टिटनेस :–
Table of Contents
- 1 टिटनेस :–
- 2 tetanus causes | टिटनेस होने के कारण :–
- 3 टिटनेस का लक्षण | tetanus symptoms in Hindi –
- 4 टिटनेस का प्रकार । Types of tetanus :–
- 5 टिटनेस फैलने का तरीका
- 6 टिटनेस का इलाज :–
- 7 tetanus immunization दो तरह के होते है :-
- 8 टिटनेस का उपचार | diagnosis of tetanus in Hindi
- 9 टिटनेस की दवा | medicine for tetanus in Hindi:–
- 10 Related
tetanus एक जानलेवा रोग है जिससे मरने वाले लोगों की दर उच्च होती है। टिटनेस रोग से मरने वाले लोगों की प्रतिशत 40% से 80% हो गया है भारतवर्ष में टिटनेस रोग 5% से 10% शिशुओं की मृत्यु का कारण होता है यह एक गंभीर बैक्टिरियल बिमारी होती है जो शरीर के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है इससे मांसपेशियां संकुचित होने लगती है टिटनेस (धनुस्तंभ) से विशेष रूप से जबड़े और गर्दन की मांसपेशी को ही प्रभावित करती है ।
tetanus causes | टिटनेस होने के कारण :–
टिटनेस कैसे होता है?
tetanus Clostridium जीवाणु द्वारा होता है
- Agent: Clostridium tetani – यह एक अवायुवीय जीवाणु ( anaerobic bacteria ) है जिसके द्वारा अपने पोषक में एक शक्तिशाली Exotoxin, Tetanospasmin, का उत्पादन किया जाता है। यह spore bearing जीवाणु होता है। Spores उबालने पर तथा फेनॉल जैसे रसायन से नष्ट नहीं होता है । 20 मिनिट 120 डिग्री सेंटीग्रेड ताप पर ऑटोक्लेव कर तथा gamma irradiation से ही नष्ट कर सकतें हैं । मिट्टी तथा धूल में ये जीवाणु अधिकतर रहता है , यह गाय , भैंस तथा बकरी जैसे जानवरों की आंतो में भी पाया जाता है। यह आंतों से मल तथा गोबर के साथ बाहर निकलता है। वातावरण में कई वर्षों तक यह बिजानु यानी spore जीवित रहता है।
- Host :– 5 से 40 वर्षों की आयु में टिटनेस संक्रमण अधिक होता है। नवजात शिशु में होने वाले टिटनेस Neonatal tetanus कहलाती है। नवजात शिशु धनुस्तंभ non aseptic condition में धूल, मिट्टी, राख, गोबर आदि से दूषित पट्टी के नाभिनाल पर लगाने अथवा उसको संक्रमित कैंची, ब्लेड से काटने पर होता है।
- Sex:– चूंकि फीमेल की अपेक्षा male टिटनेस टॉक्सिन के प्रति अधिक संवेदनशील होता है, इसलिए male बच्चो पर अधिक प्रभाव पड़ता है। टिटनेस की घटनाओं में मार्च वा अप्रैल माह में लोगों के खेतों में काम करने से अधिकता आ जाती है। फीमेल में धनुस्तम्भ का भय प्रसव के समाज अधिक रहता है । शहरी क्षेत्रों के अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में अधिक होता है।
- Environmental factors :– social , जिस तरह टिटनेस रोग को अनहाइजेनिक कस्टम्स आदि से बढ़ावा मिलता है ठीक उसी तरह डिलिवरी प्रैक्टिस में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव , इंजेक्शन लगाने में लापरवाही आदि कारणों से भी टिटनेस (धनुस्तंभ) को बढ़ावा मिलता है।
टिटनेस का लक्षण | tetanus symptoms in Hindi –
टिटनेस का लक्षण या चिन्ह क्या है?
