Himalaya septilin syrup का उपयोग, फायदे और नुकसान संपूर्ण जानकारी?

Himalaya septilin syrup का उपयोग, फायदे और नुकसान संपूर्ण जानकारी?
Rate this post

Himalaya septilin syrup का उपयोग व फायदे और नुकसान :-

हैलो दोस्तों आज Himalaya septilin syrup uses in Hindi आर्टिकल में हम बात करेंगे की Hहिमालया सेप्टिलिन सिरप क्या है?। Himalaya septilin syrup कैसे काम करता है?। Himalaya septilin syrup का उपयोग क्या है?। हिमालया सेप्टिलिन सिरप का सामान्य dose क्या है?। हिमालया सेप्टिलिन सिरप के फायदे, नुकसान और साइड इफेक्ट क्या है?। इसलिए आप हमारे आर्टिकल पर बने रहे आपको हिमालया सेप्टिलिन सिरप से जुड़ी हरेक जानकारी मिलेगी।

हिमालय सेप्टिलिन के बारे में जानकारी । Himalaya septilin syrup uses in Hindi:–

Himalaya Septilin Syrup बिना डॉक्टर के लिखे गए पर्चे द्वारा भी मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो विशेष रूप से टॉन्सिल, गले में सूजन, इम्यूनिटी कमजोर होना के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Himalaya Septilin Syrup का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप एक प्रकार का अत्यधिक प्रभावी भारतीय जड़ी बूटियों का मिलावट है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में सहायता करते हैं। हिमालय जड़ी बूटियों से बनकर यह शक्तिशाली इम्युनिटी बूस्टर एक सिरप के रूप में आता है जिसे अच्छा परिणाम प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से सेवन करने की जरूरत होती है।

इस सिरप के रोगाणुरोधी गुण शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में सहायता करते हैं साथ ही भविष्य में संक्रमण को दूर करने के लिए एंटीबॉडी डेवलप करते हैं। इसके साथ ही, इसके इम्युनोस्टिममुलेंट गुण शरीर में मैक्रोफेज के विकास को अग्रसरित करते हैं। जैसा कि यह जड़ी बूटियों से बनी है तो हिमालय सेप्टिलिन सिरप में कुछ एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो पूरे शरीर को स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

इसके साइड इफेक्ट्स की बात करे तो वैसे मुख्य रूप से यह एक सुरक्षित दवा होती है, कभी कभार दवा उपयोग करने के बाद समस्या आ सकती हैं। वैसे ये साइड इफेक्ट बहुत ही रेयर मात्रा में होती है । कुछ समय बाद अपने आप ठीक भी हो सकता है । अगर आपको ज्यादा देर तक बनी रहती है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

सबसे पहले इस दवा का उपयोग करने से पहले, अगर आप ठीक उसी बीमारी या अन्य बीमारियों के लिए कोई अन्य दवाएं ले रहे हैं या हाल ही में ले चुके हैं, तो इस बारे में डॉक्टर से बात करे । गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दवा का उपयोग निर्धारित खुराक और सावधानी के साथ करना चाहिए।

साथ ही अगर आपको इस दवा से संबंधित जानकारी एलर्जी है, तो आपको इस दवा का युज करने से बचना चाहिए और अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

Himalaya septilin syrup

दवा के नाम Himalaya septilin syrup
कीमत175 रुपए में एक बोतल में 200 ml सिरप
निर्माताHimalaya
उपयोगटॉन्सिलाइटिस
गले में सूजन
Etc..
दवा का प्रकारएंटीबैक्ट्रियल
एक्सपायरीनिर्माण की तारीख से 24 महीने तक।

हिमालय सेप्टिलिन सिरप क्या है । what is the Himalaya septilin syrup in Hindi –

हिमालया सेप्टिलिन सिरप हर्बल हेल्थकेयर द्वारा बनाई गई एक आयुर्वेदिक दवा है जो शरीर के डिफेंस मेकेनिस्म के बनने में सहायता करती है। इसमें उपस्थित प्रमुख तत्व हैं टिनोस्पोरा गुलंचा (गुडुची), लिकोरिस (यष्टिमधु) और इंडियन बडेलियम (गुग्गुलु)। बता दे यह गोलियों और सिरप दोनो के रूप में मिलने वाली दवा गले में खराश, रेसपिरेटरी इन्फेक्शन, स्किन के इन्फेक्शन आदि ये सभी को ठीक करने में सहायता करती है। जिसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

हिमालया सेप्टिलिन शरीर की अपनी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करता है हिमालय सेप्टिलिन सिरप जड़ी बूटियों के मिलावट के साथ एक स्वास्थ्य पूरक है जो पूरे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायता करता है। इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, रोगाणुरोधी और विरोधी अवरोधित गुण हैं।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप कैसे काम करती है?

हिमालय सेप्टिलिन सिरप में उपस्थिति सारे सामग्री अपना अपना प्रभाव दिखाकर काम पूरा करता है जैसे की:

  • इंडियन बेडेलियम (गुग्गुलु) – इसमें सूजन रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण उपस्थित होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने और पूरे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायता करते हैं
  • लिकोरिस (यष्टिमधु) – यह ब्लड सेल्स को बढ़ाने में सहायता करता है और अस्थमा, पुरानी खांसी और तीव्र या पुरानी ब्रोंकाइटिस से राहत पाने के लिए एंटीवायरल और एक्सपेक्टोरेंट एजेंट के रूप में काम करता है।
  • टिनोस्पोरा गुलंचा (गुडुची) – इसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण के लिए शरीर के प्रतिरोध को बनाने में मदद करते हैं।

इसे भी पढ़े :

हिमालया सेप्टिलिन सिरप की सामग्री यानी घटक । Ingredients or, chemical composition Himalaya septilin syrup in Hindi

Himalaya septilin syrup निम्न पदार्थों से मिलकर बना होता है जिसके बारे में नीचे देखते है, वैसे तो Himalaya septilin syrup में मुख्य रूप से आयुर्वेद के ही कॉम्बिनेशन होता जिससे मिलकर बनाया जाता है जो इस प्रकार है–

हिमालया सेप्टिलिन सिरप में मिलाई गयी सभी सामग्री यहाँ दी गयी हैं इसमें मिलाए गए सामग्री में शामिल हैं।

  • Tinospora Gulancha (Guduchi) टिनोस्पोरा गुलंचा (गुडुची)
  • Liquorice (Yashtimadhu) लिकोरिस (यष्टिमधु)
  • Indian Bdellium (Guggulu) इंडियन बेडेलियम (गुग्गुलु)
  • अतः ये सारे कुछ घटकों को एक उचित अनुपात में मिलाकर और कई तरह के प्रोसेसिंग के बाद Himalaya septilin syrup बनाया जाता है।

हिमालय सेप्टिलिन सिरप का उपयोग। Himalaya septilin syrup uses in Hindi :–

Himalaya septilin syrup का उपयोग कई तरह की समस्याओं में किया जाता है जिसमे से कुछ के बारे में नीचे बताया गया है–

सेप्टिलिन(Septilin) के कई पोजिटिव उपयोग हैं। उन्हें नीचे बताया गया है:

  • एंटी इन्फ्लेमेटरी के रूप में सेप्टिलिन का उपयोग– चूंकि इसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इसे फोड़े फुंसियों, कार्बन्स को ठीक करने में मददगार होते हैं।
  • सेप्टिलिन इम्यूनों बूस्टर के रूप में लाभदायक होता है– यह इम्युनोमोडायलेटरी, एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण नॉर्मली हेल्थ को स्टूमलेट करने में सहायता करता है।
  • एंटी पायरेटिक के रूप में सेप्टिलिन का फायदा – यह शरीर के तापमान को कम करने और वैसे ही उसी स्थिति में लाने की दिशा में काम करता है।
  • स्किन को गोरा करने मे सेप्टिलिन का फायदा – यह स्किन को ऑक्सीडेटिव नुकसान से भी बचाता है। यह त्वचा में मौजूद मेलेनिन को दूर करता है इस प्रकार से त्वचा को गोरा करने में सहायता करता है।
  • वायरल और एंटी बैक्टारियल इन्फेक्शन को दूर करने में लाभदायक होता है – इस सिरप में उपस्थित एंटी-माइक्रोबियल गुण शरीर को अलग अलग प्रकार के इन्फेक्शन से लड़ने और उन्हें दुबारा होने को रोकने में मदद करते हैं।

मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है–

  • टॉन्सिलाइटिस
  • गले में सूजन
  • कमजोर इम्यूनिटी
  • अन्य उपयोग।
  • बैक्टीरियल संक्रमण
  • वायरल इन्फेक्शन
  • खांसी
  • ब्रोंकाइटिस
  • दमा
  • गले में दर्द
  • बुखार
  • लेरिन्जाइटिस (गले में संक्रमण)
  • इसके अलावा भी सेप्टीलिन सिरप का उपयोग किया जाता है अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

