Black Pepper in Hindi : काली मिर्च के हो सकते है ये 12 फायदे, जानिए उपयोग करने का सही तरीका

Black Pepper in Hindi : काली मिर्च के हो सकते है 12 फायदे, जानिए उपयोग करने का सही तरीका
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Black Pepper in Hindi | काली मिर्च के बारे में :

काली मिर्च का वैज्ञानिक नाम पाइपर निग्राम है।काली मिर्च सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। काली मिर्च खाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। काली मिर्च सलाद, शिकंजी या सैंडविच चीजों का सिर्फ जायका ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह किसी भी खाने का स्वाद बढ़ाने का भी काम करती है। इसके आलावा मुख्य बात करे तो यह सेहत पर कई तरह के लाभकारी असर भी डाल सकती है, जिस बारे में जानकर आपको हैरानी हो सकती है।

अधिकतर घरों में काली मिर्च का उपयोग मसाले के तौर पर खूब किया जाता है। साथ ही काली मिर्च का काढ़ा बनाकर भी पीने में काम आता है। काली मिर्च औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीओबेसिटी और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये सभी गुण कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकते हैं।

काली मिर्च क्या है | What is Black Pepper in Hindi :

सभी जगह के हिसाब से काली मिर्च के कई अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे की तेलुगू में इसे नाला मिरियालु, तमिल में करूमिलाकु व कन्नड़ में कारे मनसु के नाम से जाना जाता है। यहां बता दें कि काली मिर्च एक फूल वाली बेल है, जिसकी खेती इसके फल के लिए की जाती है। जब इस बेल का फल सूख जाता है, तो इसे मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसी मसाले को काली मिर्च कहा जाता है। इसे पेपरकॉर्न भी कहा जाता है।

काली मिर्च के मुख्य फायदे । Benefits of Black Pepper in Hindi :

काली मिर्च के मुख्य फायदे तो निम्न है : 

  1. पाचन बेहतर बनाए : आहार में काली मिर्च का उपयोग करने से पाचन संबंधी समस्याओं से निजात मिल सकता है। काली मिर्च में एक विशेष तत्व पाया जाता है जिसे पाइपरिन के नाम से जाना जाता है जो की अग्न्याशय यानी पेट के पाचन एंजाइमों को उत्तेजित कर पाचन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। जिससे इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, कब्ज और अपच से छुटकारा मिल सकता है।
  2. सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में : इसमें उपस्थित पाइपरिन सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या से निजात दिलाने में बहुत हेल्पफुल होता है। इसलिए जब भी सर्दी जुकाम होता है तो सभी लोग एडवाइस देते है काढ़ा में काली मिर्च डालकर सेवन करे। काली मिर्च जो है वो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है। और जैसे इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, तो हमारे शरीर खुद बैक्टेरिया और वायरस से लड़ने के योग्य हो जाते हैं। इसलिए अगर आपको खांसी या जुकाम है, तो काली मिर्च का सेवन जरूर करें।
  3. ओरल हेल्थ के लिए लाभकारी : मुंह में किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन के ठीक करने में भी मददगार होता है क्योंकि काली मिर्च में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये सभी मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को मारते हैं। साथ ही सूजन आदि से भी राहत मिल सकती है। काली मिर्च खाने से दांत भी सुरक्षित रहते हैं। काली मिर्च ओरल हाइजीन को मेंटेन रखने में मदद कर सकता है।
  4. वेट लॉस में यानी वजन कम करने में सहायक : वजन घटाने में तो काली मिर्च नंबर वन choosing है।अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो काली मिर्च का सेवन करना शुरू कर सकते हैं। काली मिर्च में पाइपरिन और एंटीओबेसिटी प्रभाव होते हैं, जो वेट लॉस करने में मदद कर सकते हैं। आप काली मिर्च को खाने में शामिल कर सकते हैं या फिर इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
  5. डायबिटीज : डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए काली मिर्च का सेवन फायदेमंद हो सकता है। काली मिर्च में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक एजेंट होते हैं, जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में मदद कर सकते है।
  6. स्किन : काली मिर्च सिर्फ स्वाद और सेहत ही नहीं बल्कि सुंदरता को भी बढ़ाने में मददगार है। काली मिर्च के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
  7. ब्लड प्रेशर : ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी काली मिर्च का सेवन करना काफी लाभकारी माना जाता है। काली मिर्च को किशमिश के साथ सेवन करने से ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
  8. जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में : जैसा की काली मिर्च में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीआर्थराइटिस प्रभाव पाया जाता है। तो इस वजह से ये गठिया की वजह से होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में कारगर साबित हो सकते हैं।
  9. इंफेक्शन से बचाव में : जैसा की आपने ऊपर के ही जाना काली मिर्च में एंटीबैक्टेरियल गुण पाया जाता है। ये गुण लोगों को बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। जो की इंफेक्शन से बचने के लिए बहुत हेलफुल है। काली मिर्च बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है।
  10. एंटीऑक्सीडेंट : शरीर में फ्री रेडिकल्स (मुक्त कणों) का निर्माण मेम्ब्रेन द्वारा लिपिड के ऑक्सीकरण के कारण होता है। इन फ्री रेडिकल्स के कारण कई बीमारियां हो सकती है। ऐसे में ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को रोकने के लिए काली मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि मदद कर सकती है। इससे फ्री रेडिकल्स की समस्या को दूर रखा जा सकता है और गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है।
  11. कोलेस्ट्रॉल के लिए : शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर कई समस्याओं के पनपने का जोखिम बना रहता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए काली मिर्च का उपयोग किया जा सकता है। काली मिर्च में पाइपरिन होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोक सकता है। यह तत्व कोलेस्ट्रॉल ट्रांसपोर्टर प्रोटिंस को भी दबाता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रह सकता है।
  12. मस्तिष्क के लिए याददाश्त बढ़ाने : काली मिर्च के फायदे मस्तिष्क के लिए भी हो सकते हैं। काली मिर्च में मेथनॉलिक अर्क और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो अल्जाइमर जैसे मानसिक रोग से राहत पहुंचा कर याददाश्त को बढाने का काम कर सकते हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या से निजात दिला सकते हैं, जो मस्तिष्क के लिए अच्छा हो सकते हैं।

काली मिर्च के नुकसान । Black Pepper Side Effects in Hindi :

  • एक तरफ जहां काली मिर्च सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है, वहीं इसके कुछ नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं।
  • काली मिर्च बेहद गर्म होती है। इसलिए पित्त प्रकृति के लोगों को काली मिर्च का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • छोटे बच्चों को अधिक मात्रा में काली मिर्च खिलाने से बचना चाहिए।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को काली मिर्च का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
  • काली मिर्च औषधीय गुणों से भरपूर होता है। आप भी काली मिर्च का सेवन कर सकते हैं। लेकिन काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, इसलिए इनका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। बहुत अधिक मात्रा में काली मिर्च का सेवन करने से बचना चाहिए।

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