cystone tablet uses in hindi : हिमालया सिस्टॉन टैबलेट का उपयोग, फायदे एवं नुकसान क्या है?

cystone tablet uses in hindi : हिमालया सिस्टॉन टैबलेट का उपयोग, फायदे एवं नुकसान क्या है?
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सिस्टॉन टैबलेट के फायदे एवं नुकसान | Cystone tablet uses in hindi :–

हेलो दोस्तो स्वागत है हमारे सिस्टोंन टैबलेट Cystone Tablet uses in Hindi आर्टिकल में जी हां, हम आज के लेख मे बात करेंगे आयुर्वेदिक औषधि cystone टैबलेट के बारे में जो हिमालय कंपनी द्वारा बनाई जाती है।

हिमालया सिस्टोंन एक आयुर्वेदिक दवा है तो दोस्तो जानेंगे गुर्दे यानी किडनी की पथरीयाँ, यौन इच्छा को बढ़ाना, आंत में एक प्रकार का फोड़ा यानी सूजन, जनन मूत्रीय पथ के विकार, मूत्र का अधिक आना, दर्द, मधुमेह, किडनी संबंधी कोई समस्या, जीवाणु संक्रमण, फंगल संक्रमण, मूत्र उत्सर्जन में होने वाली परेशानीऔर अन्य स्थितियों के उपचार के लिए आदेशित किया जाता है।

हिमालया सिस्टोन टेबलेट क्या है? (What is cystone tablet uses in hindi?) :-

तो दोस्तो cystone tablet uses in hindi Himalaya द्वारा निर्मित  टैबलेट यूरिनरी ट्रैक्ट के स्वास्थ्य बने रहने का एक बेहतर उपाय है।यह दवा प्रमुख रूप से किडनी की पथरी(renal calculi) के लिए प्रयोग में ली जाती है। Himalaya Cystone टैबलेट असल में मूत्रवर्धक (Diuretic) के रूप में कार्य करती है जिससे किडनी की पथरी, रुक-रुक कर दर्द के साथ मूत्र आने की समस्या, मूत्र संक्रमण (urinary infection) और मूत्र उत्सर्जन करते समय जलन आदि अन्य कई परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।इसके अतिरिक्त यह दवा Urinary Tract Infection (UTI) के उपचार में भी लाभकारी साबित होती है।

यह आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल ऑपरेशन के बाद भी बार-बार होने वाली पथरी से हमेशा के लिए छुटकारा दिलाने के लिए बेहतर उपाय है।

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हिमालया सिस्टोंन टैबलेट की सामग्री क्या है? ( What is ingredients of Cyston tablet in Hindi)

cystone tablet uses in hindi निम्नलिखित सक्रिय सामग्रियां शामिल है निम्न घटक Himalaya Cystone टैबलेट के निर्माण मे उपयोगी होते है।

  • गोखरू :– इस दवाओं का एक वर्ग जो पेशाब आने की क्रिया में सुधार करती है।किडनी स्‍टोन होने से रोकने और इसके इलाज में इस्‍तेमाल होने वाली दवाएं।
  • पाशनभेद :– वो दवा या एजेंट जो श्‍लेष्‍मा झिल्‍ली (म्यूकस मेंमब्रेन) में जलन या सूजन का निवारण करता है।ये दवाएं शरीर से मूत्र के उत्सर्जन में सुधार करने में मदद करती हैं।
  • छरीला :– गुर्दे की पथरी बनने से रोकने वाले पदार्थ।सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।

दोस्तों ऊपर हमने जाना हिमालय साइस्टोन टैबलेट क्या है, कौन कौन सामग्री से बना है, तो दोस्तों इसके बाद हम जानेंगे हिमालय साइस्टोन टैबलेट कैसे काम करता है इसका मुख्य उपयोग क्या है इसके लिए आप हमारे Himalaya cystone tablet uses in hindi आर्टिकल पर बने रहे,

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सिस्टोंन टैबलेट कैसे काम करता है? | (How is work Cystone tablet in Hindi) :-

cystone tablet uses in hindi मे मिलाया जाने वाले गोखरू में अनेक आवश्यक रासायनिक संगठन जैसे टैनिक एसिड (Tannic Acid), क्वेरसेटिन (Quercetin) और डायोसजेनिन (Diosgenin) जैसे तत्वों की मौजूदगी होती है जिसके करा गोखरू मूत्र मार्ग से जुड़े सामान्य संक्रमणों को ठीक करने और प्रोटेक्ट प्रदान करने में आसानी से कर पाता है। यह गुर्दे(kidney) में बनने वाली पथरी(stone) के कारणों को रोक कर पेशाब के प्रवाह को सामान्य करने में मददगार है।