इसे भी पढ़े :

हिमालय सेप्टिलिन सिरप के फायदे या लाभ । Himalaya septilin syrup benefits in Hindi:–

  1. आपको बता दे सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, यह इम्युनोस्टिममुलेंट सिरप शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
  2. उसके बाद, इसके इम्यूनोरेगुलेटरी गुण ऊपरी और निचले सांस रास्ते के संक्रमण के साथ साथ एलर्जी संबंधी विकारों को रोकने में भी मदद करते हैं।
  3. वैसे यह पूरे स्वास्थ्य को बढ़ाता है, यह अक्सर पोस्टऑपरेटिव देखभाल प्राप्त करने वाले लोगों के उपचार में फायदेमंद होता है।
  4. इसके अतिरिक्त, हिमालय सेप्टिलिन सिरप का उपयोग एंटी-इन्फेक्टिव थेरेपी के मदद के रूप में भी किया जाता है।
  5. सेप्टिलिन सिरप के ज्वरनाशक गुणों की मौजूदगी के कारण, इसका उपयोग बुखार और इसी तरह की कुछ अन्य स्थितियों के इलाज के लिए कई अन्य जगहों पर भी किया जाता है।
  6. यह सिरप एक बहुत ही प्रभाव शील इम्यूनोमॉड्यूलेटर है, जिसका अर्थ है कि यह विभिन्न प्रकार की श्वसन संबंधी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
  7. इन सारे लाभ के अलावा और भी इस सिरप से लाभ मिल सकते है और इससे जुड़े अधिक जानकारी के लिए आप पास के डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
  8. अधिक लाभ के लिए इसे डॉक्टर के निर्धारित किए गए रास्ते के अनुसार ही सेवन करे।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Himalaya septilin syrup Side Effects in Hindi

रिसर्च के आधार पे Himalaya septilin syrup के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं ।

नीचे कुछ साइड इफेक्ट्स दिए गए हैं जो Himalaya septilin syrup के सेवन से हो सकते हैं। जैसा की आप सभी को पता है जहां फायदा होता है वहां कुछ न कुछ नुकसान भी होता ही है। वैसे Himalaya septilin syrup की ओवरडोज या दुरुपयोग करने से कुछ दुष्प्रभाव देखे जा सकते है, जैसे की–

  • Nausea
  • वोमेटिंग
  • सिरदर्द
  • पेट की गैस
  • पेट दर्द
  • चिड़चिड़ापन
  • दुर्बलता
  • असामान्य मल
  • त्वचा की हल्की जलन
  • दस्त
  • अस्थायी जलन का अहसास
  • रक्त में यूरिक अम्ल का उच्च स्तर
  • पेट फूलना
  • थकान
  • फाइब्रोज़िंग
  • चक्कर आना आदि
  • वैसे ये दुष्प्रभाव आपके ड्रग एलर्जी के कारण भी हो सकते है, इसलिए इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह से शुरू करें।
  • वैसे नॉर्मली तो बहुत कम ही लक्षण देखा जाता है बहुत ही कम लोगों में । लेकिन अगर सिम्पटम्स उत्पन्न होता है और अधिक देर तक बना रहता है तो कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श तुरंत करें ।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप की खुराक क्या है? | Dose of Himalaya septilin syrup in Hindi :–

वैसे कोई भी दबा दिए जाता है तो उसका डोज 3 चीज पे डिपेंड करता है

  1. प्रोब्लम
  2. आयु
  3. शरीर की वजन
    दबा का सेवन डॉक्टर के बताए गए निर्देश के अनुसार ही करे। यदि टैबलेट के फॉर्म में है दबा तो उसका डोज एमजी,जीएम और माइक्रो जीएम में दिया जाता है। वही जब बच्चो को दिया जाता है तो वह syrup रहता है तो फिर उसको ml मे दिया जाता है लेकिन रहता है वह mg में ही। जब मरीज को सुधार होने लगता है तो उस हिसाब से दवा में परिवर्तन किया जाता । लेकिन कुछ मामलों में खुराक कुछ इस प्रकार होता है

बता दे सेप्टिलिन(Septilin) ड्रॉप्स, सिरप और टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। वैसे मधुमेह के रोगियों के लिए यह सिरप सही नहीं है। लेकिन वैसे सेप्टिलिन की टैबलेट ले सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि इस खुराक को डॉक्टर की सलाह के रूप में हीं लिया जाना चाहिए। कृपया इसे लेने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह लें।

