charm rog : चर्म रोग की बेस्ट क्रीम का नाम, निदान , उपयोग, लाभ, और साइड इफेक्ट क्या है?

charm rog : चर्म रोग की बेस्ट क्रीम का नाम, निदान , उपयोग, लाभ, और साइड इफेक्ट क्या है?
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चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन | त्वचा रोग का बेस्ट क्रीम :–

चर्म रोग की बेस्ट क्रीम के बारे में जानने से पहले आइए जानते है चर्म रोग होता क्या है?

तो चर्म रोग जिसे हम त्वचा रोग के नाम से भी जानते है अंग्रेजी मीनिंग में इसे dermatology भी कहते है यह कई अलग अलग प्रकार के होता है जिसे हम हिवेस, नैटलरेस, शीतपित्त, जुड़ीपिती,जुलपित्ती एवं पित आदि नामों से भी जानते है। यह एक तीव्र और दीर्घकालिक त्वाचीय अवस्था है, जो लालिमायुक्त विविध आकार के चकतों के बार बार निकलने एवं अत्यधिक जलन उत्पन्न करने के लक्षणों से युक्त होती है। या दशा संभवतः कुछ खाध पदार्थों के प्रति अत्यंत संवेदनशील के कारण होती है। प्रायः यह रोग व्यस्कों में ज्यादा होता है। त्वचा रोग कोई भी ऐसा रोग या विकार जो मानव त्वचा को प्रभावित करता है वह त्वचा रोग की श्रेणी में आता है। त्वचा रोग होने पर स्किन परतदार, पपड़ीदार, लाल और धब्बे के कारण सफेद हो सकती है।

चर्म रोग किन कारणों से होती है | Causes of charm rog :–

तो चर्म (त्वचा) रोग बहुत सारे कारणों से होती है कुछ कारण निम्न दिए गए है जैसे :-

  • कुछ रोगियों में इस रोग का मुख्या कारण आनुवांशिकता होती है।
  • अधिक शीत अथवा गर्मी।
  • पेट में कृमि होने के कारण।
  • वायरल के द्वारा।
  • जीवाणु,फंगल के कारण।

खाने पीने के पदार्थ के द्वारा फैलता है जैसे :-

  • फ्रिज वाला दूध।
  • अंडा।
  • मांस
  • संक्रमण।

कुछ मेडिसिन के द्वारा होता है जैसे :-

  • पेनिसिलिन।
  • सल्फाग्रुप।
  • एस्प्रिन आदि
  • कुछ पाचन में प्रोब्लम होने से चर्म रोग होता है जैसे :-
  • अजीर्ण।
  • अग्निमांध।
  • कब्ज।
  • मंदाग्नि आदि पेट के विकार।

किसी जहरीले कीड़े काटने से जैसे :-

  • मधुमक्खी।
  • बर्र।
  • खटमल।
  • मच्छर आदि का काटना।
  • महिला में यूटरस विकारों के परिणामस्वरूप।
  • वायु रोग।

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चर्म रोग की बेस्ट क्रीम के जानने से पहले ये जानकारी लेना जरूरी है । चर्म  रोग का प्रकार । type of charm rog :–

  • रिंगवार्म , स्केबीज , रैशेज , फोड़े।
  • खुजली , छाल रोग , ऑयली स्किन
  • चेहरे का लाल होना , चिकन पॉक्स।
  • ड्राई स्किन , सिबोर्हिक डर्मेटाइटिस।
  • छाल रोग , सफेद दाग या विटिलिगो।
  • इंपटिगो , डेरियर्स डिजीज , कीलॉइडिस
  • नाखूनों में होने वाले फंगल इन्फेक्शन।
  • मिलनोमा , मेलस्मा , स्किन कैंसर।
  • पिंपल्स , तिल , मस्से , बेसल।
  • सेल कर्सीनोमा , डेरियर्स डिजीज।

