं होती है, लेकिन अगर आप कुछ दवाओं का सेवन कर रहे हैं,या अन्य एक्टिविटी तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। जैसा की आपको पता है आम तौर पर MCV Test के लिए किसी विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके डॉक्टर ने और भी MCV Test कराने का आदेश दिया है, तो आपको टेस्ट से पहले कई घंटों तक खाली पेट की आवश्यकता हो सकती है।

आपके डॉक्टर को आपके ( MCV Test in Hindi ) परीक्षण की तैयारी के लिए सटीक निर्देश देना चाहिए। आपको कुछ दवाओं को लेना बंद करने के लिए कहा जा सकता है जो परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए अपने चिकित्सक को उन सभी दवाओं और पूरक आहारों के बारे में सूचित करें।

MCV Test के बाद । After MCV Test in Hindi :–

खून का सैंपल लेने के बाद उसे सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। फिर आपकी ब्लड रिपोर्ट आपको कुछ ही घंटों में मिल सकती है। अगर आपके डॉक्टर आपके ब्लड सैंपल को जांच के लिए बाहर भेजते हैं तो फिर MCV test (Mean corpuscular volume) रिपोर्ट यानी जांच का रिजल्ट पाने में आपको कई दिनों का समय भी लग सकता है। अगर पास में होगा तो 2 घंटो में मिल जायेगा।

MCV टेस्ट के क्या जोखिम होते हैं? | What are the risks of MCV test (Mean corpuscular volume) in Hindi :–

MCV टेस्ट में भी उसी तरह के खतरे हैं, जैसे अन्य तरह के ब्लड टेस्ट में खतरे होते हैं। यानी जिस जगह से खून का सैंपल लिया जाता है, वहां आपको थोड़ी सी चुभन, दर्द, हल्की सी सूजन जैसी शिकायत हो सकती हैं। रेयर केस में कुछ कॉमन साइड इफेक्ट्स जैसे–

  • दस्त (Diarrhea)
  • कब्ज (constipation)
  • बुखार (Fever)
  • नींद आना (sleeping)
  • चक्कर आना (dizziness)
  • जोड़ो में दर्द (Joint Pain)
  • मत्तली और उल्टी (Nausea Or Vomiting)
  • आक्षेप (Convulsions)
  • भोजन के स्वाद में बदलाव (Altered Sense Of Taste
  • त्वचा का पीला पड़ना (Skin Yellowing)
  • अगर कोई भी symptoms ज्यादा हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
MCV परिक्षण के परिणामों का अर्थ या डिटेल | Result Of MCV test (Mean corpuscular volume) in Hindi :–

MCV Test के परिणामों को कैसे समझे? Interpreting results of MCV Blood test in Hindi

  • MCV Test के परिणामों की डिटेल MCV की तुलना एक संदर्भ सीमा, या मूल्यों के सेट से की जाती है, जो प्रयोगशाला एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए अपेक्षा करती है।
  • संदर्भ श्रेणियां स्वस्थ लोगों के एक बड़े नमूने के परिणामों पर आधारित होती हैं और परीक्षण करने वाली प्रयोगशाला के उपकरण और प्रक्रियाओं से जुड़ी होती हैं।
  • एमसीवी आमतौर पर फेमटोलिटर (fL) में रिपोर्ट किया जाता है। अमेरिकन बोर्ड ऑफ इंटरनल मेडिसिन एक विशिष्ट MCV संदर्भ श्रेणी को 80-98 fL के रूप में सूचीबद्ध करता है।
  • एमसीवी स्तरों को संदर्भ सीमा यानी की नॉर्मल रेंज के भीतर रिपोर्ट किया जाता है यदि वे एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए अपेक्षित सीमा के भीतर आते हैं। यदि MCV परिणाम संदर्भ सीमा यानी नॉर्मल रेंज से बाहर है, तो इसे उच्च या निम्न के रूप में रिपोर्ट किया जा सकता है।
  • एनीमिया या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझने वाले लोगों के सामान्य या असामान्य एमसीवी परिणाम अर्थात रिजल्ट हो सकते हैं।

एनीमिया के मरीजों में, एमसीवी परिणामों को निम्नानुसार वर्गीकृत किया जाता है:–

कम एमसीवी :– कम एमसीवी का मतलब है कि लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य से छोटी होती हैं और माइक्रोसाइटिक एनीमिया का संकेत दे सकती हैं।

यह स्थिति आयरन की कमी, सीसा विषाक्तता (Lead Poisoning) या थैलेसीमिया के कारण हो सकती है, एक आनुवंशिक स्थिति जिसके कारण आपके शरीर में सामान्य से कम हीमोग्लोबिन होता है।

