PCV test क्या है?, क्यों किया जाता है? और इसका सामान्य स्तर क्या है सम्पूर्ण जानकारी?

PCV test क्या है?, क्यों किया जाता है? और इसका सामान्य स्तर क्या है सम्पूर्ण जानकारी?
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PCV Test in Hindi। PCV test meaning in Hindi | PCV test के फायदे और नुकसान :–

आज के PCV Test in Hindi आर्टिकल में यानि PCV Test टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी पढेंगे, PCV Test in Hindi इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि PCV Test  क्या होता है? और PCV Test क्यों करवाया जाता है। PCV Test की तैयारी किस प्रकार करे PCV Test में कौन कौन सी टेस्ट होती है, PCV Test के फायदे (Benefits of PCV Test in Hindi) क्या है आदि इसके बारे में भी पढेंगे।

  • PCV test full form :– packed cell volume।

PCV Test के बारें में । About PCV Test meaning in Hindi :–

पैक्ड वॉल्यूम टेस्ट यानी pcv एक तरह का ब्लड टेस्ट है। हमारा खून लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स से बना होता है। कोशिकाएं और प्लेटलेट्स रक्त में मौजूद प्लाज्मा नाम के एक द्रव में पाए जाते हैं। लाल रक्त कोशिकाओं को एरिथ्रोसाइट्स के नाम से जाना जाता है, ये शरीर में बेहद जरूरी होती हैं। लाल रक्त कोशिकाओं में एक लाल रंग का पदार्थ होता है जिसे हीमोग्लोबिन कहते हैं यह पदार्थ शरीर के सभी भागों में ऑक्सीजन पहुंचाता है। पीसीवी टेस्ट रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा जानने के लिए किया जाता है।

वैसे मुख्य रूप से PCV Test में किसी व्यक्ति के ब्लड में टोटल RBC यानी complete blood test की गणना की जाती है जिसका उपयोग कुछ रक्त संचार की आवश्यकता का अनुमान लगाने और उपचार की प्रतिक्रिया को जांचने के लिए किया जाता है। रक्त, सामान्य रूप से, प्लाज्मा के साथ-साथ कोशिकाओं का मिश्रण होता है। पीसीवी परीक्षण (PCV टेस्ट) यह मापता है कि रक्त में कितनी कोशिकाएं हैं।

दूसरे शब्दों में, पीसीवी टेस्ट लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या का पता लगाता है। इस टेस्ट को हेमेटोक्रिट टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।

हमने PCV टेस्ट के बारे में शॉर्ट में जान लिए अब हम जानेंगे कि PCV टेस्ट क्यों होता है यह टेस्ट क्या इसका परिणाम क्या हो सकता आदि के बारे में तो बने रहे इस आर्टिकल के साथ।

PCV Test क्या होता है? | What is PCV Test in Hindi?

PCV Test को हेमटोक्रिट परीक्षण( Hematocrit Test) के रूप में भी जाना जाता है, पीसीवी टेस्ट कुछ समस्या जैसे पॉलीसिथेमिया, निर्जलीकरण या एनीमिया के निदान के लिए किया जाने वाला परीक्षण है।

यह आम तौर पर पूर्ण रक्त गणना यानी कंप्लीट ब्लड टेस्ट का एक हिस्सा है जिसका उपयोग कुछ रक्त आधान(Blood Donation) की आवश्यकता का अनुमान लगाने और उपचार की प्रतिक्रिया की निगरानी के लिए किया जाता है।रक्त, सामान्य रूप से, प्लाज्मा के साथ-साथ कोशिकाओं का मिश्रण होता है।

पीसीवी परीक्षण यह मापता है कि रक्त में कितनी कोशिकाएं हैं। यदि पीसीवी 50% की रीडिंग देता है, तो इसका मतलब है कि 50 मिलीलीटर कोशिकाएं ठीक 100 मिलीलीटर रक्त में मौजूद होती हैं।
यदि आरबीसी (RBC) की संख्या बढ़ती है, तो पीसीवी की कुल रीडिंग भी बढ़ जाती है। डिहाइड्रेशन के कारण भी यह संख्या बढ़ सकती है।

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PCV टेस्ट के लिए नॉर्मल रेंज यानी सामान्य स्तर क्या होता है । Normal values PCV test in Hindi

PCV Test का सामान्य रिजल्ट:– पीसीवी रिजल्ट के सामान्य परिणाम का कुछ कारकों पर निर्भर कर सकते हैं जैसे, आयु, लिंग या नस्ल इत्यादि। तो महिला और पुरुष में PCV का नॉर्मल प्रतिशत कुछ इस प्रकार से होता है–

लिंग सामान्य परिणाम (%)
पुरुष 38.6 – 48.6 %
महिला 35.5 – 44.9 %

PCV test का कम मान किस परिस्थिति के कारण आता है?