चर्म रोग के लक्षण | Symptoms of charm rog :–

स्किन रोग के निम्नलिखित लक्षण होते हैं जैसे :-

  • तीव्र खुजली।
  •  चकतों में सूजन।
  • त्वचा पर फीके रंग के स्पाॅट।
  • क्लाॅट, मस्से या अन्य त्वचा के उभार।
  • तिल के रंग या साईज में बदलाव।
  • सफेद या लाल रंग के उभार।
  • दर्दनाक या खुजली वाले रैेशेज।
  • त्वचा का खुरदुरापन।
  • त्वचा का छिलना।
  • त्वचा का बदलना।
  • चेहरे, कान, गर्दन में गर्मी महसूस होना।
  • खुले घाव या जख्म।
  • सूखी व फटी त्वचा।

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चर्म रोग के बचाव | prevention of charm rog :–

  • रोगी के मूल कारण का पता लगाकर उसकी इलाज करे।
  • रोग यदि भोजन अथवा किसी दवाई के रिएक्शन हुआ हो तो इलाज करे और भविष्य में उस चीज से परहेज करे।
  • आजकल पुराने शीत पित का कारण आंतो के पैरासाइट ( पेट कृमि ) को भी माना जाता है। ऐसी संदिग्धावस्था में रोगी को एक कोर्स उदर कृमिनाशक मेडिसिन को भी दे।

चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन के बारे में । Best medicine for charm rog :–

चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन निम्नलिखित है, जिसमे हम देखते है त्वचा के सतह पर लगाई जाने वाले मेडिसिन या तो अकेले या फिर सिस्टेमिक थेरपी के साथ प्रयुक्त होता है। इस प्रकार प्रयुक्त होने वाली दवाई का प्रभाव केवल स्थानीय होता है परंतु इनमें से कुछ अवशोषित हो जाते है तथा तंत्रीय प्रभाव दिखाती है। इनके अनेक वर्ग है जैसे :– topical anti infective, topical steroids।
चर्म यानी त्वचा की सतह पर पाई जाने वाली औषधियां निम्न रूपों में उपलब्ध है: पाउडर,चर्म (त्वचा) रोग का बेस्ट क्रीम, लोशन, आयंटमेंट, स्प्रे, एयरोसोल आदि।

चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन :–

पहला चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

1) CLOBETASOL PROPIONATE ( क्लोबिटासोल प्रोपियोनेट ) :– यह लोकल स्टेरॉयड है यह अत्यंत प्रभावकारी स्थानीय स्टेरॉइड है जिसका उपयोग त्वचा के सूजन युक्त रोगों में किया जाता है।

  • उपयोग :– एक्जिमा, सोरियसिस, कॉन्टैक्ट चर्म रोग, स्नेहिका चर्म रोग।
  • निषेध :– हर्पीज स्केबीज, चिकन पॉक्स, peri oral चर्म रोग, मुहांसे, स्किन टीबी।
  • उपलब्धता :– चर्म (त्वचा) रोग का बेस्ट क्रीम तथा आयंटमेंट।
  • मात्रा :– व्यस्क लोगो में प्रभावित त्वचा या चर्म पर प्रतिदिन दो बार लगाएं, दो से चार सप्ताह तक।
  • दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स :– चर्म पर जलन , खुजली , त्वचा का सूखापन , अंदरूनी त्वचा और बाहरी त्वचा का क्षय , कुशिंग सिंड्रोम , मधुमेह , उच्च रक्तचाप , मुहासे जैसे फोफले।
  • विशेष सावधानी :– दवाई धीरे धीरे बंद करे , दवाई को लंबे समय तक प्रयोग करते समय हाइपोथाल्मिक पिट्यूट्री एक्सिस के कार्यों पर ध्यान रखे, क्योंकि यह दवाई HP axis को दबा देती है। , गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे।

दूसरी चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है,
2. BECLOMETHASONE (बेक्लोमेथासोन) :– यह एक लोकल स्टेरॉइड है। यह दवाई एलर्जी द्वारा उपन्न त्वचा रोगी के लिए उपयोगी है,जिनमे सूजन और खुजली भी होता है।

