टाइफाइड बुखार एक जीवाणु संक्रमण बुखार है जो दूषित जल , दूध, selfish तथा अन्य contaminated फूड्स द्वारा फैलता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से फैलती है इस संक्रमण की मुख्य वजह Salmonella typhi नामक बैक्टीरिया होती है ।
Agent salmonella typhi :– spores न बनने पर भी यह जीवाणु अनुकूल परिस्थिति में शरीर से बाहर महीनों तक जीवित रह सकता है । रोगी के मल तथा मूत्र के साथ इस जीवाणु के बाहर निकलने पर इसके द्वारा भोजन , जल आदि में मक्खियों तथा गन्दे हाथों से प्रवेश कर रोग की उत्पति की जाती है । क्रोनिक कैरीज भी इस रोग से ग्रस्त नहीं होती है ।
टाइफाइड बुखार उच्च श्रेणी का बुखार होता है 104 डिग्री से 105 डिग्री फेरेनहाइट तक होता है तथा दिन प्रतिदिन बढ़ता रहता है
स्कीन रैशेज उदर की त्वचा पर गुलाबी रंग के दाने निकल आना
leukopenia WBCs संख्या में अत्यधिक हो जाती है
सिर दर्द तथा नॉन productive कफ के साथ अधिक हाई temperature हो जाना ।
यकृत के आकार में वृद्धि हो जाना hepatomegaly इनक्यूबेशन period – 1 से तीन सप्ताह तक रहता है ।
दस्त, कब्ज, पेट दर्द और कफ बनना
शरीर में दर्द
बिगड़ी हुयी भूख
– Isolation procedure – रोगी को strictly अलग रखे । – stool and urine disposal– उचित प्रकार से रोगी के मल मूत्र को नष्ट करें नर्स को ऐसे काम gloves पहनकर सारे काम करना चाहिए – रोगी द्वारा use किया हुआ liner को भेजने से पहले Lysol जैसे disinfectant में 2 घंटो तक डुबोकर रखे – रोगी को उपयोग हेतु अलग बर्तन दे तथा उपयोग के बाद उबले गर्म पानी से धोएं
–WHO टाइफॉइड से बचाव के लिए दो टीकों की सिफारिश करता है, जिसमें से एक निष्क्रिय टीका शॉट और दूसरा लाइव टीका है। – स्ट्रीट फूड से परहेज करें। यहां टाइफॉइड बैक्टीरिया के पनपने की संभावना अधिक होती है। – घर के बर्तनों को साफ-स्वच्छ पानी से धोएं। – घर का बना ताजा और गर्म खाना खाएं, क्योंकि उच्च तापमान में बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। – कच्ची सब्जी, फल खाए और दूषित पानी पीने से बचें। – अपने सभी घरेलू सामानों की साफ-सफाई करत रहें।