कुछ ऐसे कारक हैं जो PCV test (पीसीवी टेस्ट) में रीडिंग्स को कम कर देते हैं, उदाहरण के लिए –

  • आयरन, विटामिन (बी12 या फोलेट) या अन्य पोषक तत्वों और खनिजों की कमी ।
  • ब्लीडिंग।
  • सूजन की स्थिति जैसे रूमेटोइड गठिया ।
  • गुर्दे के रोग ।
  • आयरन की कमी ।
  • किडनी के रोग ।
  • बोन मेरो संबंधित रोग ।
  • ल्यूकेमिया ।
  • लिम्फोमा ।
  • मल्टीपल मायलोमा ।

हेमोलिसिस, वह स्थिति है जहां प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा आरबीसी समय से पहले नष्ट हो जाती है। यह आरबीसी की अनुवांशिक असामान्यताओं के कारण होता है।

  • लीवर सिरोसिस।
  • दवाएं या कीमोथेरेपी।

आरबीसी या हीमोग्लोबिन की असामान्यताएं जिसमें मायलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम, लिंफोमा, अस्थि मज्जा विकार और मायलोमा जैसे विकार शामिल हैं।

PVC test का अधिक मान किस परिस्थिति के कारण आता है?

  • PCV Test या पीसीवी परीक्षण में बढ़ी हुई पीसीवी रीडिंग के सबसे सामान्य कारणों में से एक निर्जलीकरण (Dehydration) है। पर्याप्त तरल पदार्थ के सेवन के साथ, स्तर सामान्य हो जाते हैं।
  • इसके आलावा पॉलीसिथेमिया के कारण भी RBC अधिक बढ़ जाते हैं।

PCV टेस्ट का उद्देश्य क्या है । What is the purpose of PCV Test in Hindi

PCV test कब करानी चाहिए।

लाल रक्त कोशिकाओं का उच्च या निम्न स्तर शरीर में बीमारियों का संकेत हो सकता है। इसलिए RBC के घटने या बढ़ने के साथ यदि निम्नलिखित लक्षण भी दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए –

  • सांस की तकलीफ।
  • थकान।
  • सिरदर्द आदि।

PCV Test (पीसीवी टेस्ट) कई परीक्षणों में से एक है जिसका उपयोग एनीमिया (खून की कमी से होने वाली रोग) की जाँच के लिए किया जाता है।

इसके अतिरिक्त पीसीवी परीक्षण / PCV Test का उपयोग पॉलीसिथेमिया नामक बीमारी की जाँच के लिए भी किया जाता है। पॉलीसिथेमिया एक प्रकार का रक्त कैंसर है।

पीसीवी टेस्ट या PCV परीक्षण का उपयोग किसी व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति (Wellness Test) जांचने के लिए सीबीसी (Complete Blood Count) परीक्षण पैनल के भाग के रूप में भी किया जा सकता है।

PCV टेस्ट की जरूरत करने वाले लक्षण क्या हैं । What are the symptoms that indicate the need for PCV in Hindi

Blood से जुड़े बीमारी के लक्षण, जो PCV Test की आवश्यकता का संकेत दे सकते हैं, वे हैं–

  • थकान
  • कमजोरी।
  • सांस की तकलीफ।
  • सिरदर्द।
  • चक्कर आना।
  • ठंडे हाथ और पैर।
  • पीली त्वचा आदि।
  • ये कुछ सामान्य संकेत और लक्षण हैं जो एनीमिया या पॉलीसिथेमिया के कारण हो सकते हैं।
  • अतः इन सभी परिस्थितियों में डॉक्टर आपको PCV test के लिए बोल सकतें है या आप इन सारे में से कोई प्रोब्लम दिखे तो आप PCV test करवा सकते हैं।

PCV test से पहले क्या होता है । Before PCV test in Hindi

PCV test से पहले क्या किया जाता है?