  • उपयोग :– सोरीएसिस, एग्जिमा, खुजली, कॉन्टैक्ट डार्मेटाइटिस, स्नेहिक त्वचा रोग, सिर के ऊपरी भाग में होने वाला चर्म रोग, जिसमे सूजन और पीले और भूरे रंग की पपड़ी भी पाई जाती है। फूंसियुक्त त्वचा रोग अस्थमा।
  • निषेध :– किसी प्रकार संक्रमण perioral चर्म इन्फेक्शन, वैक्सीन देने के बाद त्वचा पर छाले,अल्सर, मुंहासे, मधुमेह, हाइपरग्लैसीमिया, मिर्गी।
  • उपलब्धता :– चर्म (त्वचा) रोग का बेस्ट क्रीम , इन्हेलर, तथा ड्रॉप।
  • मात्रा :– आवश्यकतानुसार दो तीन बार लगाएं।

तीसरा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है,

3) BETAMETHASONE :– यह systemic और local स्टेरॉइड दोनों प्रकार से उपयोग होता है।

  • उपयोग :– सोरीएसिस, एग्जिमा, खुजली, कॉन्टैक्ट डार्मेटाइटिस, स्नेहिक त्वचा रोग,अस्थमा, दिमागी सूजन।
  • निषेध :– किसी प्रकार संक्रमण perioral चर्म इन्फेक्शन, वैक्सीन देने के बाद त्वचा पर छाले,अल्सर, मुंहासे,मधुमेह, फूंसिरोग, मिर्गी।
  • उपलब्धता :– चर्म (त्वचा) रोग का बेस्ट क्रीम , लोशन,टेबलेट,इंजेक्शन।
  • मात्रा :– आवश्यकतानुसार प्रभावित स्थान पर दो तीन बार लगाएं।
  • दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स जैसे :- चर्म पर जलन , खुजली , त्वचा का सूखापन , त्वचा पर धारिया पड़ जाना , चर्म पड़ फुंसिया हो जाना।

चौथा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

4) बीटामेथासोन डिप्रोपियोनेट + सेलिसिलिक एसिड :– इस योग के घटक क्रमशः anti-inflammatory और antipyretic है।

  • उपयोग :– बाहरी और अंदरूनी सोराइसिस, चर्म शोध।
  • निषेध :– विषाणु त्वचा संक्रमण जैसे वैक्सिनीया, वैरिसेला, एवं सरल परिसर्प, टीबी, गुलाबी मुहांसे, त्वचा के कवक संक्रमण।
  • उपलब्धता :– क्रीम, आइंटमेंट, लोशन।
  • मात्रा :– व्यस्क में लोशन प्रभावित क्षेत्र पर एक से दो बार लगाएं।
  • दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स :– खुजली, क्षोभन, रोम कुपशोध, त्वचा का कुचलना, त्वकापोषन, अतिरोमलता, मुंहासे रूपी दाना निकलना ,चर्म पर जलन खुजली, त्वचा का सूखापन, त्वचा पर धारिया पड़ जाना,चर्म पड़ फुंसिया हो जाना।
  • विशेष सावधानियां :– आंखो पर या इनके आसपास न लगाए।

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पाचवा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

5 ) Dexamethasone यह लोकल और systemic दोनो प्रकार का दवाई है। यह दवाई या क्रीम चर्म रोग के सूजन को कम करती है इसके आलावा मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है तथा स्वप्रतिरक्षण क्षमता को दबा देती है।

  • उपयोग :– सोरीएसिस, छाजन, लाइकेन प्लेनस इसमें चौरस फूंसिया बन जाती है,मिल्क क्रस्ट, बाह्य कान का सूजन, गुदा वा योनि की खुजली, धूप से जलना,चकते आदि।
  • निषेध :– संक्रमण, आंख में चोट, कंजिक्टिवाइटिस, मधुमेह, मिर्गी, साइकोसिस, पेप्टिक अल्सर।
  • उपलब्धता :– क्रीम, टेबलेट तथा इंजेक्शन।
  • मात्रा :– आवश्यकतानुसार प्रभावित स्थान पर दो तीन बार लगाएं।
  • दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स :–चर्म पर जलन , खुजली , त्वचा का सूखापन , अंदरूनी त्वचा और बाहरी त्वचा का क्षय , कुशिंग सिंड्रोम , मधुमेह , उच्च रक्तचाप , मुहासे जैसे फोफले।
  • विशेष सावधानियां :– गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे।

