कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू के घरेलू इलाज क्या है।
आई फ्लू को मेडिकल की भाषा में कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) कहा जाता है। आंखों के इस फ्लू से संक्रमित होने पर लोगों की आंखें लाल हो जाती हैं और उनमें खुजली होने लगती है। आंखों से पानी बहने लगता है और लाइट से दिक्कत महसूस होने लगती है। कई लोगों की आंखों में सूजन भी देखने को मिलती।
कंजंक्टिवा साफ परत है, जो आंखों के व्हाइट भाग और पलकों के अंदर की लेयर को कवर करती है। बता दे बरसात के मौसम में तापमान गिरने और ज्यादा नमी की वजह से बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी बढ़ने लगती है। और इसी एलर्जि की वजह से आंख में भी संक्रमण होने लगती है
आई फ्लू के घरलू इलाज
- अगर आपको कंजंक्टिवाइटिस हो गया है तो इसका घरेलू इलाज करने से पहले इन बातों का खास ध्यान रखना जरूरी है। ऑय फ्लू का सही इलाज तभी संभव है जब कुछ सावधानियां खत्म हो जाएं
- किसी व्यक्ति से हाथ नहीं मिलाना चाहिए।
- आँखों को हाथ से नहीं खींचना चाहिए।
- अगर बच्चों की नजर हो, तो उसे स्कूल में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
- आंखों को तीन-चार बार गुनगुने पानी से बचाना चाहिए।
संक्रमित व्यक्त के बेड, तौलिया या कपड़े उपयोग न करें और टीवी मोबाइल से दूरी बनाए रखें । - इससे बचने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें।
- आंखों को बार बार छूने की कोशिश न करे।
- अपने आसपास साफ सफाई रखें।
- अपनी आंखों को समय-समय पर धोते रहे।
- तीन-चार दिन के मरीजों को आराम देना चाहिए।
- किसी अन्य को अपवित्र, रुमाल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- अगर आपके पास एवलेबल है काला चश्मा तो उसे पहनकर ही बाहर जाएं।
- जिनलोगो को आई संक्रमण हो रखा है उन से आई कांटेक्ट बनाने से बचें।
कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू के लक्षण
- आँखे लाल होना
- आँखों में खुजली होना
- आँखों से धुधला दिखाई देना
- आँखों से पानी आना
- आँखों में दर्द होना
शुरुआत में यह लक्षण एक आंख में नजर आते हैं और ईलाज न करने पर तीसरी आंख में भी असफल हो सकते हैं। कंजंक्टिवाइटिस की गंभीर स्थिति में कुछ हद तक आंखों से खून भी निकल सकता है।
आंखों से हरा या सफेद दाग से पलके चिपकना एक बड़ा लक्षण है कंजंक्टिवाइटिस का।
धूप या तेज रोशनी के प्रति असंवेदनशीलता जिसे फोटोफोबिया भी कहा जाता है।
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Bsc Nursing ( 2 year Experience)