  1. टेस्ट के लिए जाने से पहले सुनिश्चित कर लें की आपने आधी बाजू की शर्ट या टी शर्ट पहनी हुई है, या ऐसी शर्ट पहन कर जाएं जिसकी बाजू को आसानी से ऊपर किया जा सके। (PCV Test in Hindi)
  2. PCV टेस्ट से पहले रोजाना की तरह खाया-पीया जा सकता है। हालांकि, डॉक्टर आपको कुछ समय के लिए कुछ भी खाने या पीने से बचने के लिए कह सकते हैं। ऐसा डॉक्टर तब कहते हैं, जब खून के सैम्पल को अन्य टेस्ट के लिए भी इस्तेमाल किया जाना हो। टेस्ट होने से पहले डॉक्टर आपको विशेष अनुदेश देते हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है।

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PCV टेस्ट के दौरान क्या होता है? | What happens during PCV test in Hindi?

PCV test के दौरान, डॉक्टर द्वारा सबसे पहले आपके ब्लड का सैंपल (Blood sample) लिया जाता हैं। जिसके लिए आइए देखते है क्या क्या करना होता है–

  • दोस्तो सबसे पहले बॉडी से ब्लड निकालने के लिए ब्लड फ्लो (Blood flow) को रोकने के लिए सबसे पहले हाथ में बैंड लगाया जाता है, जिससे नसें साफ-साफ दिखाई देने लगती हैं।(PCV Test in Hindi)
  • उसके बाद रूई में एल्कोहॉल लगाकर डॉक्टर नसों को साफ करते हैं, जिससे सूई लगाने में आसानी होती है।
  • इसके बाद डॉक्टर आपकी नस में सूई लगाते हैं।
  • सूई से डॉक्टर खून निकालते हैं और फिर उसे एक सिरिंच में डाल देते हैं।
  • फिर बैंड को हटा देते हैं। (PCV Test in Hindi)
  • इसके बाद नसों पर रूई लगाते हैं।
  • फिर एक बैंडेज को चिपका देते हैं।
  • ऊपर बताई गई प्रक्रिया जो है PCV टेस्ट ( PCV test in Hindi) के दौरान की जाती है।

दोस्तो डॉक्टर आपको कह सकते है कि आपके पास कई दिनों तक प्रत्येक दिन रक्त के जांच के लिए। क्योंकि रक्त में PCV की मात्रा आपके मासिक धर्म चक्र या अन्य रीजन के साथ बदलती है, इसलिए आपके PCV test स्तर का सटीक माप प्राप्त करने के लिए कुछ ब्लड जांच आवश्यक हो सकते हैं।

PCV test के रिजल्ट आमतौर पर कुछ घंटों के अंदर आ जाते हैं।

PCV test टेस्ट के परिणाम का क्या मतलब होता है । What do the results of PCV test mean in Hindi

कम पीसीवी :-

पीसीवी की कम संख्या का मतलब है कि रक्त की हानि, कोशिका विनाश और कम अस्थि मज्जा(bone marrow) उत्पादन जैसे कारणों से आरबीसी गिनती का नुकसान होना।

कुछ स्थितियां हैं जो पीसीवी में कम पढ़ने में योगदान करती हैं। इसमे शामिल है:

  • आयरन या विटामिन (बी12 या फोलेट) की पोषक तत्वों की कमी और खनिजों की कमी
  • खून बह रहा हो
  • सूजन की स्थिति, उदाहरण के लिए, रूमेटोइड arthritis
  • किडनी के रोग
  • हेमोलिसिस, वह स्थिति है जहां प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा आरबीसी को समय से पहले नष्ट कर दिया जाता है।
  • यह कुछ अंग क्षति और आरबीसी की विरासत में मिली असामान्यताओं के कारण होता है।
  • लीवर सिरोसिस
  • दवाएं – कीमोथेरेपी सहित
  • आरबीसी या हीमोग्लोबिन की असामान्यताएं जिसमें मायलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम, लिंफोमा, अस्थि मज्जा विकार और मायलोमा जैसे विकार शामिल हैं।

बढ़ी हुई पीसीवी :-

बढ़ी हुई पीसीवी का आम तौर पर मतलब हो सकता है कि एक व्यक्ति निर्जलित है यां आरबीसी उत्पादन की संख्या अधिक है।

बढ़ी हुई पीसीवी रीडिंग के सबसे सामान्य कारणों में से एक निर्जलीकरण है। पर्याप्त तरल पदार्थ के सेवन के साथ, स्तर सामान्य हो जाते हैं, लेकिन यह पॉलीसिथेमिया के रूप में जानी जाने वाली स्थिति भी पैदा कर सकता है जहां अधिक आरबीसी होते हैं।

PCV test किस प्रकार से किया जाता है।

पीसीवी परीक्षण की गणना एक स्वचालित विश्लेषक मशीन की मदद से की जाती है, जिसका अर्थ है कि इसे सीधे मापा नहीं जाता है। रेड सेल काउंट को माध्य सेल वॉल्यूम से गुणा करके, डॉक्टरों को अंतिम राशि मिलती है। पीसीवी हेमटोक्रिट की तुलना में थोड़ा कम सटीक है क्योंकि इसमें रक्त से प्लाज्मा की थोड़ी मात्रा शामिल होती है जो आम तौर पर दो लाल कोशिकाओं के बीच फंस जाती है।

हीमोग्लोबिन एकाग्रता को तीन गुना करके और इकाइयों को गिराकर, अनुमानित हेमटोक्रिट प्रतिशत में निर्धारित किया जा सकता है।

पीसीवी को एक केशिका ट्यूब की मदद से भी निर्धारित किया जा सकता है और इसमें लगभग पांच मिनट के लिए लगभग 10000 आरपीएम पर हेपरिनिज्ड रक्त को सेंट्रीफ्यूजिंग किया जा सकता है।
इस प्रक्रिया ने रक्त को अलग-अलग परतों में अलग करने में मदद की, और रक्त के नमूने की कुल मात्रा से विभाजित कुल पैक्ड आरबीसी की मात्रा पीसीवी की अंतिम मात्रा देती है।

PCV test के क्या जोखिम यानी की दुष्प्रभाव होते हैं? | side effects of PCV test in Hindi

PCV टेस्ट होने का जोखिम बहुत कम होता है। जहां सुई लगाई गई थी, वहां आपको हल्का दर्द या चोट लग सकती है, लेकिन ज्यादातर लक्षण जल्दी दूर हो जाते हैं। (PCV test in Hindi) या फिर थोड़ा बहुत कॉमन साइड इफेक्ट्स दिख सकता है जो की निम्न है–

  • अत्याधिक खून बहना,
  • बेहोश होना या सिर घूमना,
  • हेमाटोमा (त्वचा के अंदर खून जमना),
  • संक्रमण (सुई के छेद में संक्रमण होने के कुछ मामूली जोखिम)
  • दस्त (Diarrhea)
  • कब्ज (constipation)
  • बुखार (Fever)
  • नींद आना (sleeping)
  • चक्कर आना (dizziness)
  • जोड़ो में दर्द (Joint Pain)
  • मत्तली और उल्टी (Nausea Or Vomiting)
  • आक्षेप (Convulsions)
  • भोजन के स्वाद में बदलाव (Altered Sense Of Taste
  • त्वचा का पीला पड़ना (Skin Yellowing)
  • ये सभी ऐसे लक्षण है जो symptoms उत्पन्न होने के बाद तुरंत अपने आप ठीक हो जाता है अगर लक्षण गंभीर दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

PCV टेस्ट करवाने का कितना खर्चा लगता है?

  • पीसीवी (पैक्ड सेल वॉल्यूम) परीक्षण की कीमतें एक पैथोलॉजिकल लैब से दूसरी में भिन्न होती हैं। हालांकि, पैक्ड सेल वॉल्यूम – स्वचालित परीक्षण लागत आमतौर पर बहुत अधिक नहीं होती है और आसानी से सस्ती होती है। घर पर दी जाने वाली पैक्ड सेल वॉल्यूम (स्वचालित) परीक्षण लागत भी पारंपरिक पैथोलॉजिकल लैब से भिन्न होती है। आमतौर यह परीक्षण 100 से 200 रुपये की कीमत पर किया जाता है। (PCV test in Hindi)

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FAQ : PCV test से जुड़े सवाल जवाब?

Q) रक्त में पैक सेल की मात्रा क्या है?
Ans:– रक्त में पैक्ड सेल की सामान्य मात्रा – पुरुषों में – 38.5% से 48.6% और महिलाओं में – 35.5% से 44.9% के बीच होती है। (PCV Test in Hindi)

Q) रक्त में PCV / पैक्ड सेल वॉल्यूम कैसे बढ़ाएं?
Ans:– रक्त में PCV बढ़ाने के लिए आप आपने खाने में इन पोषक तत्वों को शामिल करें, जैसे – हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक-मूली), केला, नारियल पानी, सूखे मेवे, मूमफली, मांस-मछलियाँ और अंडे इत्यादि। (PCV Test in Hindi)

निष्कर्ष :– दोस्तो आशा करती हूं की आपको हमारा PCV Test in Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा। और इससे जुड़ी हरेक जानकारी मिली होगी। जो की आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताए गए कोई लक्षण नजर आते हैं तो आपका डॉक्टर आपको यह जांच कराने की सलाह दे सकता है। PCV Test in Hindi से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। या फिर डॉक्टर से सलाह ले सकते है।

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