सेप्टिलिन ड्रॉप्स:–

  • =आयु – 6 महीने से 1 वर्ष
    खुराक (हर रोज दो बार लें) – 3 मि.ली.
  • =आयु – 1 से 2 साल तक
    खुराक (हर रोज दो बार लें) – 3.5 मि.ली.
  • =आयु – 2 से 3 साल
    खुराक (हर रोज दो बार लें) – 4 मि.ली.
  • =आयु – 3 से 4 साल
    खुराक (हर रोज दो बार लें) – 4.5 मि.ली.
  • =आयु – 4 से 5 साल
    खुराक (हर रोज दो बार लें) – 5 मि.ली.

सेप्टिलिन सिरप :–

  • बच्चे – 1 से 2 चम्मच रोजाना 3 बार
  • वयस्क – 2 चम्मच रोजाना 3 बार

सेप्टिलिन टैबलेट :–

  • बच्चे – प्रतिदिन 1 गोली दो बार
  • वयस्क – प्रतिदिन 2 गोलियां दो बार
  1. ओवरडोज की कंडिशन में :– डॉक्टर द्वारा दिये गए सिरप से अधिक लेने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं। यदि आपको कोई दुष्प्रभाव मिले तो अपने चिकित्सक से सलाह ले।
  2. खुराक भूल जाने पर :– अगर खुराक भूल गये हैं , तो मिस्ड खुराक को छोड़ दें और अगले खुराक के साथ आगे बढ़ें। कभी भूली हुई खुराक के लिए दोहरी खुराक का उपयोग न करें।

इसे भी पढ़े :

सेप्टिलिन सिरप का इस्तेमाल कैसे करे।

  • सेप्टिलिन(Septilin) सिरप और टैबलेट के रूप में मिलता है और यह वयस्कों और बच्चों दोनों के लेने के लिए सुरक्षित है।
  • इसे भोजन के बाद या पहले लिया जा सकता है तो,मुख्य रूप से इसे भोजन के बाद लिया जाता है। लेकिन इस दवा को लेने के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • मुख्य रूप से सेप्टिलिन को खाली पेट नहीं लिया जाता है। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप इसे लेने के बारे में अपने डॉक्टर से राय लें।
  • अगर टैबलेट है तो सेप्टिलिन को पानी के साथ निगलकर लिया जा सकता है।
  • अगर सिरप है तो इसे डॉक्टर के बताए अनुसार सेवन करे।
  • सेप्टिलिन लेते समय मुख्य रूप से निम्न बातों को ध्यान रखना चाहिए यदि आप सेप्टिलिन जैसी कुछ अन्य दवाएं एक ही समय में ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं क्योंकि इससे इस दवा के प्रभाव के कारण बदल सकते हैं। यह या तो साइड-इफेक्ट्स के खतरे को बढ़ा सकता है या ठीक से काम नहीं करता।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप कब ना ले या सावधानी बरतें | Himalaya septilin syrup contraindications in Hindi :–

यदि आपको नीचे दिए गए कोई भी बीमारी है तो Himalaya septilin syrup को नहीं ले क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है जिन लोगों को कुछ बीमारियां जैसे कि

  • ड्रग एलर्जी

अगर डॉक्टर फिर भी उचित समझे तो आपको इन रोग से ग्रस्त होने के बावजूद भी Himalaya septilin syrup ले सकते हैं।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप से सम्बंधित चेतावनी । Himalaya septilin syrup Related Warnings in Hindi

Himalaya septilin syrup का इस्तेमाल करने से पहले क्या क्या पता होना चाहिए?

  • एक्सपेयरी – Himalaya septilin syrup को खरीदते समय एक्सपेयरी डेट से जुड़ी दिशा निर्देश को जरूर पढ़ें।
  • गर्भावस्था – Himalaya septilin syrup गर्भवती महिलाओं पर असर कर सकती है। इसलिए इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें। अपनी मर्जी से इसको लेना हानिकारक हो सकता है।
  • स्तनपान – जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उन पर भी Himalaya septilin syrup को लेने से मध्यम से दुष्परिणाम हो सकते है। इसलिए डॉक्टर से पूछे बिना इसका उपयोग करना खतरनाक हो सकता है।
  • किडनी – किडनी के लिए Himalaya septilin syrup नुकसानदायक नहीं होते है। वैसे ये पर्ची द्वारा मिलने वाली दवा है तो अपने आप से इसका उपयोग नहीं करे।
  • जिगर (लिवर) – Himalaya septilin syrup लिवर रोगी को प्रोब्लम कर सकती है। अगर आप फिर भी उपयोग कर रहे हो तो उपयोग करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले।
  • ह्रदय – ह्रदय रोगी को Himalaya septilin syrup को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • लत – Himalaya septilin syrup की लत के बारे में जानकारी नहीं है, इसलिए आपको इसे लेने से पहले सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
  • गाड़ी वाहन – गाड़ी,वाहन चलाना सुरक्षित नहीं है क्योंकि इसके सेवन के बाद आलस आ सकती है ऐसे में गाड़ी,वाहन चलाना सुरक्षित नहीं हैं।
  • अल्कोहल – कोई भी दवा के साथ अल्कोहल लेना सुरक्षित नहीं होता है।
  • सुरक्षित – जी हां सुरक्षित है, लेकिन डॉक्टर से सलाह के बिना नहीं लें।
  • मानसिक विकार – मस्तिष्क विकार में Himalaya septilin syrup का उपयोग हेल्पफुल नहीं है।
  • अन्य बीमारी – अन्य विकारों में Himalaya septilin syrup का उपयोग डॉक्टर की सलाह अनुसार करें।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप की कीमत कितनी होती है?

  • ₹175 रुपए में एक बोतल में 200 ml सिरप मिल सकती है वैसे इसकी कीमत बदल भी सकती है और आप अपने सुविधा के अनुसार नजदीकी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन खरीद सकते है।

हिमालया सेप्टिलिन सिरप को स्टोर कैसे करे?

  • Himalaya septilin syrup दवा को रूम टेम्प्रेचर पर रखें। कमरे के तापमान में (25-30 डिग्री सेल्सियस) दवा को रखने पर इस बात का ध्यान जरूर रखें कि कमरे में अधिक गर्मी न हो। साथ ही दवा को सीधे प्रकाश यानी सनलाइट से बचाएं। Himalaya septilin syrup दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखें। साथ ही पालतू जानवर की पहुंच से भी दवा को दूर रखें।

इसे भी पढ़े :

FAQ : हिमालया सेप्टिलिन सिरप से जुड़ी सवाल जवाब?

Q) क्या सेप्टिलिन वजन घटाने के लिए उपयोग होता है।

Ans– सेप्टिलिन(Septilin) एक ऐसी दवा है जो इम्युनिटी को बढाती है और शरीर को संक्रमण से बचाती है। इसलिए वजन घटाने के लिए सेप्टिलिन लेने की सलाह नहीं दी जाती।

Q) क्या सेप्टिलिन और Amoxicillin को एक साथ लिया जा सकता है।

Ans – सेप्टिलिन एक आयुर्वेदिक दवा है एमोक्सिसिलिन एक विशेष प्रकार का एंटीबायोटिक है। इन दो दवाओं को एक साथ लिया जा सकता है । भोजन से पहले सेप्टिलिन लें और भोजन के बाद एमोक्सिसिलिन लें।आपको इन दोनों दवाओं के कॉम्बिनेशन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

Q) क्या इसमें चीनी उपस्थित है।

Ans– सेप्टिलिन(Septilin) सिरप में चीनी उपस्थित होती है और यह मधुमेह के रोगियों के लिए सुरक्षित नहीं है। इसकी खुराक की शुरुआत करने से पहले अपने डॉक्टर को उन अन्य दवाओं के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं और किसी भी अन्य स्थितियों का सामना करना पड़ रहा हो।

Q) सेप्टिलिन और सुप्रदिन का आवश्यक ऑप्शन है।

Ans– सेप्टिलिन(Septilin) और सुप्राडिन का कोई विकल्प है या नहीं यह जानने के लिए आपको एक डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

निष्कर्ष :-

Himalaya septilin syrup uses in Hindi आर्टिकल में हमने हिमालया सेप्टिलिन सिरप के बारे में जानकारी दी है जैसे कि हिमालया सेप्टिलिन सिरप के फायदे, नुकसान, डोज, लाभ,कैसे काम करता है आदि। तो दोस्तो मैं आशा करती हूं कि आपको हमारा Himalaya septilin syrup uses in Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपको हमारे आर्टिकल पसंद आता है या आपके पास कोई सवाल या जवाब है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं। और अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करे।

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *