Itching या खुजली क्या है?
Table of Contents
- 1 Itching या खुजली क्या है?
- 2 खुजली होने के मुख्य कारण । Causes of scabies or itching in Hindi:–
- 3 खुजली के लक्षण । Symptoms of itching in Hindi:–
- 4 खुजली से बचाव कैसे करे? । Prevention of itching in Hindi:–
- 5 खुजली का घरेलू उपचार । Home remedies of itching in Hindi:–
- 6 खुजली का मेडिकल ट्रीटमेंट । Medical treatment of itching:–
- 7 Related
Itching या scabies या खुजली को कच्छु , कांडू आदि के नामों से भी जाना जाता है यह एक संसर्गी रोग है जो सारकोपटीज स्केबिआई अर्थात H माइट के द्वारा फैलता है। मादा त्वचा के अंदर बिल बनाकर समय समय पर अंडे जामा करती रहती है। जिससे रोगी को खुजली के साथ साथ उस स्थान पर चकते पड़ जाते है। हाथ पैरों की अंगुलियों की त्वचा बगलों, जांघों वा जोड़ो के स्थान अधिक प्रभावित होता है यानी जहां त्वचा ढीली होती है। हालांकि खुजली चेहरा को छोड़कर शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है।खुजली त्वचा में एक जलन होती है जो खरोंच से बढ़ जाती है। यह एक समस्या है जो हर कोई अनुभव करता है और जिसके लक्षण पता लगाए जा सकते है। कभी-कभी, कुछ कारणों के आधार पर, आपको रात में बहुत खुजली हो सकती है | एक सामान्य खुजली जो पूरे शरीर में होती है अक्सर स्थानीय खुजली के मुकाबले कठिन होता है।यह त्वचा-त्वचा के घावों (बाधाओं, छाले, लाल चकत्ते, लालिमा जैसा भी देखा जा सकता है)
खुजली होने के मुख्य कारण । Causes of scabies or itching in Hindi:–
- इस रोग का प्रमुख कारण सारकोप्टस है।
- खुजली ग्रीष्म ऋतु में पसीना जमा होने पर अधिक पाया जाता है।
- सफाई का अभाव।
- बच्चो को गंदगी में खेलने से भी खुजली हो सकती है।
- वृद्धावस्था के परिवर्तन।
- एलर्जी उत्पन्न करने वाली औषधियां से।
- मानसिक रोगों के परिणामस्वरूप।
- निरंतर कब्ज रहना।
- प्राइवेट पार्ट के उचित सफाई का अभाव।
- महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमिता।
- रक्तविकार या कैंसर से।
- तेल, मिर्च, आचार, मसाला, इमली, चाय आदि के अधिक सेवन से।
- Itching या scabies या खुजली रोग एक रोगी व्यक्ति के संपर्क में स्वस्थ व्यक्तियों को आने से हो जाया करता है। यही कारण है परिवार में किसी एक व्यक्ति को Itching या scabies या खुजली का रोग हो जाए तो प्रायः समस्त पारिवारिक सदस्यों को यह रोग हो जाया करता है, इस रोग का प्रसार यानी फैलना संपर्क, कपड़ो, बिस्तरों तथा तौलिया आदि से होता है।
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खुजली के लक्षण । Symptoms of itching in Hindi:–
- Itching या scabies या खुजली के कीटाणु त्वचा के अंदर एक गढ्ढा सा बना लेते है, जो उठा हुआ, भूरे रंग का टेढ़ा मेढा या छोटी रेखाओं की भांति त्वचा में होता है।
- यह अंगुलियों के बीच में, निप्पल के चारों तरफ, जन्नेंद्रियो, नितंबों, जांघ के भी भीतरी भाग में अधिक होते है।
- Itching या scabies या खुजली रात्रि के समय अधिक होने से प्रायः रोगी का सोना कष्टकर हो जाता है। अधिक खुजलाने से वांहा घाव होकर संक्रमण से मवाद बन जाती है।
- दूतियाक संक्रमण से पयोदर्मा बनकर दर्द होता है।
- रोग के स्पष्ट लक्षण हाथ पैरो की अंगुलियों के मध्य की त्वचा पर दिखाई पड़ता है।
- इसका संक्रमण काल तीन सप्ताह का होता है।
Itching या खुजली दो प्रकार का होता है:–
- सुखी खुजली :– जिसमे स्त्राव एवं फुंसियां दृष्टिगत नहीं होती है।
- गीली खुजली :– इसमें फुंसियां होती है अथवा नहीं भी होती है, किंतु खुजलाने पर रक्त मिश्रित स्त्राव अल्प मात्रा में निकलता है।
खुजली से बचाव कैसे करे? । Prevention of itching in Hindi:–
- Itching या scabies या खुजली होने से कैसे रोक सकते हैं?
