RDW blood test in Hindi। RDW टेस्ट क्या है? और क्यों किया जाता है? इसका सामान्य स्तर क्या है?

RDW blood test in Hindi। RDW टेस्ट क्या है? और क्यों किया जाता है?-medicin.org.in
4.5/5 - (2 votes)

RDW blood test in Hindi | RDW टेस्ट क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज के Rdw blood test in hindi आर्टिकल में बात करने वाले है की RDW blood test क्या होता है? | RDW blood test क्यों किया जाता है? | RDW blood test का कैलकुलेशन कैसे निकाला जाता है? | अर्थात RDW blood test से जुड़े हरेक जानकारी। तो चलिए सबसे पहले जानते है,

RDW blood test क्या होता है? | What is RDW blood test in Hindi

RDW blood test एक हेमेटोलॉजिकल टेस्ट होता है जो कि RBC का इंडोएसिस और CBC का पैरामीटर होता है अर्थात यह एक प्रकार का calculative टेस्ट होता है जो की हमे CBC यानी count blood cells के अंतर्गत किया जाता है।RDW blood test के द्वारा लाल रक्त कोशिकाओं (RBC)की मात्रा यानी क्वांटिटी कितनी है इसके साथ ही साथ आकार को मापने के लिए इस टेस्ट को किया जाता है।

इसे भी पढ़े :-नीरी सिरप के उपयोग, फायदा और नुकसान?

RDW टेस्ट का फुल फॉर्म क्या है? | what is RDW test full form in Hindi

RDW full formRed cell distribution width
RDW full form in hindi लाल रक्त कोशिका का वितरण चौड़ाई

RDW blood test normal range | RDW blood test का कितना नॉर्मल वैल्यू होना चाहिए?

वैसे तो RDW का नॉर्मल रेंज 11.6–14.6% तक होता है। यदि RBC की मात्रा और आकार में किसी प्रकार का परिवर्तन होती है तो इससे शरीर का ऑक्सीजन लेवल प्रभावित हो सकती है जैसा कि जानते है RBC यानी लाल रक्त कोशिकाओं फेफड़ों से ऑक्सीजन को पूरे शरीर के अंगों में पहुंचाता है। नॉर्मली RBC ( red blood cells ) का आकार 6 से 8 mm होता है।

इसे भी पढ़े :-SGPT test in Hindi : एसजीपीटी टेस्ट क्या है? 

RDW test क्यों किया जाता है? | Why RDW test in Hindi

 RDW blood test RBC की मात्रा और आकार में कोई परिवर्तन होता है तो इस परिवर्तन को मापने के लिए RDW blood test किया जाता है और कई प्रकार के एनीमिया का पता लगाने के लिए भी जैसे की आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया, हेमोलिटिक एनीमिया साथ ही थैलसिमीया, डायबिटीज, किडनी रोग, लिवर रोग का भी पता लगाया जाता है इन्ही सब टेस्ट के लिए RDW blood test किया जाता है।

RDW blood test कैसे किया जाता है?

RDW blood test में साधारण रूप से ब्लड का सैंपल लेना होता है उसके बाद ब्लड सैंपल को लैब में भेजा जाता है वहां पर एक विशेष सूक्ष्मदर्शी होती है उस सूक्ष्मदर्शी के द्वारा red blood cells की जांच होती है उसमे आरबीसी अर्थात red blood cells के आकार को देखा जाता है अगर आरबीसी के आकार में कोई गड़बड़ी नजर आती है तो इस गड़बड़ी को बेहतर ढंग से समझने के लिए यह टेस्ट यानी RDW टेस्ट मुख्य टेस्ट के रूप में काम करता है।

RDW blood test क्या दर्शाता है अर्थात, आरडीडब्ल्यू ब्लड टेस्ट का क्या मतलब होता है।

RDW blood test जो होता है वो RBC यानी लाल रक्त कोशिका के साइज की वेरिएशन को दर्शाता है। मतलब एकजेक्टली मेजर करता है। कोई भी पेशेंट के अंदर एनीमिया हो रही उसमे सेल्स के साइज में कितना वेरिएशन हो रही जैसे अलग अलग सेल्स के साइज है 70 सैंपल लीटर,85,90 अगर अलग अलग रेंज के सेल्स है तो इसका मतलब RDW बढ़ा हुआ है और अगर एक ही साइज का सेल्स है तो RDW नॉर्मल है।

जैसे किसी पेशेंट में एनीमिया है, 7 हिमोग्लोबिन है लेकिन RBC जो सेल्स है सबकी जो वॉल्यूम है वो 72 के आसपास रहता है तो उसका RDW नहीं बढ़ा होता है।

इसे भी पढ़े :-फाइलेरिया रोग के करण, लक्षण, उपचार, निदान, और भोजन क्या करना चाहिए?