छठा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

6) FLUTICASONE :– यह क्रीम केवल लोकल स्टेरॉइड है। यह क्रीम केवल स्थनीय रूप से प्रयोग किया जाता है मुंह से लेने पर यह प्रभावकारी नहीं होता है। प्रभावकारी स्थान पर उपयोग करने से सूजन कम होता है यदि इसे सांस के साथ फेफड़ों में खींचा जाए तो फेफड़ों की सूजन को भी कम करता है। और एलर्जिक अस्थमा में भी प्रयोग होता है।

  • उपयोग :– सोरायसिस, मनोदशा से संबंधित चर्म रोग, स्नेहिक स्किन रोग, कीड़ों का काटना, धूप में जलना, जगह जगह जल जाना, डिसकायद ल्युपस इरिथेमेटोसस DLE, एलर्जी जनित त्वचा रोग, छाजन।
  • निषेध :– अतिसवेदिता, पांच वर्ष से छोटा बच्चा, हार्पिस, चिकन पॉक्स, मुंह के चारो ओर तथा जनानगो पर खुजली।
  • मात्रा :– आवश्यकतानुसार प्रभावित स्थान पर दो तीन बार लगाएं।
  • दुष्प्रभाव यानी साइड इफेक्ट्स :– चर्म पर जलन , खुजली , त्वचा का सूखापन , अंदरूनी त्वचा और बाहरी त्वचा का क्षय , कुशिंग सिंड्रोम , मधुमेह , उच्च रक्तचाप , मुहासे जैसे फोफले।
  • विशेष सावधानियां :– गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे।

सातवा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

7) फ्लूओसिनोलोन (FLUOCINOLONE) :– यह लोकल स्टेरॉइड है। यह त्वचा के सूजन को कम करती है तथा स्व प्रतिरक्षण को दबा देती है।

  • उपयोग :– त्वचा की सूजन, DLE, त्वचा के कार्यों की मृत्यु, लाइकन सिंपलेक्स, लाइकेन प्लेनस, छाजन, बाह्य कान की सूजन, डर्मेटेटिस, खुजलियुक्त त्वचा रोग।
  • निषेध :– अतिसवेदिता, संक्रमण, मुंहासे।
  • उपलब्धता :– क्रीम, आइंटमेंट, जैल।
  • मात्रा :– आवश्यकतानुसार प्रभावित स्थान पर दो तीन बार लगाएं।
  • दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स :– चर्म पर जलन , खुजली , त्वचा का सूखापन , स्किन पर धारियां , मोतियाबिंद , ग्लूकोमा , कॉर्निया पर घाव ।
  • विशेष सावधानियां :– गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे। बच्चे, बूढ़े व्यक्ति और लिवर विकार वाले लोग में भी सावधानी से उपयोग करे।

आठवां चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

8) DESONIDE (डिसोनाइड) है :– यह एक लोकल स्टेरॉइड है यह क्रीम हैलोजनमुक्त स्थानीय स्टेरॉइड है। यह लिपोकार्टिन उत्पन्न करती है जिसके कारण प्रोस्टाग्लैंड का उत्पादन कम हो जाता है। साइटोंकाइनिन वा हिस्टामीन के उत्पादन तथा मुक्त होने को कम करती है।

  • उपयोग :– त्वचा रोगों की सूजन और खुजली।
  • निषेध :– अतिसवेदिता, संक्रमण,।
  • उपलब्धता :– क्रीम।
  • साइड इफेक्ट्स :– त्वचा पर जलन,खुजली,अधिक बाल उगना, त्वचा कमजोर हो जाना।
  • विशेष सावधानियां :– गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे।
    बच्चे, बूढ़े व्यक्ति और लिवर विकार वाले लोग में भी सावधानी से उपयोग करे।

नौवा चर्म रोग की बेस्ट क्रीम या मेडिसिन है

9) TQCROLIMUS :– चर्म (त्वचा) रोग का बेस्ट क्रीम में एक ये भी है जो त्वचा रोग जैसे तीव्र छाजन सफेद दाग आदि में त्वचा पर लगाने हेतु उपयोग किया जाता है।