- नेचुरल साबुन या आयुर्वेदिक साबुन का ही प्रयोग करे।
- ठंडे पानी की जगह गुनगुने पानी से नहाएं ।
- खुजली को रोकने का सबसे बेहतरीन तरीका है– अपनी त्वचा का ध्यान रखना।
- सनलाइट से त्वचा को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए नियमित रूप से सनस्क्रीन का उपयोग करें।
- ऊनी, सिंथेटिक कपड़ा से त्वचा में खुजली उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए इसे न पहने। सूती कपड़े पहनें और बिस्तर पर सूती चादर बिछाएं।
- गर्म, शुष्क हवा त्वचा को रुखा बना सकती है, इसलिए अपने घर का तापमान कम रखें और एक वायु को नम रखने वाला उपकरण का इस्तेमाल करें।
- खुजली से छुटकारा पाने के लिए खुजलाने के बजाय उस हिस्से पर पर एक गीला कपडा या ठंडे हाथो से सहलाए।
- स्किन क्रीम और लोशन का प्रयोग करें। ये आपकी त्वचा को मॉइस्चराइज़ करते हैं और खुजली को रोकते हैं।
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उपचार
खुजली का घरेलू उपचार । Home remedies of itching in Hindi:–
- नीम (Neem) :- नीम को खुजली पर बेहद लाभदायक माना जाता है। शरीर पर नीम की पत्तियों को पीस कर भी लगा सकते हैं या इसके तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम के एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है जिससे खुजली को कम करते हैं।
- नारियल का तेल (Coconut Oil) :- शरीर पर नारियल का तेल लगाने पर खुजली में आराम मिलता है. इसके साथ ही नारियल का तेल लगाने पर आपको ठंडक भी महसूस होगी।
- हल्दी (Turmeric) :- हल्दी को नीम के तेल में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और इस पेस्ट को खुजली वाली जगह पर लगाएं।
- एलोवेरा (Aloe Vera) :- खुजली वाली जगह पर एलोवेरा लगाने पर राहत महसूस होती है।आप एलोवेरा को स्किन पर लगभग आधा से एक घंटा लगाए रखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। आप इसे जब चाहे रोजाना 2-3 बार इसे लगा सकते हैं।
- लौंग का तेल (Clove Oil) :- लौंग में पाए जाने वाले एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण खुजली के दानों को कम करने में मदद करते हैं।
खुजली का मेडिकल ट्रीटमेंट । Medical treatment of itching:–
- सम्पूर्ण परिवार के खुजली से पीड़ित समस्त सदस्यों की चिकित्सा एक साथ करे।
- शरीर वा पहनने और बिछाने के कपड़ो की सफाई अत्यावश्यक है तथा कपड़ो को बार बार बदलना चाहिए।
- समस्त पहनने के एवं बिछाने ओढ़ने के तथा अंडरवियर, बनियान और तौलिया आदि को भली प्रकार साबुन मिश्रित जल में चिमटे से पकड़कर उबलते जल में इधर से उधर डुबो डुबोकर धोएं।
- रोगी को खुजली का कष्ट अधिक होने की अवस्था में एंटीएलर्जिक औषधि जैसे एविल 25 mg एक एक tablet दिन में दो से तीन बार दे।
- रोगी को दूतियाक संक्रमण होने की दशा में उचित एंटीबॉयोटिक उचित मात्रा उचित समयअंतराल पर दे। ( पेनिसिलिन अथवा कोई अन्य ब्रांड स्पेक्ट्रम एंटीबॉयोटिक औषधि। )
- रोगी को स्नान करने के लिए नीको सोप, टेटमोसोल सोप अथवा डेटॉल सोप तथा नीम सोप अथवा कार्बोलिक सोप का उपयोग करने का परामर्श दे उसके बाद स्थानीय चिकित्सा के अंदर लागने की औषधि लोशन, मरहम आदि को भली प्रकार नहाने के बाद स्वच्छ तौलिए से पोंछ सुखाकर बेंजाइल बैंजोएट 25% गामा बैंजीन हैक्सक्लोरिड गले के नीचे पूरे शरीर पर लगाए। क्रोटामिटान का उपयोग भी हितकारी है।
Benzyl benzoate :– यह स्थानीय कवक नाशक तथा परजीवी नाशक लोकल एंटीफंगल एंड एंटी पैरीसिटीक औषधी है। जिसका उपयोग खास जूं से होने वाले रोग पेडिकुलोसिस में किया जाता है। यह आयंटमेंट वा लोशन के रूप में विभिन्न नामों से बाजार में उपलब्ध हैं ।
प्रयोग विधि :– नहाने के बाद सूखे हुए शरीर पर गर्दन से नीचे संपूर्ण शरीर पर 6– 8 घंटे के अंतराल से 3 बार लगाए उसके बाद साबुन लगाकर नहा कर साफ करे नहाकर अधिक एक बार लगाएं फिर एक सप्ताह के बाद पुनः औषधी लगाएं।
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5 सबसे अच्छा मेडिसिन खुजली के लिए । 5 best medicine for itching :–
- सल्फर for itchy skin।
- Calamine lotion :– इसका उपयोग जब एक्जिमा, impatigo, sunburn, dermatitis, itching, वेरोकोसा, ulcer, psoriasis, के उपचार में ये क्रीम हेल्पफुल होता है।
- Antihistamines:– ये मेडिसिन क्लास है ये एंटी एलर्जिक में काम आता है इसमें मेडिसिन जैसे:- Brompheniramine, सेट्रीजाइन, Levocetirizine, Chlorpheniramine,
Clemastine, Dephenhydramine, Fexofenadine, Coratadine,
4.) Antifungal:– कई बार itching फंगस के कारण होती है जैसे दाद इन्फेक्शन बेगैरह इसमें कुछ मेडिसिन लिया जाता है जैसे–clotrimazole, econazole, miconazole, oxiconazole, केटोलोनाजोल, फ्लूकोनाजोल आदि।
5.) Otc cream :– इसके अन्तर्गत betnovate जैसे क्रीम लगाया जाता है।
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