सामान्य एमसीवी :– सामान्य एमसीवी नॉर्मोसाइटिक एनीमिया का संकेत दे सकता है। यह तब हो सकता है जब कोई व्यक्ति अचानक खून की कमी, किडनी की विफलता, या अप्लास्टिक एनीमिया के कारण एनीमिया के लक्षणों का अनुभव करता है, एक दुर्लभ विकार जहां शरीर पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं करता है।

उच्च एमसीवी :– उच्च एमसीवी का मतलब है कि लाल रक्त कोशिकाएं बहुत बड़ी हैं और मैक्रोसाइटिक एनीमिया को इंगित करती हैं। यह स्थिति कम फोलेट या विटामिन बी 12 के स्तर या कीमोथेरेपी सहित कई कारकों के कारण हो सकती है।

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MCV टेस्ट की कीमत । Cost of MCV test :–

MCV टेस्ट मुख्यता CBC के साथ ही किया जाता है।

अगर आप इसे अलग से करवाना चाहते हैं तो इसकी कीमत करीब 100 रुपए पड़ेगी। हर लैब और शहर में यह कीमत अलग अलग होती है।

कौन कौन सी कंडिशन में MCV test को पहले करना जरूरी होता है :–

ऐसी स्थितियां हैं जिनमें एमसीवी परीक्षण उतना सहायक नहीं है।

रक्त आधान यानी blood donate के बाद: यदि किसी व्यक्ति को blood donate हुआ है तो एमसीवी बहुत कम मूल्य प्रदान करता है। इस मामले में, एमसीवी एक व्यक्ति की अपनी blood donate कोशिकाओं के साथ संयुक्त रूप से donate की गई आरबीसी का औसत आकार दिखाएगा। इसलिए, रक्त आधान शुरू करने से पहले एमसीवी को मापा जाना चाहिए।

मिश्रित रक्ताल्पता यानी एक से अधिक प्रकार के एनीमिया रिलेटेड रोग: यदि किसी व्यक्ति को एक से अधिक प्रकार के एनीमिया हैं, तो एमसीवी कम सहायक होगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति को आयरन की कमी से गंभीर एनीमिया और गंभीर फोलिक एसिड की कमी वाले एनीमिया दोनों हैं, तो उनका एमसीवी सामान्य हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पहले प्रकार का एनीमिया कम एमसीवी का कारण बनता है, जबकि दूसरा उच्च एमसीवी का कारण बनता है, जिससे समग्र सामान्य रीडिंग होती है।

गलत सकारात्मक: कुछ सेटिंग्स में, MCV गलत तरीके से उच्च हो सकता है। यह तब हो सकता है जब लाल रक्त कोशिकाओं का थक्का जम जाता है। कभी-कभी यह कोल्ड एग्लूटीनिन रोग, पैराप्रोटीनेमिया, मल्टीपल मायलोमा और अमाइलॉइडोसिस के साथ होता है। यह तब भी हो सकता है जब किसी व्यक्ति का ब्लड शुगर बहुत ज्यादा हो।

FAQ : MCV test (Mean corpuscular volume) से जुड़े सवाल जवाब?

Q) एमसीवी स्तर का टेस्ट कैसे करवा सकते है?
Ans–एमसीवी के स्तर का टेस्ट एक कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) टेस्ट के रूप में किया जाता है।

Q) क्या MCV का मान 106 fL अधिक माना जाता है?
Ans– हां, 106 fL का एमसीवी मान उच्च माना जाता है और एसोफैगल स्क्वैमस सैल कार्सिनोमा (esophageal squamous cell carcinoma) के हाई रिस्क को इंडिकेट करता है।

Q) क्या एमसीवी के स्तर में दिन में उतार-चढ़ाव होता है?
Ans– नहीं, एमसीवी के स्तर में दिन के दौरान उतार-चढ़ाव नहीं होता है। हालांकि, उम्र के साथ स्तर थोड़ा बढ़ता है।

Q) MCV टेस्ट कब करवाना चाहिए?

  1. लगातार थकान रहना
  2. ठंड सहन ना कर पाना
  3. अचानक से वजन कम होना
  4. हाथ पैरों का ठंडा रहना
  5. सांस फूलना
  6. धड़कन का बढ़ा रहना
  7. पीलिया होने पर

Conclusion | निष्कर्ष :– आशा करती हूं की आपको हमारा MCV test in Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा। और इससे जुड़ी हरेक जानकारी मिली होगी। जो की आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताए गए कोई समस्या नजर आते हैं तो आपका डॉक्टर आपको यह जांच कराने की सलाह दे सकता है। MCV test in Hindi से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। या फिर डॉक्टर से सलाह ले सकते है।

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