Hypocalcemia :
कैल्शियम का मुख्य उपयोग शरीर के bone और दांतों को मजबूत करने के लिए किया जाता है। और यह ह्रदय की गतिविधि मे भी भूमिका निभाती हैं। साथ ही चलने-फिरने में भी मदद करता है। जब कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा नही होती है तो ऑस्टियोपेनिया और ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों को कमजोर करने वाली स्थितियां की संभावना बढ़ जाती है।
Hypocalcemia क्या है?
Hypocalcemia तब होती है जब आपके शरीर में कैल्शियम बहुत कम होता हैं। कैल्शियम शरीर को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता हैं। शरीर के हार्मोन रक्त में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करते हैं।
क्या आप अपने हाथ-पैरों की उंगलियों में सुन्नता महसूस कर पा रहे हैं? या फिर डेयरी उत्पादों से परहेज कर रहे हैं और अपने भोजन को पर्याप्त रूप से प्रतिस्थापित नहीं कर रहे हैं? ऐसे में आपको हाइपोकैल्सीमिया की ओर ले जा सकती है, कैल्शियम के सामान्य स्तर में कमी को हाइपोकैल्सीमिया कहा जाता है।
कैल्शियम का नियंत्रण
गला मे थायरॉयड ग्रंथि के पीछे मौजूद पैराथायराइड ग्रंथियां होती है जो पैराथायराइड हार्मोन का उत्पादन करती हैं। यह आपके रक्त में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता हैं। जब पैराथायराइड हार्मोन कैल्शियम के स्तर को बढ़ाता है तो कैल्सीटोनिन इसकी विरोध करता है। इस दोनो हार्मोन में किसी भी तरह के विचलन के परिणाम से हाइपोकैल्सीमिया हो सकता है।
कैल्शियम का उपयोग हड्डियों और दांतों को मजबूत करने के लिए किया जाता है। साथ ही यह यह हृदय की गतिविधि में भी अपनी भूमिका निभाता है जब इसकी पूर्ण मात्रा नही मिल पाती है तो ऑस्टियोपेनिया और ऑस्टियोपोरोसिस भी हो सकता हैं।

नीचे कुछ कैल्शियम से भरपुर खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जोकि कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता हैं :
- बादाम: बादाम वसा और प्रोटीन खाद्य पदार्थ प्रदान करता है। और इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भी मिले होते है। हाइपोकैल्सीमिक के स्तर को प्रभावित करने के लिए मैग्नीशियम को बेहतर माना जाता हैं। इससे मेटाबॉलिक की खतरा कम हो जाती है।
- दूध: सबसे अच्छा उपयोग किए जाने वाले डेयरी उत्पादों में से एक है दूध, क्योंकि इसमें कैल्शियम का एक बड़ा स्रोत है। गाय या बकरी मे कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा विटामिन ए और डी भी होती है।
- दही: दही में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होता है जो प्रोबायोटिक्स का एक उत्कृष्ट स्रो है जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायता करता है। और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को बढ़ाने का भी काम करता है, और कैल्शियम के स्तर में भी सुधार करती है।
- अंजीर: अंजीर सुखी हो या ताजी इसमें कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है। और यह एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर प्रदान करते हैं लगभग 100g अंजीर में लगभग 162mg कैल्शियम होती है। इसमें पोटेशियम भी होता है जो हड्डियों के घनत्व को प्रभावित कर सकता हैं।
- पनीर: पनीर आपके शरीर के लिए बढ़िया स्रोत हो सकता है। क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होती है। यह पाचन में भी आसान होता है क्योंकि यह डेयरी उत्पाद है, और यह ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में भी मदद कर सकता है।
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