  • पाशनभेद(पत्थरचट्टा) :– इसमें उपस्थित पाशनभेद(पत्थरचट्टा) पथरी के शमन के लिए बेहद कारगर औषधि पौधा है। यह पथरी को तोड़ने या गलाने में मदद करता है, जिससे पथरी पेशाब से होते हुए बाहर निकल जाती है। इसके आलावा यह मूत्र मार्ग मे सूक्ष्म जीवों के विकास को रोक कर संक्रमणों के प्रभाव को रोकता है और उत्पन्न होने वाले दर्द को कम करने का कार्य करता है।
  • छरीला :– Himalaya cystone tablet मे मिलाया जाने वाला औषधिय पौधा छरीला भी मूत्र विसर्जन मे सही रिजल्ट देता है। यह रुक-रुक के पेशाब आने, पेशाब में रक्त आने, पेशाब नली में सूजन और कई भी लक्षणों से छुटकारा दिलाता है। यह ऐसा गुणकारी यौगिक है जो गुर्दे की पथरी को बार-बार बनने से रोकने में मददगार होता है।

सिस्टोंन टैबलेट का उपयोग और फायदा क्या है? | (Cyston tablet uses and benefits in Hindi) :-

cystone tablet uses in hindi : हिमालया सिस्टॉन टैबलेट का उपयोग, फायदे एवं नुकसान क्या है?

हिमालय साइस्टोन टैबलेट (Himalaya Cystone Tablet) का उपयोग निम्नलिखित बीमारियों, स्थितियों और लक्षणों के उपचार, नियंत्रण, रोकथाम और सुधार के लिए किया जाता है। जैसे की आगे देखते है :–

  • गुर्दे की पथरीयाँ :– किडनी के सही से कम न करने की वजह से, या अपच आहार की वजह से किडनी की कार्य क्षमता पर असर पड़ता है। कुछ विपरीत स्थितियों मे किडनी मे stone जमा होने लगता है जो पथरी के रूप में बन जाते है।
  • मूत्र नली में : – किडनी की पथरी जब आकार में अधिक मात्रा मे बढ़ जाती है तो वह पथरी या स्टोन धीरे धीरे टूट कर मूत्र मार्ग मे आने लगता है जिससे मूत्र नली मे क्रिस्टल का जमाव हो जाता है ओर मूत्र मार्ग अवरूद्ध हो जाता है जिससे कई प्रकार के तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
  • आंत में एक प्रकार का फोड़ या आंतों में संक्रमण :– गलत खाने से या बाहर का दूषित आहार करने से food poisoning जैसे कारण उत्पन्न हो सकते है जिसमे आंतों मे संक्रमण होना सामान्य वजह है।इसलिए इसके इलाज हेतु इस दवा क उपयोग लाभदायक होता है।
  • मूत्र संक्रमण :– खानपान सही न रहना, बाहरी पीने पदार्थ में शराब, आदि का अधिक सेवन किडनी के लिए बहुत ही नुकसान कर सकता है। मूत्र मार्ग मे बैक्टीरिया, फंगल आदि की वजह से होने वाले संक्रमण को मूत्र संक्रमण कहते है जिसमे मूत्र नलिका मे जलन, सूजन, दर्द आदि लक्षण उत्पन्न हो जाते है।Congenital खान पान आपके मूत्र संक्रमण का कारण बन सकता है।
  • अनियंत्रित दर्द :– जब किडनी में पत्थर होता है तो वह ऐसी समस्या वाली स्थिति है जाती है जो पीड़ादायक परिणाम उत्पन्न कर सकता है। अगर या स्थिति के रूप में पुरानी पथरी जन्म ले तो धीरे धीरे दर्द असहनीय हो जाता है। किडनी failure की अवस्था भी उत्पन्न हो सकती है जिसके संकेत पेट मे दर्द, right shoulder pain आदि हो सकते है। तो इस तरह की परेशानी से बचने के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
  • मधुमेह :– मधुमेह जैसी बीमारी में भी इस दवाई का उपयोग कर सकते हैं।
  • आंतरिक सूजन :– मूत्र मार्ग संबंधित बीमारियों में कभी कभी मूत्र मार्ग में सूजन यानी स्वैलिंग आदि उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से दर्द ओर मूत्र होने मे रुकावट उत्पन्न होती है। अतः मूत्र मार्ग मे होने वाली आंतरिक सूजन से राहत पाने के लिए Himalaya cystone tablet का उपयोग किया जाता है।
  • रुक-रुक कर पेशाब आना :– मूत्र मार्ग मे पथरी के क्रिस्टल के जमा होने से या फिर मूत्र नलिकाओं मे सूजन होने से मूत्र मार्ग में रुकावट हो जाता है जिससे पेशाब रुक रुक कर आती है। अतः ऐसे में Himalaya cystone टैबलेट का इस्तेमाल मूत्र नलिकाओं को फैला देता है जिससे मूत्र मार्ग का रुकावट कम हो जाता है ओर रुख रुक कर पेशाब आने की समस्या दूर हो जाती है।
  • मूत्र उत्सर्जन के दौरान जलन :– सामान्यतः बाहरी संक्रामक कारणों से या बैक्टीरिया आदि की वजह से मूत्र मार्ग का संक्रमण उत्पन्न हो जाता है जिससे मूत्र उत्सर्जन के दौरान जलन होती है। अतः इस तरह की समस्याओं के उपचार हेतु इस दवा का उपयोग किया जाता है।
  • गठिया यानी गाउट :– गठिया शरीर में आम बीमारी है ओर वात के प्रकोप के कारण उत्पन्न होने वाला रोग है जिसमे संधियों मे दर्द ओर सूजन उत्पन्न होता है। इसके उपचार के लिए भी Himalaya cystone टैबलेट का प्रयोग लाभदायक होता है।
  • विषाक्ता :– शरीर में हानिकारक पदार्थ के चले जाने से रक्त में विषैले पदार्थों का जमाव हो जाता है। इसलिए मूत्र के माध्यम से विषैले पदार्थ को निकलने के लिए इस दवाई का इस्तेमाल किया जाता है।
  • यौन इच्छा को बढ़ाने में भी यह टैबलेट बहुत लाभदायक होता है।

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सिस्टोंन टैबलेट के दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स | Himalaya Cystone Tablet Side Effects in Hindi :–

तो दोस्तो Himalaya Cystone Tablet का दुष्प्रभाव पर कोई चर्चा नहीं किया गया है और अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते है।

हिमालया सिस्टोन टेबलेट की खुराक क्या है ? | (Himalaya Cystone Tablet Dosage in Hindi?) :-

दोस्तों जैसा की आपको कोई भी दबा दिए जाता है तो उसका डोज 3 चीज पे डिपेंड करता है
1. प्रोब्लम
2. आयु
3. शरीर की वजन
दवा का सेवन डॉक्टर के बताए गए निर्देश के अनुसार ही करे। यदि टैबलेट के फॉर्म में है दबा तो उसका डोज एमजी,जीएम और माइक्रो जीएम में दीया जाता है। वही जब बच्चो को दिया जाता है तो वह syrup रहता है तो फिर उसको ml मे दिया जाता है लेकिन रहता है वह एमजी में ही। जब मरीज को सुधा र होने लगता है तो उस हिसाब से दवा में परिवर्तन किया जाता ।वैसे कुछ Cystone tablet की सामान्य खुराक एक सामान्य वयस्क के लिए, 1 गोली दिन में एक या दो बार दी जाती है।

छोटे बच्चो के लिए Cystone Tablet की खुराक आधी की जा सकती है। छोटे बच्चों के लिए पूरे दिन में एक टैबलेट पर्याप्त है। इसके अतिरिक्त एक बार बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य कर लेँ। वैसे इस दवा की खुराक के बारें में जानकारी अपने चिकित्सक या दवा विक्रेता की मदद से ही प्राप्त करें।

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हिमालया सिस्टोन टेबलेट से सम्बंधित चेतावनी :–
  1. इस दवा का प्रयोग करने से पहले, अपने चिकित्सक को अपनी वर्तमान दवाओं, अनिर्देशित उत्पादों (जैसे: विटामिन, हर्बल सप्लीमेंट आदि), एलर्जी, पहले से मौजूद बीमारियों, और वर्तमान स्वास्थ्य स्थितियों (जैसे: गर्भावस्था, आगामी सर्जरी आदि) के बारे में जानकारी प्रदान करें।
  2. कुछ स्वास्थ्य परिस्थितियां आपको दवा के दुष्प्रभावों के प्रति ज्यादा संवेदनशील बना सकती हैं। अपने चिकित्सक के निर्देशों के अनुसार दवा का सेवन करें या उत्पाद पर प्रिंट किये गए निर्देशों का पालन करें।
  3. खुराक आपकी स्थिति पर आधारित होती है। यदि आपकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होता है या यदि आपकी हालत ज्यादा खराब हो जाती है तो अपने चिकित्सक को बताएं। महत्वपूर्ण परामर्श बिंदुओं को नीचे सूचीबद्ध किया गया है।
  4. गर्भवती, गर्भवती होने या स्तनपान कराने की योजना बना रही हैं तो इस दवा का सेवन से पहले डॉक्टर से जानकारी ले।

हिमालया सिस्टोन टैबलेट को स्टोर कैसे करें?

दोस्तो जैसा की हमने ऊपर Cystone Tablet Uses in Hindi आर्टिकल में डोज, चेतावनी आदि के बारे में जाना तो आगे अब हम जानते है स्टोरेज के बारे में तो इसे स्टोर करने के लिए धूप फ्रिज से बचना चाहिए मुख्य रूप से इसे रूम के नॉर्मल टेंप्रेचर पर स्टोर करना चाहिए।

Cyston tablet एक्सपायर होने से पहले तक ही इसका उपयोग करना चाहिए इसे खुले पैक को लंबे समय तक यूज नहीं करना चाहिए। दोस्तो विशेष जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

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हिमालया सिस्टोन की कीमत :-

  1. Himalaya cyston tablet 60 tablets – Rs 135.0
  2. Himalaya cystone sirup 200 ml – Rs 160.0
  3. Himalaya cystone sirup 100 ml – Rs 100.0
  4. Himalaya cyston forte tablet 30 tablets – Rs 90.0

हिमालया सिस्टोन से जुड़े पूछे जाने वाले सवाल और जबाब :-

Q) क्या गुर्दे की पथरीयाँ और यौन इच्छा को बढ़ाना के लिए हिमालय साइस्टोन टैबलेट का प्रयोग किया जा सकता है?
Ans :– जी हाँ, गुर्दे यानी किडनी की पथरीयाँ और यौन इच्छा को बढ़ाना हिमालय साइस्टोन टैबलेट के सबसे सामान्य प्रयोग बताये गए हैं।

Q) स्थितियों में सुधार देखने के लिए कितने समय तक साइस्टोन टैबलेट प्रयोग करने की जरुरत होती है?
Ans :– वैसे दोस्तों इसका प्रभाव एक सप्ताह तक में स्थितियों में सुधार देखने को मिल सकता है यह सबसे सामान्य समय के रूप में बताया है। ये समय यह नहीं दर्शाते हैं कि आप क्या अनुभव कर सकते हैं या आपको इस दवा का प्रयोग कैसे करना चाहिए। आपको कितने समय तक हिमालय साइस्टोन टैबलेट Tablet का सेवन करने की जरुरत है इसके बारे में जानकारी पाने के लिए कृपया अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

Q) कितनी बार हिमालय साइस्टोन टैबलेट प्रयोग करने की जरुरत होती है?
Ans :– दिन में दो बार या फिर दिन में एक बार को हिमालय साइस्टोन टैबलेट का प्रयोग करना चाहिए।

Q) क्या इसका उपयोग खाली पेट या भोजन के बाद खाली पेट का उपयोग करना चाहिए?
Ans :– सामान्य तौर पर खाने के बाद हिमालय साइस्टोन टैबलेट का सेवन करने के बारे में बताया है।

Q) क्या इस उत्पाद का उपयोग करते समय भारी मशीनरी को चलाने या संचालित करना सुरक्षित है?
दोस्तो वो आपके ऊपर निर्भर करता है अगर आपको दवाई लेने के बाद नींद या अन्य कोई दिक्कत नहीं होती है तो आप नॉर्मली कोई भी काम कर सकते है।

निष्कर्ष :– cystone tablet use in Hindi आर्टिकल में हमने cystone tablet के बारे में जानकारी ली है जैसे कि cystone tablet के फायदे, नुकसान, डोज, लाभ,कैसे काम करता है आदि। तो दोस्तो मैं आशा करती हूं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपको हमारे आर्टिकल पसंद आया हो तो आप हमें कॉमेंट करे और इस पोस्ट को शेयर करे। धन्यवाद दोस्तो।

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