RDW blood test कितना महत्वपूर्ण और लाभदायक है।

इसका एक बात खास है की, RDW जो है वो कभी घटता नहीं है या तो बढ़ जाता है या फिर नॉर्मल ही रहता है। इसलिए इसका इंपोर्टेंस और भी ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए हो जाता है की क्योंकि जो बाकी के वैरिएबल्स होते है MCB से इंडिपेंडेंट होता है, MCS से इंडिपेंडेंट होता है क्योंकि कोई कैलकुलेटर वैल्यू नही होती है जैसा कि बाकी के पैरामीटर MCB, MCS होता है जो की पहले के जमाने में एनीमिया को क्लासिफिकेशन करने के लिए types of Anemia में यूज किया जाता था। इसलिए RDW का काफी important रोल है एनीमिया को समझने और ट्रीट करने के लिए।
और इसलिए इंपोर्टेंट पैरामीटर है क्योंकि नए पैरामीटर में से सबसे अच्छी बात ये है की इसके bases पर भी आजकल एनीमिया का classification किया जाता है। 6 तरह के कॉम्बिनेशन possible है और जैसे कि :–

1. Low MCB with normal RDW
2. Low MCB with high RDW
3. Normal MCB with normal RDW
4. Normal MCB with normal RDW
5. High MCB with normal RDW
6. High MCB with high RDW

और इसलिए वैल्यू है की कैलकुलेटर वैल्यू नही है । और ये इसलिए एक अच्छा इंटरपेट्शन आता है एनीमिया के classification करने के लिए।

RDW blood test report के बारे में

Rdw blood test में अगर टेस्ट का रिजल्ट नॉर्मल से ज्यादा है तो , हो सकता है की आप में आयरन folate या फिर विटामिन बी 12 की कमी हो और यह भी हो सकता है कि आपको macrocytic anemia हो। जिसमे बॉडी नॉर्मल मात्रा में रेड ब्लड सेल्स नहीं बनाती और जो रेड सेल्स बॉडी बनाती है वह भी नॉर्मल आकार से बड़े होते हैं। विटामिन बी 12 और folate की कमी की वजह से macrocytic anemia होता है। इसके आलावा आपको microcytic anemia हो सकता है पहले जो मैने बताई वह macrocytic anemia था यह microcytic anemia है इसमें शरीर में नॉर्मल red blood cells की कमी हो जाती है, और जो रेड ब्लड सेल्स शरीर में बनती है वह साइज में नॉर्मल से छोटे होते हैं। Iron deficiency anemia microcytic anemia होने का मुख्य कारण होता है।

आप की बीमारी का सही से पता लगाने के लिए डॉक्टर CBC test में MCV और RDW टेस्ट के रिजल्ट में तुलना करेगा। अगर MCV तथा RDW दोनों बढ़ा हुआ मिले तो macrocytic anemia हो सकता है और अगर MCV कम है और RDW बढ़ा हुआ है तो microcytic anemia होता है।

अगर आपका RDW का रिजल्ट नॉर्मल है लेकिन MCV नॉर्मल से कम है तो आपको एनीमिया हो सकता है। जिसका कारण कोई क्रोनिक बीमारी होगी जैसे की क्रोनिक डिजीज।

अगर आपका RDW का रिजल्ट नॉर्मल है लेकिन MCV बढ़ा हुआ है तो आपको aplastic anemia हो सकता है। यह एक ऐसा बीमारी है जिसमे आपका bone marrow जरूरत से कम मात्रा में ब्लड सेल्स बनाता है। और रेड ब्लड सेल्स भी जरूरत से कम मात्रा में बनते है।

RDW ब्लड टेस्ट दूसरे टेस्टों के साथ मिलकर खून से संबंधित रोगों और दूसरे रोगों का पता लगाने में सहायता कर सकता है

इसे भी पढ़े :-low blood pressure क्या है? लो ब्लड प्रेशर के कारण, लक्षण, बचाव और इलाज क्या है?

