जैसा की उन लोगों को पता है जिन्हे कभी किडनी जैसी बीमारी को सामना करना पड़ा हो किडनी की बिमारी को सबसे दर्दनाक बीमारी मानी जाती है क्योंकि यह समस्या काफ़ी पेनफुल होता है। आपको बता दे तो इसके ईलाज के दौरान मुख्य रूप से क्रिएटिनिन (Creatinine) लेवल को देखा जाता है और इसको कम करने का प्रयास किया जाता है। लेकिन आप सोच रहे होंगे की क्रिएटिनिन क्या है तो चलिए हम बताते हैं।
क्रिएटिनिन क्या है?
जब किडनी सामान्य रूप से कार्य नहीं करता है। तब जाकर ब्लड मे बनने वाला अपशिष्ट पदार्थ होता है जिसे क्रिएटिनिन कहा जाता है
इसको ठीक करने के लिए या कम करने के लिए आप इन सभी घरेलू नुस्खे का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही आपको अपने खान पान पे विशेष ध्यान देना होगा।
क्रिएटिनिन बढ़ने के मुख्य कारण
- डिहाइड्रेशन के कारण
- थायरॉइड ग्लैंड मे कोई समस्या के कारण
- किडनी से जुड़ी पुरानी बीमारी के कारण
- अधिक मात्रा में सोडियम खाने के कारण
- किडनी का सही से काम नही करने के कारण
- बहुत अधिक एक्सरसाइज करने के कारण
- अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने से
किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय और साथ ही क्रिएटिनिन से बचने के उपाय
आंवला
- आंवला खून को साफ करने में काफी मदद करता है, जो लोग डायबिटीज और किडनी फेलियर जैसे रोगों से एक साथ परेशान होते हैं उन्हें आंवला खाना चाहिए क्योंकि ब्लड शुगर और क्रिएटिनिन दोनों को नियंत्रित करने में बहुत मदद करता है। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन “सी” पाया जाता है जिसके कारण इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत रहती है।
हल्दी
- जैसा की हल्दी में anti-inflammatory और एंटी ऑक्साइड दोनो प्रकार के गुण होता है जिसके वजह से सूजन को कम करने में मदद करती है हल्दी में और भी बहुत सारे गुण पाए जाते हैं जो कि शरीर को स्वस्थ रखने में काफी मदद करती है इसलिए आप हल्दी को दूध में मिलाकर रोजाना सेवन कीजिए जिससे आपको आयुर्वेदिक रुप से काफी फायदा देखने को मिल सकता है।
खीरा
- खीरा को अपनी डाइट में रोजाना शामिल करना चाहिए क्योंकि खीरा में क्रिएटिनिन के उत्पाद को खत्म करने के गुण पाए जाते है खीरा में और भी अलग अलग प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
साबुत अनाज
- साबुत अनाज के रूप में जौ, बाजरा और भूरे चावल इत्यादि होता है इस अनाज मे फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर होते हैं जो की किडनी के लिए यह अच्छा पोषक तत्व माना जाता है। और यह क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने में मदद कर सकता हैं।
अनार
- अनार एक बहुमूल्य फल माना गया है। अनार में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं इसलिए यह किडनी को नुकसान से बचाता है। और साथ ही क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
पुनर्नवा और गोक्षुर
- पुनर्नवा और गोक्षुरा जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग पारंपरिक रूप से किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता रहा है। पुनर्नवा क्रिएटिनिन सहित अपशिष्ट उत्पादों को खत्म करने में मदद करता है। गोक्षुरा किडनी के कार्य को बेहतर बनाता है और मूत्र के उत्पादन को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में जो भी जानकारी दी गई है वह एक सामान्य जानकारी है अगर आप किसी तरह के दवा का उपयोग करते हैं तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर लें
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