- Lock jaw यानी हनुजड़ता tetanus का लक्षण है।
- muscles spasm यानी मांशपेशी का अकड़ जाना।
- ग्रीवा दृढ़ीकरण
- mastoid muscles में spasm के कारण रोगी nipple को चूसने में समर्थ नहीं होता है। सदैव ही रोगी का मन clear होती है। रोगी मृत्यु तक मूर्छित नहीं होती है।
- निगलने में कठनाई
कुछ common साइड इफेक्ट्स जैसे–
- बीपी बढ़ जाना
- हर्ट रेट बढ़ जाना
- बुखार
- पसीना आदि ये सभी कुछ टिटनेस का लक्षण है।
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टिटनेस का प्रकार । Types of tetanus :–
- Traumatic टिटनेस (धनुस्तंभ) :– चोटों से उत्पन्न unnoticed wound यानी वैसे घाव जिसपर कोई ध्यान नहीं किया वो traumatic tetanus होने का मुख्य कारण है।
- puerperal टिटनेस (धनुस्तंभ) :– एक नॉर्मल लेबर की तुलना में abortion के बाद टिटनेस (धनुस्तंभ) होने का डर रहता है। Abortion के बाद गर्भाशय द्वारा टिटनेस (धनुस्तंभ) के जीवाणुओं अर्थात बिजानुओ को पनपने हेतु अनुकूल स्थान प्रदान किया जाता है।
- Otogenic टिटनेस (धनुस्तंभ) :– टिटनेस (धनुस्तंभ) का प्रवेश कान के द्वारा होता है बच्चें या बड़े दोनों को कान कुरेदने की आदत होती है। इस हेतु पेंसिल, सुई, माचिस की तीली कान में चुभाकर कीटाणु को शरीर में डाल देती है
- Idiopathic टिटनेस (धनुस्तंभ) :– रोगी को टिटनेस (धनुस्तंभ) होने के स्पष्ट प्रत्यक्ष प्रमाण न मिलने पर इस तरह के टिटनेस (धनुस्तंभ) को आज्ञातहेतुक टिटनेस (धनुस्तंभ) कहा जाता है इसके कारण है– सूक्ष्मदर्शी क्षति, intestinal tract से टिटनेस (धनुस्तंभ) विष का अवशोषण , बिजानूओ का श्वसन (spore inhalation) आदि ।
- टिटनेस (धनुस्तंभ) neonatorum :– नवजात शिशुकाल में हुई टिटनेस (धनुस्तंभ) को नवजात टिटनेस (धनुस्तंभ) कहा जाता है। नाभिनाल ठूंठ का जन्म के बाद संक्रमण को इसका प्रमुख कारण माना जाता है । इसमें जन्म के सात दिन के बाद टिटनेस (धनुस्तंभ) के लक्षण प्रतीत होना आरंभ हो जाता है। इसलिए पंजाब में इस रोग को “8th day disease” के नाम से जाना जाता है।
टिटनेस फैलने का तरीका
टिटनेस किन-किन तरीका से फैलता है?
tetanus रोग के बिजानू (spores) क्षतिग्रस्त त्वचा अथवा घाव के सम्पर्क में विभिन्न तरह से प्रवेश कर जाता हैं – उदहारण के लिए
- स्किन एब्रेशन (खाल छिलना),
- मानव द्वारा काटना (human bites),
- विसंक्रमण रहित शल्य ( unsterile surgery ),
- आंत शल्य ( bowel surgery ),
- दांत निकालना (dental extraction),
- मध्य कर्णशोध ( otitis media ),
- नेत्र संक्रमण (eye infection),
- साधारण पिन चुभना (pin prick),
- जलना, (burn ),
- जंतुओं द्वारा काटना (animal bite),
- गर्भ मृत्यु ( intra uterine death ),
- compound fracture,
- जीर्ण त्वचा घाव ( chronic skin ulcer ) आदि।
- इन सभी तरीकों से टिटनेस (धनुस्तंभ) रोग फैलता है। अतः इन सभी चीजों से बचना चाहिए टिटनेस (धनुस्तंभ) रोग से।
Tetanus Incubation period । टिटनेस का इनक्यूबेशन अवधि –
- टिटनेस (धनुस्तंभ) रोग की अवधि 6 से 10 दिन का होता है।
टिटनेस का इलाज :–
अंधेरे कमरे अर्थात प्रकाश वा शोर रहित कक्ष में रोगी को पूर्ण आराम कराए । किसी भी तरह का साउंड अथवा बाहरी stimulus रोगी तक न पहुंचे ।
tetanus injection duration:- Antitoxin – रोगी के central nervous system प्रभावित होने से पूर्व ही उसको antitoxin का इंजेक्शन लगवा दें ।
- एक माह बाद : पहली dose
- एक वर्ष बाद : दूसरी dose
- तीन वर्ष बाद: तीसरी dose
- पांच वर्ष बाद: चौथी dose
- 10 वर्ष बाद: पांचवी dose देने से पूरे जीवन सुरक्षा मिल जाती है।
tetanus immunization दो तरह के होते है :-
1) Horse Serum ATs
2) Human Serum ( human immunoglobin )
ह्यूमन सीरम अधिक प्रभावी होता है परंतु इसमें खर्च अधिक होता है । ATs बाहरी पदार्थ होने के कारण इससे रिएक्शन होने का डर रहता है। इसको लगाते समय इमरजेंसी ड्रग तैयार रखे। इसकी मात्रा 1500Iu है इससे तुरंत रक्षा मिलती है परंतु किसी किसी रोग में इससे पूर्ण incubation period cover नहीं हो पाता है। इस कारण horse serum लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। Human serum महंगा तो होता है, but इससे पूर्ण incubation period cover हो जाता है।
Antibiotic :– लगभग समस्त प्रतिजैविक (antibiotics) से Clostridium tetani संवेदनशील होता है। जब जीवाणु शरीर के अंदर प्रवेश करता है तो वह vegetative form में होता है । अर्थात् बीजानु रूप में नहीं होता है। अतः सरलता से यह नष्ट हो सकता है इन विजाणुओ द्वारा शरीर से बाहर spore बना लिए जाते है , जो सरलता से नष्ट नहीं होते है।
- Sedative and M Relaxant देना चाहिए।
- Nutrition Ryle’s ट्यूब डालकर feeding की जाती है।
- Respiratory trouble अधिक होने पर tracheostomy की जानी चाहिए।
- पुनर्वास ( Rehabilitation ) करें।
- पिण्डली पेशियों (calf muscles) में घनस्त्रता रोकने हेतु फिजियोथेरेपी लें।
tetanus prevention and control in Hindi। टिटनेस से बचाव और नियन्त्रण ।
टिटनेस से बचाव कैसे करे?
- कोई भी चोट लगने के बाद उचित सफाई करके घाव से मिट्टी, धूल, बाहरी पदार्थ तथा नष्ट उतकों को हटा दें ।
- रोगी का इतिहास लेना चहिए ।
- रोगी में टीकाकरण पूर्ण कराए जाने पर तथा उसको बूस्टर डोज भी लिए जाने पर उसको 1 dose T.T लगाई जाती है।
- immunization का इतिहास प्राप्त न होने पर टिटनेस (धनुस्तंभ) के immunization का पूर्ण course कराया जाता है।
टिटनेस का उपचार | diagnosis of tetanus in Hindi
टिटनेस का निदान कैसे होता है?
टिटनेस (धनुस्तंभ) का निदान उसके लक्षणों के माध्यम से किया जाता है लेकिन पुष्टि करने के लिए “spatula test” भी किया जाता है इस टेस्ट में गले के पिछले भाग में एक spatula डाला जाता है अगर संक्रमण होता है तो spatula के कारण गले की मांसपेशियों ऐंठ जाती है और मरीज spatula को जबड़ों में दबा लेता है। अगर कोई संक्रमण नहीं होता है तो spatula एक गैग रिफ्लेक्स उत्पन्न करता है जिससे रोगी spatula को मुंह से बाहर निकलने की कोशिश करने लगता है
नवजात शिशु में टिटनेस से बचाव :–
नवजात शिशु में टिटनेस का बचाव कैसे करें ?
- यदि गर्भावस्था के समय मां का टिटनेस (धनुस्तंभ) के प्रति टीकाकरण 3 इंजेक्शन लगाकर कर दिया जाए तो मां तथा नवजात शिशु को protection मिल जाती है।
- पहली बार गर्भधारण की अवस्था में टिटनेस (धनुस्तंभ) टॉक्साइड का पूर्ण कोर्स दिया जाता है। दूसरी बार गर्भधारण होने पर यह देखा जाता है की प्रथम गर्भधारण के कितने वर्ष उपरांत आरंभ हुआ है। 3–4 वर्ष के उपरांत होने पर 3 सुई अर्थात् पूर्ण कोर्स कराया जाता है।
- 1 वर्ष के बाद प्रेग्नेंसी होने पर 1 सुई लगाना चाहिए। पूर्ण कोर्स avoid किया जा सकता है।
- delivery aseptic condition में कराएं।
- ठीक तरह से नाभिनाल की पट्टी करें।
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टिटनेस की दवा | medicine for tetanus in Hindi:–
tetanus injection | tetanus vaccine price
नीचे कुछ टिटनेस कि मेडिसन है लेकिन डॉक्टर के परामर्श के बिना कोई भी मेडिसन न लें।
Medicine | pack size | price |
---|---|---|
Combo | Combo five Five PFS injection | 444 Rs |
Pentavac | pentavac SD। SD vaccine 0.5ml | 2730 |
Pentavac | PENTAVAC PFS PFS injection | 267.4 |
dual antigen | dual antigen vac | 12.6 |
SII ID vaccine | SII ID vaccine LF/5 LF injection | 18.0 |
Quadrovax | Quadrovax SD। SD/PFS liq. | 342 |
Hexaxim | Hexaxim Vaccine | 273 |
QNA : टिटनेस से जुरे सवाल और जबाब
1)टिटनेस (tetanus) का क्या पहचान है?
Ans:–इसका पहचान मांसपेशियों में दर्द , अकड़न होना होता है जो की तुरंत पूरे बॉडी 24 से 72 घंटा में फैल सकती है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर के विवरण को पढ़े।
2) tetanus का दुसरा नाम क्या है?
Ans:– टिटनेस का दूसरा नाम धनुस्तंभ और lock jaw है।
4) टिटनेस का इंजेक्शन कितने दिनों में पूर्ण होता है ?
Ans:– वैसे तो टिटनेस का injection 4 महीने में पूर्ण होता है अधिक जानकारी के लिए आर्टिकल को पढ़े।
5)tetanus रोग का इनक्यूबेशन अवधि कितने दिनों का होता है?
Ans:–इसका incubation period 8 से 10 दिन का होता है।

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