  • निषेध :– अतिसंवेदिता।
  • उपलब्धता :– मरहम।
  • मात्रा :– बाहरी प्रयोग व्यस्क 15 वर्ष से अधिक आयु 0.03% या 0.1% मरहम की पतली परत प्रभावित त्वचा क्षेत्र पर दो बार प्रतिदिन लगाते समय दवा की हल्की हल्की मालिस करे और पूरा सूखा दे।
    बच्चा दो से पन्द्रह वर्ष: 0.03% क्रीम की पतली परत प्रभावित त्वचा क्षेत्र पर दो बार प्रतिदिन लगाएं।
  • साइड इफेक्ट्स :– किडनी विषाक्तता, तंत्रिका विषाक्तता, सिरदर्द, प्रेरक तंत्रिका विकार, कंपन, दौरे, जठर आंत्रिय विकार, बहुरक्कता शर्करा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह अन्य प्रतिरक्षा शामक के साथ देने पर दूतियक संक्रमण तथा अवसरवादी संक्रमणों का भय बढ़ जाता है।
  • विशेष सावधानियां :– गर्भावस्था और दुग्धावस्था में इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी से करे।
    बच्चे, बूढ़े व्यक्ति और लिवर विकार वाले लोग में भी सावधानी से उपयोग करे।इस तरह से चर्म ( त्वचा ) रोग के कुछ बेस्ट क्रीम थे।

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FAQ : चर्म रोग की बेस्ट क्रीम से जुड़े सवाल जवाब?

Q) चर्म ( त्वचा) रोग कौन से विटामिन की कमी से होता है?
Ans:–विटामिन सी की कमी होने पर चेहरे पर उसका असर नज़र आने लगता है। विटामिन C के उत्पादन से बहुत चेहरे पर चमक आती है। इसकी कमी से त्वचा सुस्त हो जाती है तथा चेहरे पर झुर्रियां भी आने लगती है।

Q) चर्म रोग की असली दवा क्या है?
Ans:– खुरदारे जैसे समस्या को दूर करने के लिए आप त्वचा पर एलोवेरा जेल का प्रयोग कर सकते है इससे ठंडक के साथ रूखेपन भी दूर होगा।खुजली और रैशेज में ठंडक पाने के लिए दिन में 3 से 4 बार त्वचा पर कोल्ड क्रीम लगाएं। त्वचा के संक्रमण को दूर करने के लिए हल्दी में सरसों तेल मिलाकर तैयार किया गया लेप लगाएं।

Q) चर्म रोग की बेस्ट क्रीम काम करती है
Ans:– चर्म रोग की बेस्ट क्रीम ऊपर के विवरण में दिए गए है।

Q) चर्म (त्वचा) रोग में क्या क्या खाने से परहेज करना चाहिए?
Ans:– दही के साथ खरबूजा, पनीर, दूध और खीर ,दूध या दूध की बनी किसी भी चीज के साथ दही, नमक, इमली, खरबूजा, बेल, नारियल, मूली, तोरई, तिल, तेल, कुल्थी, सत्तू व खटाई नहीं खानी चाहिए।

Q) एक्जिमा या खुजली में क्या नहीं खाना चाहिए?
Ans:– एक्जिमा या खुजली रोग में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Eczema) इसके बारे में आइए जानते है तो,
अनाज में :– नया धान, मैदा
दाल में :– काबुली चना, मटर, काले चना, देशी चने
फल एवं सब्जियां में :– आलू, शिमला मिर्च, कटहल, बैंगन, अरबी (गुइया), भिंडी, जामुन, आड़ू, कच्चा आम, केला, सभी मिर्च
अन्य चीज :– ऐसे भोजन जो जलन और गैस उत्पन्न करे और पाचन कम करे।

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निष्कर्ष (Conclusion) :-  आशा करती हूं हमारे द्वारा शेयर किए गए चर्म रोग के बेस्ट क्रीम का आर्टिकल आपको पसंद आए । अगर आप इस आर्टिकल से जुड़े सवाल जवाब से सन्तुष्ट हैं तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे, कॉमेंट करे। धन्यवाद!

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