RDW blood test कब कराना चाहिए?

दोस्तों जब डॉक्टर को एनीमिया का लक्षण दिखाई देता है या उन्हें लगता है की आपको विटामिन डी, आयरन की कमी है तो आपको RDW के साथ CBC test कराने की सलाह देंगे जैसे की :–

  1. एनीमिया के लक्षण में कुछ कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, सिर में दर्द होना, भूख कम लगना इत्यादि हो सकता है तो ऐसी स्थिति में RDW टेस्ट कराना चाहिए।
  2. आयरन, और विटामिंस की कमी पर।
  3. फैमिली हिस्ट्री में किसी को भी खून की बीमारी जैसे सिकल सेल एनीमिया हो तब कराना चाहिए।
  4. या फिर किसी प्रकार के सर्जरी, चोट लगने या कोई क्रोनिक बीमारी हो तब RDW blood test करवाना चाहिए।

RDW test calculation in Hindi । RDW test को कितने तरीका से कैलकुलेट किया जाता है।

दोस्तों RDW टेस्ट जो है वो मुख्य रूप से दो तरीकों से किया जाता है ।

  1. RDW–CV : RDW – CV में कैलकुलेट करते है :–
  2. RDW–CV= standard division of MCV× 100/MCV अतः इसका जो नॉर्मल वैल्यू होता है वो 11 से 14 होता है।
  3. RDW–SD :- इसका जो नॉर्मल वैल्यू होता है वो 35 से लेकर 45 सेंपल लीटर तक होता है। ये डिपेंड करता है MCB पर इसलिए ये पैरामीटर उतना अच्छा नहीं होता है। इसलिए हमेशा RDW–CV को देखा जाता है एनीमिया को ट्रीट करने के लिए ।
RDW blood test in Hindi। RDW टेस्ट क्या है? और क्यों किया जाता है? इसका सामान्य स्तर क्या है?

इसे भी पढ़े :-विटामिन बी 12 की कमी से होने वाले रोग, कारण, लक्षण, इलाज और जाच?

कौन कौन सी कंडिशन में RDW बढ़ जाएगी। और कौन कौन सी कंडिशन में RDW नॉर्मल रहेगी
  • आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया को थैलासीमिया माइनर से डिफरेंट करने के लिए thalassemia माइनर में RDW नॉर्मल रहता है। आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया में RDW बढ़ा हुआ रहता है
  • जब सभी RBC cells एक ही साइज के हो तब RDW नॉर्मल रहता है। थैलीसीमिया मेजर और थैलीसीमिया इंडरमिडिल में RDW बढ़ा रहता है।
  • प्लास्टिक एनीमिया और एनीमिया क्रोनिक डिसऑर्डर के कुछ केस में RDW नॉर्मल हो सकती है। जिसका मतलब है प्लास्टिक एनीमिया और क्रोनिक एनीमिया में RBC सेल्स अलग अलग साइज के सेल्स मौजूद होगा।

RDW रिजल्ट का क्या अर्थ है? | Results of RDW blood test in Hindi

RDW result समझने में मदद करते हैं कि आपकी लाल रक्त कोशिकाएं आकार और मात्रा में कितनी अलग हैं। यहां तक ​​​​कि अगर आपके आरडीडब्ल्यू के परिणाम सामान्य हैं, तब भी आपको एक चिकित्सा स्थिति हो सकती है जिसके लिए उपचार की आवश्यकता होती है।

इसलिए आमतौर पर अन्य रक्त परीक्षणों के परिणामों के साथ आपके RDW परिणामों को देखेगा। संयुक्त परीक्षण के परिणाम विभिन्न स्थितियों का निदान करने में मदद करने के लिए आपकी लाल रक्त कोशिकाओं की अधिक संपूर्ण तस्वीर दिखा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं।

  • आयरन की कमी
  • विभिन्न प्रकार के एनीमिया
  • थैलेसीमिया
  • Sickle cell anemia

एक उच्च RDW परिणाम अन्य स्थितियों का संकेत भी हो सकता है, जैसे–

  • पुरानी लीवर की बीमारी
  • विशेष रूप से कोलोरेक्टल कैंसर
  • हृदय की बीमारी
  • मधुमेह
  • किडनी की बीमारी
  • जांच की पुष्टि के लिए डॉक्टर को अधिक परीक्षणों की आवश्यकता होगी।
RDW blood test रीपोर्ट को कैसे समझें।
  1. RDW blood test रिपोर्ट को समझने के लिए सबसे पहले नॉर्मल रेंज पता होना चाहिए जो कि 14.6% होता है अगर 14.6% से ज्यादा होता है तो यह दर्शाता है की आयरन विटामिन की कमी और आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया या माक्रोसाइटिक एनीमिया है।
  2. यदि RDW टेस्ट का result normal रेंज से बहुत ज्यादा है तो आप आयरन folate या विटामिन b 12 की कमी या फिर माक्रोसाइटिक एनीमिया हो सकती है। इस बीमारी में बॉडी नॉर्मल मात्रा में RBC नहीं बनाता है।
  3. बीमारी का सही से पता लगाने के लिए डॉक्टर CBC test में RDW और MCV और RDW दोनो ही बढ़ा हुआ रहता है तो ऐसे macrocytic एनीमिया में होता है । यदि MCV कम और RDW बढ़ा हुआ रहता है ऐसे microcytic एनीमिया में होता है।
  4. यदि RDW का रिपोर्ट नॉर्मल है लेकिन MCV normal रेंज से कम है तो एनीमिया हो सकता है जिसका कारण कोई क्रोनिक डिजीज है

मुझे RDW test की आवश्यकता क्यों है?

  • आपके स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता ने एक कंप्लीट ब्लड टेस्ट का आदेश दिया हो सकता है, जिसमें मुख्य रूप में RDW परीक्षण शामिल है, या यदि आपको निम्न परिस्थितियां है :
  • एनीमिया के लक्षण, जिसमें कमजोरी, चक्कर आना, पीली त्वचा और ठंडे हाथ और पैर शामिल हैं
  • थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, या अन्य विरासत में मिले रक्त विकार का पारिवारिक इतिहास।
  • एक पुरानी बीमारी जैसे क्रोहन रोग, मधुमेह, या एचआईवी/एड्स
  • आयरन और अन्य खनिजों में कम आहार
  • एक दीर्घकालिक संक्रमण
  • चोट या शल्य प्रक्रिया से अत्यधिक रक्त

इसे भी पढ़े :-एसीलॉक 150 mg टैबलेट का उपयोग,साइड इफ़ेक्ट,लाभ?

एक RDW रक्त परीक्षण पैनल का हिस्से में शामिल हैं:

लाल कोशिका वितरण विड्थ (RDW blood test) :– आपके लाल रक्त कोशिकाओं के आकार भिन्नता को मापता है।

मीन कॉर्पस्कुलर वॉल्यूम (MCV Test) :– लाल रक्त “कोशिकाओं के औसत आकार” को मापता है।

मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन (MCH Test) :– लाल रक्त कोशिकाओं में “हीमोग्लोबिन की औसत मात्रा” को मापता है। हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो आपके लाल रक्त कोशिकाओं को आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने की अनुमति देता है।

मीन कॉर्पस्कुलर हीमोग्लोबिन एकाग्रता (MCHC Test) :- आपके लाल रक्त कोशिकाओं में केंद्रित “हीमोग्लोबिन की औसत मात्रा” को मापता है। साथ में, इन परीक्षणों का उपयोग लाल रक्त कोशिकाओं समस्याओं से जुड़ी विभिन्न स्थितियों के निदान के लिए किया जा सकता है।

इसे भी पढ़े :-mamaearth onion hair oil का उपयोग, पयदा और नुकसान क्या है?

RDW blood test कीमत कितना है?

RDW blood test CBC के साथ ही किया जाता है इसलिए CBC test की कीमत अलग अलग लैबों में अलग अलग होता है जो की 300 से 500 तक हो सकती है।

RDW blood test और CBC blood test में क्या अंतर है?

Conclusion :

तो आज के इस पोस्ट यानी RDW blood test in Hindi में हम लोगों ने RDW blood test क्या है और ये क्यों किया जाता है। RDW blood test की  कीमत क्या है।रिपोर्ट को कैसे समझे ये सभी के बारे में हमने जानकारी प्राप्त किए। इसके साथ अगर हमारा ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो कमेंट करे।

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *