अंजीर के फायदे और नुकसान : डायबिटीज, पाचन तंत्र, हार्ट रोग और कैंसर से लड़ने में सहायक

अंजीर के फायदे और नुकसान | Figs Benefits and side effects
5/5 - (1 vote)

अंजीर के फायदे, उपयोग और नुकसान

आज के आर्टिकल अंजीर के फायदे और नुकसान में बात करेंगे की अंजीर क्या है। अंजीर के प्रकार कितने है। अंजीर फल के लाभ क्या है। अंजीर ज्यादा खाने के नुकसान क्या है। अंजीर को स्टोर कैसे करे। अंजीर में कौन कौन से पोषक तत्व पाया जाता है। इन सभी के बारे में डिटेल से जानेंगे ।

अंजीर के फायदे और नुकसान के बारे में

अंजीर (figs) उन फलों में से एक है, जो फल के रूप में तो स्वादिष्ट लगते ही हैं, लेकिन सूखने के बाद सेहत के लिए और गुणकारी साबित होते हैं। अंजीर को फल और ड्राईफ्रूट दोनों प्रकार से खाया जाता है। अंजीर (Figs) में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसे सर्दियों के दिनों में अंजीर खूब खाया जाता है। दूध में अंजीर डालकर सेवन करने से करने से कई बीमारियों में फायदा मिलता है। अंजीर में मौजूद गुण सेहत को फायदा पहुंचाते हैं, लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में अंजीर का सेवन किया जाए तो ये कुछ परेशानियों की वजह बन सकता है।

दुनियाभर में अंजीर को औषधीय और खाने का स्‍वाद बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। इस कुरकुरे और मीठे फल का इस्‍तेमाल कई वर्षों से रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। अंजीर को स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद माना जाता है। बात करे अंजीर के महत्वपूर्ण तथ्य के बारे में जो निम्न है:

अंजीर के कुछ महत्पूर्ण बाते :

वानस्‍पतिक नामफिकस कैरिका
वंशमोरेसी
सामान्‍य नाम फिग, कॉमन फिग, अंजीर
संस्‍कृत नामअंजीरम्
उपयोगी भागफल, पत्तियां, छाल और जड़
गुणशीतल
भौगोलिक विवरणअंजीर की उत्‍पत्ति एशिया के भूमध्य और पश्चिमी भाग में मानी जाती है एवं इसे भारत, चीन तथा अफ्रीका समेत कई देशों के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय भागों में उगाया जाता है। अमेरिका और यूरोप के कुछ हिस्‍सों में भी अंजीर की खेती की जाती है। तुर्की दुनिया में अंजीर का सबसे बड़ा उत्पादक है।

अंजीर क्या है । What are Figs in Hindi

अंग्रेजी में इसे फिग कहा जाता है, जबकि इसका वैज्ञानिक नाम फिकस कैरिका (Ficus carica) है। वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है कि यह पेड़ फिकस प्रजाति से संबंधित है और शहतूत परिवार का सदस्य है। इसके फल का रंग हल्का पीला होता है, जबकि पकने के बाद गहरा सुनहरा या बैंगनी हो सकता है।

यह पहाड़ी क्षेत्रों में आसानी से पाए जाने वाली फल का पेड़ है । पेड़ की ऊंचाई 7-10 मीटर तक हो सकती है। अंजीर के पेड़ की छाल चिकनी और सफेद रंग की होती है। यह पेड़ मुख्य रूप से सूखे और धूप वाली जगह पर तेजी से उगता है और जड़ बेहद गहरी होती हैं।

अंजीर रसीला और गूदेदार फल होता है। दिलचस्‍प बात है कि अंजीर का स्‍वाद इस बात पर निर्भर करता है कि इसे कहां उगाया गया है एवं यह कितना पका है। कब्‍ज, जुकाम और फेफडों से संबंधित रोगों के इलाज में अंजीर को लाभकारी माना गया है। पुराने समय में मानव द्वारा उगाए जाने वाले फलों में अंजीर का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं इस फल का उल्‍लेख बाइबिल तक में किया गया है।
इसके ऐसा माना जाता है कि अंजीर के एक पेड़ की उम्र करीब 100 वर्ष होती है। हिमालय और शिवालिक एरिया में यह बहुतायत पाए जाते हैं। ईरान, भारत और मध्य-पूर्व के देशों में रहने वाले इसका सेवन अधिक मात्रा में करते हैं।

इसे भी पढ़े :

अंजीर के प्रकार | Types of Figs in Hindi :

लेख में आगे जानते हैं कि इसके कितने प्रकार होते हैं।

अंजीर की दुनिया भर में कई अलग अलग प्रजाति पाई जाती है और लगभग 700 अलग-अलग नामों से जाना जाता हैं। हर प्रकार का अपना अलग स्वाद व मिठास है। लेकिन गुण यानी कहे तो अंजीर खाने के लाभ लगभग एक जैसे हो सकते हैं। अंजीर के सबसे ज्यादा प्रचलित प्रकार इस तरह से निम्न है।

  • ब्लैक मिशन (Black Mission) : इसके बारे में बात करे तो यह देखने में बाहर से इसका रंग काला या हल्का बैंगनी होता है, जबकि अंदर से गुलाबी होता है। यह अंजीर न सिर्फ खाने में मीठा होता है, बल्कि इसमें रस भी अधिक मात्रा में होता है। इसे केक में या फिर खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
  • कडोटा (Kadota) : अंजीर का यह प्रकार हरे रंग का होता है और इसमें बैंगनी रंग का गूदा होता है।इसे कच्चा खाया जा सकता है, लेकिन इसे गर्म करके और ऊपर हल्का नमक डालकर भी खाया जा सकता है। यह अंजीर के सभी किस्मों में सबसे कम मीठा होता है।
  • कैलीमिरना (Calimyrna) : यह बाहर से हरे-पीले रंग का होता है। इसका आकार अन्य किस्मों के मुकाबले सबसे बड़ा होता है और इसका स्वाद भी सबसे अलग होता है।
  • ब्राउन तुर्की (Brown Turkey) : इस अंजीर का बाहरी रंग बैंगनी और गूदा लाल होता है। इसका स्वाद हल्का और कम मीठा होता है। इसका प्रयोग सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
  • एड्रियाटिक (Adriatic) : इसका रंग हल्का होने के कारण इसे सफेद अंजीर भी कहा जाता है।इसकी बाहरी परत हल्की हरी और अंदर से गुलाबी होती है। यह सबसे मीठा होती है और इसे फल के तौर पर खाया जा सकता है।
  • तो यह थी कुछ अंजीर के प्रकार जिसका लाभ शरीर के लिए सामन ही होता है लेकिन स्वाद अलग अलग होता है।

अंजीर के फायदे । Benefits of Figs in Hindi :

इतना तक जानने के बाद अब इस लेख में आगे जानते हैं कि अंजीर के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।

  • अंजीर आज हर रसोई में अपना घर बना चुका है। अंजीर के सेवन से स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। साथ ही अगर कोई बीमारी है, तो लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। साथ ही मिठास की वजह से आप इसे कई मिठाईयों में तो शामिल कर ही सकते हैं, लेकिन इसके पौष्टिक होने और कई स्वास्थ्य के लिए कई फायदे होने की वजह से इसकी मिठास और बढ़ जाती है।
  • अंजीर के सेवन से स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। साथ ही अगर कोई बीमारी है, तो लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। हां, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो इस अवस्था में डॉक्टर से इलाज करवाना ही सही होगा। यहां हम वैज्ञानिक प्रमाण के सहित बता रहे हैं कि अंजीर किस प्रकार फायदेमंद है। इनमें से कुछ शोध जानवरों पर किए गए हैं।
  • अंजीर का उपयोग हड्डियों के लिए । (Anjeer for Bones in Hindi) : अंजीर में कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम से प्रचुर होता है जो हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए प्रमुख तत्व हैं। इसका सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसे हड्डियों के विकारों से भी बचाव मिलता है। चूँकि यह फॉस्फोरस का भी एक समृद्ध स्रोत है, इसलिए यह हड्डियों के विकास को बढ़ाता है और उनके टूटने फूटने से भी बचाता है।
  • अंजीर खाने के फायदे गले के दर्द से राहत दिलाएं (Figs For Sore Throat in Hindi) : अंजीर ना केवल गले में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है बल्कि गले की सूजन (Cheek inflammation) के उपचार के लिए भी उपयोगी है। यह स्वरतंत्री (vocal-chords) पर पड़ रहे स्ट्रैस को कम कर, उसमें हो रहे दर्द को भी कम करता है। यह खांसी एवं अन्य श्वसन पथ से सम्बंधित विकारों का इलाज करने में भी अत्यंत सक्षम है। अंजीर के पेस्ट को गर्म पानी के साथ घोलें और इसे अपने गले पर लगाएं। यह दर्द को कम करेगा और आपके गले को राहत देगा।
  • अंजीर के लाभदायक गुण कैंसर से संरक्षण करें (Figs help prevent Cancer in Hindi) : रजोनिवृत्ति के बाद, शरीर में अक्सर हार्मोन का उतार-चढ़ाव होता रहता है और ये उतार-चढ़ाव हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं, जो मुक्त कणों (कैंसर के विकास के प्रमुख स्रोत) से लड़ने के लिए एंटीऑक्सीडेंट की क्षमता को प्रभावित करता है। इस प्रकार, अंजीर हॉर्मोन्स को संचालित कर महिलाओं में रजनोवृत्ति (menopause) के बाद होने वाले स्तन कैंसर की संभावना को बहुत हद तक कम कर देता है।
  • कोलोन कैंसर की खतरा कम करने में : अंजीर का नियमित रूप से सेवन करने पर कोलन कैंसर का खतरा कम हो सकता है। अंजीर में मौजूद फाइबर शरीर के मल को जल्दी त्यागने में मदद करता है, जो कोलन कैंसर की रोकथाम के लिए फ़ायदेमं हो सकता है। अंजीर के बीजों में श्लेष्म का स्तर भी अधिक होता है जो कोलन में जमा मल को एकत्र करता है और उसे बाहर निकालने में मदद करता है।
  • अंजीर खाने के फायदे हृदय रोग से बचाव में (Figs for Heart Patients in Hindi) : कोरोनरी हृदय रोग एक घातक ह्रदय रोग है जो मुख्य रक्त वाहिकाओं को अपना शिकार बना कर रक्त-प्रवाह को बाधित करता है। अंजीर आपके रक्त में ट्राइग्लिसराइड (triglyceride) के स्तर को कम करने में मदद करती है और आपके ह्रदय के स्वास्थ्य में सुधार करता है। ट्राइग्लिसराइड्स रक्त में मौजूद वसा के कणों को कहते हैं जो हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण हैं। सूखे अंजीर में फिनोल, ओमेगा 3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स पाया जाता है। ये फैटी एसिड कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम करने में अति सक्षम होते हैं।
  • अंजीर का सेवन आँखो के लिए (Figs for Macular Degeneration Treatment in Hindi): अंजीर में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए यह आपकी दृष्टि को बढ़ाने और मैक्युलर डीजेनेरेशन को रोकने में मदद करता है। विटामिन ए एक एंटीऑक्सीडेंट है जो आंखों के स्वास्थ्य में सुधार करने के साथ-साथ आंखों को मुक्त कणों से भी बचाता है और रेटिना में क्षति होने से रोकता है।
  • उम्र के साथ आँखो में मैक्युलर डीजेनेरेशन (Macular Degeneration) होना बहुत ही आम बात है और यह आँखों की दृष्टि में कमी आने की एक वजह होती है। अंजीर खाने से यह प्रतिक्रिया बहुत ही धीमी हो जाती है। तो इस तरह से आंख के लिए भी हेल्पफुल है।
  • अंजीर का उपयोग मूत्र पथ समस्याओं के लिए (Figs for urinary tract infection in Hindi): अंजीर में अधिक मात्रा में पोटैशियम होता है जो मूत्र द्वारा शरीर से बाहर निकलने वाले तत्व को नियंत्रित करता है। यह कैल्शियम को नष्ट होने से रोकता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल फेंकता है।
  • अंजीर के फायदे मधुमेह के रोगियों के लिए (Figs for Diabetes in Hindi): जैसा की अंजीर पोटैशियम का एक समृद्ध स्रोत है ।
  • अंजीर के लाभ उच्च रक्तचाप को घटायें (Anjeer for High Blood Pressure in Hindi) : अगर दैनिक आहार में अंजीर का सेवन आपके रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। अंजीर में फाइबर ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है जो रक्तचाप के जोखिम को कम करने में मदद करता है इसके साथ-साथ अंजीर में ओमेगा – 3 और ओमेगा -6 भी होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। अंजीर में पोटैशियम ज़्यादा मात्रा में और सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है इसलिए इसके ये पोषक गुण इसको हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए सर्वोत्तम बनाते हैं।
  • बालों के लिए अंजीर के फायदे : अक्सर पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं। चूहों पर की गई एक रिसर्च के अनुसार नारियल का तेल और सोयाबीन जैसे प्राकृतिक तत्वों के साथ अंजीर को मिलाकर तैयार किया गया फॉर्मूला बीटा कैरेटीन के उत्पादन को बढ़ा कर बालों के विकास को प्रेरित कर सकता है। वहीं, एक में रिसर्च पाया गया है कि अंजीर की पत्तियों का अर्क एंड्रोजेनिक एलोपिशिया (एक प्रकार का गंजापन) जैसी समस्या से बचाव में फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटीइन्फ्लामेट्री और एंटी-एंड्रोजन गुण बालों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
  • अंजीर के लाभ कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए (Anjeer Treatment for Cholesterol in Hindi) : अंजीर में पेक्टिन (pectin) नामक एक घुलनशील फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी होता है। अंजीर में मौजूद फाइबर आपके पाचन तंत्र में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को साफ़ करता है और उसे खत्म करने के लिए कोलेस्ट्रॉल को आंतों तक ले जाता है। सूखे अंजीर समग्र कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं क्योंकि उनमें ओमेगा -3, ओमेगा -6 फैटी एसिड और फाइटोस्टेरॉल मौजूद होते हैं जो शरीर में प्राकृतिक कोलेस्ट्रॉल संश्लेषण को कम करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी नियमित रखते हैं। अंजीर में विटामिन बी 6 भी मौजूद होता है जो शरीर में सेरोटोनिन (serotonin) के उत्पादन का कारण बनता है। यह सेरोटोनिन आपके मूड को अच्छा करता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
  • अंजीर का उपयोग कब्ज़ से छुटकारा दिलाये (Anjeer for Constipation in Hindi): यह मल-त्यागने की क्रिया को बहुत ही आसान बना देता है और उसे नियमित भी करता है। दो अंजीर को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाने से और ऊपर से उसी पानी को पीने से पेट साफ हो जाता है।अंजीर में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। एक मध्यम आकार (50 ग्राम) के अंजीर में 1.45 ग्राम फाइबर होता है, जो ना केवल कब्ज़ से राहत दिलाता है अपितु उससे बचाव भी करता है। अंजीर का सेवन करने से डायरिया से भी बचा जा सकता है। अंजीर पाचन शक्ति में सुधार करके उससे सम्बंधित समस्याओं का अंत करता है।
  • अंजीर के लाभदायक गुण यौन रोगों का उपचार करें (Anjeer for Sexual Health in Hindi): परंपरागत रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में अंजीर का इस्तेमाल यौन रोगों को ठीक करने के लिए किया गया है। यह यौन संचारित रोगों के लिए भी एक सफल उपचार माना जाता है, हालांकि अनुसंधानो से इसके सकारात्मक प्रभाव की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। यह स्तंभन दोष के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। पौराणिक कथाओं में अंजीर को एक शक्तिशाली यौन पूरक के रूप में देखा गया है। यौन शक्ति बढ़ाने के लिए 2-3 अंजीर पूरी रात दूध में सोखने के लिए छोड़ दें और सुबह खा लें। यह प्रजनन स्वास्थ्य (reproductive health) को भी बढ़ाता है। जिस तरह गर्भावस्था में अंजीर अच्छा है, गर्भवती स्त्रियों में लौह की कमी को भी पूरा करता है।
  • अंजीर के फायदे वजन घटाने के लिए (Figs for Weight Loss in Hindi) : अंजीर वजन घटाने में अत्यंत सहायक होता है, इस वजह से इसको मोटे लोगों को खाने की सलाह भी दी जाती है। परंतु इसके अधिक सेवन से सावधान रहें क्योंकि इससे आपका वजन बढ़ भी सकता है, ख़ासकर यदि आप इसे दूध के साथ लें तो।
  • प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए अंजीर खाने के फायदे अगर हमारी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं होगी, तो कई बीमारियां हमारे शरीर को घेर लेती हैं। इसलिए, प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करना है, तो उसके लिए अंजीर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अंजीर में पॉलीसेकेराइड नामक कंपाउंड पाया जाता है, जिसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटर प्रभाव होता है। इम्यूनोमॉड्यूलेटर प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का काम करता है।
  • झुर्रियों को रोकने में अंजीर के गुण : चेहरे पर असमय पड़ने वाली झुर्रियां खूबसूरती पर दाग साबित होती हैं। इससे बचने के लिए अंजीर का प्रयोग किया जा सकता है। अंजीर के फल का रस स्किन मेलेनिन और सीबम (शरीर से निकलने वाला एक प्रकार का तेल) के स्तर को कम कर सकता है। साथ ही यह स्किन को हाइड्रेट रख सकता है। इसलिए, अंजीर को हाइपर पिगमेंटेशन, कील- मुंहासों और झुर्रियों के इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है ।

इसे भी पढ़े :

अंजीर की तासीर :

जैसा की लगभग आप सभी को पता है अंजीर की तासीर गर्म होती है और अधिक मात्रा में सेवन करने से यह शरीर में रक्तस्राव का कारण भी बन सकती है। यदि अंजीर खाने के बाद आपको गुदा या योनि रक्तस्राव हो रहा है तो इसका सेवन करना बंद करें और यह देखें की उपयोग न करने से रक्तस्राव कम हो रहा है या नहीं, यदि नहीं, तो अपने डॉक्टर से जांच करवाएं। अंजीर का उपयोग करने से रेटिना रक्तस्राव, रेक्टल रक्तस्राव और योनि में हल्का रक्तस्राव हो सकता है और हेमोलिटिक एनीमिया जैसी समस्या भी हो सकती है।

अंजीर के पौष्टिक तत्व । Figs Nutritional Value in Hindi :

अंजीर में पाए जाने वाले जो तत्व महत्वपूर्ण हैं उनमें से निम्न हैं।

महत्वपूर्ण तत्वमात्रा
तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी 79.11 ग्राम
ऊर्जा 74 कैलोरी
प्रोटीन 0.75 ग्राम
कुल लिपिड (वसा)0.3 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 19.18 ग्राम
फाइबर 2.9 ग्राम
शुगर16.26 ग्राम
कैल्शियम 35 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 17 मिलीग्राम
फास्फोरस14 मिलीग्राम
पोटैशियम 232 मिलीग्राम
विटामिन सी (कुल एस्कॉर्बिक एसिड)2 मिलीग्राम
ल्यूटिन + जेक्सेंथिन9 माइक्रोग्राम
अंजीर का उपयोग । How to Use Figs in Hindi :

आगे जानते हैं की अंजीर के पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए इसे कैसे इस्तेमाल करें।

  • अंजीर को फल के तौर पर या फिर सुखाकर दोनों प्रकार से खाया जा सकता है। अंजीर के औषधीय गुण लेने के लिए इसे यहां बताए जा रहे विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है।
  • अंजीर खाने का सही तरीका यह है कि इसे या तो ऐसे ही खाएं या फिर छिलका उतार कर खा सकते हैं।
  • सूखी अंजीर को अपने साथ कहीं भी ले जाना आसान है। इसलिए, अगर आप किसी यात्रा पर जा रहे हैं, तो अंजीर को अपने साथ ले जा सकते हैं।
  • इसे सैंडविच या फिर सलाद में डालकर भी खाया जा सकता है। इससे सैंडविच और सलाद का स्वाद तो बढ़ेगा ही, साथ ही जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
  • ताजे अंजीर के फल को केक या फिर आइसक्रीम के ऊपर सजाकर भी खाया जा सकता है।
  • ताजे के मुकाबले में सूखे अंजीर में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए, अगर आप घर में कोई मीठा व्यंजन बनाते हैं, तो चीनी की जगह इसका प्रयोग कर सकते हैं। इससे न सिर्फ मीठे व्यंजन का स्वाद बढ़ेगा, बल्कि उसे खाने से जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
  • अंजीर का इस्तेमाल केक, पुडिंग व जैम आदि बनाते समय भी कर सकते हैं।
  • मुसली बार और दलिया बनाते समय भी सूखे अंजीर का इस्तेमाल किया जाता है। यह अंजीर खाने के तरीके में शामिल है।
  • सूखी अंजीर को सूप में भी डाल सकते हैं।
  • विभिन्न जगहों पर शुगर की जगह अंजीर के पेस्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • अंजीर को कैसे खाएं ये जानने के बाद, लेख में आगे जानते हैं कि अंजीर को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है।
अंजीर को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें । How to Store Figs in Hindi :

ताजे अंजीर नाजुक होते हैं, इसलिए ज्यादातर सूखे अंजीर की प्रयोग में लाया जाता है। चलिए, जानते हैं कि दोनों तरह के अंजीर को सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है।

  • अंजीर खाने का सही तरीका यह है कि इन्हें हमेशा धो कर खाएं।
  • ताजे अंजीर की यानी एक्सपायरी डेट ज्यादा लंबी नहीं होती। इसलिए, जब आप इन्हें बाजार से खरीदकर लाएं, तो तुरंत जिप वाले पाउच या प्लास्टिक बैग में अच्छी तरह ढककर फ्रिज में रख दें।
  • सूखे अंजीर को लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है। फिर चाहे आप इसे फ्रिज में रखें या फिर सूखी और ड्राई जगह पर रखें।
  • थोड़े से पके हुए अंजीर के फल को कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है। बस ध्यान रहे कि ये पूरी तरह पकने तक सूरज की किरणों के संपर्क में न आएं।
  • एक बात का ध्यान रखें कि ताजे अंजीर के फल जल्दी खराब हो जाते हैं, इसलिए प्रयास करें कि इन्हें दो-तीन दिन में खत्म कर दें।
  • सूखे अंजीर को तीन महीने से अधिक समय के लिए सीलबंद कंटेनर में संभाल कर रखा जा सकता है।
  • अंजीर सीलबंद कैन में भी आते हैं, जिनकी शेल्फ लाइफ करीब 6 महीने की होती है, लेकिन एक बार कैन खुल जाने के बाद इन्हें एक हफ्ते में खत्म कर देना चाहिए।

इसे भी पढ़े :

अंजीर के नुकसान । Side Effects of Figs in Hindi :

अधिक मात्रा में अंजीर का सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकता है जो निम्न है :

  • पथरी की वजह – अंजीर में ऑक्सलेट मौजूद होता है जो पथरी का खतरा बढ़ाता है। ज्यादा मात्रा में अंजीर खाने की वजह से पथरी हो सकती है।अगर किडनी स्टोन है तो अंजीर खाने से बचना चाहिए
  • पेट में दर्द – अंजीर पाचन के लिए फायदेमंद है, लेकिन ये पाचन से जुड़ी कई दिक्कतों की वजह भी बन सकता है। ज्यादा अंजीर खाने की वजह से पेट में भारीपन की परेशानी हो सकती है। अंजीर खाने से पेट में दर्द हो सकता है.अंजीर सख्त होते हैं ये लिवर और आंतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अंजीर खाने से आंतों में रुकावट पैदा हो सकती है।
  • माइग्रेन का कारण – अंजीर में सल्फाइट मौजूद होता है। इसकी वजह से माइग्रेन की दिक्कत हो सकती है। सिर दर्द या माइग्रेन होने पर अंजीर का सेवन नहीं करना चाहिए। सिर दर्द में अंजीर खाने से परेशानी बढ़ सकती है।
  • दांत कमजोर करे – अंजीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। ज्यादा अंजीर खाने की वजह से दांतों में परेशानी हो सकती है. ये दांतों को सड़ाकर कमजोर कर सकता है।
  • मोटापे के कारण बन सकती है – अंजीर का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए, नहीं तो इसमें मौजूद शुगर मोटापे का कारण बन सकती है।
  • ब्लड प्रेशर लॉ – उच्च रक्तचाप वालों को अंजीर खाने की सलाह दी जाती है, ताकि ब्लड ग्लूकोज व इंसुलिन की मात्रा संतुलित रह सके। इसलिए, कम रक्तचाप वालों को इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर करना चाहिए, वरना उनका रक्तचाप और कम हो सकता है।
  • एलर्जी – संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों को अंजीर के पत्तों से कभी-कभी जलन और खुजली की समस्या हो सकती है। इसमें मौजूद फ्यूरोकोमोरिंस नामक तत्व त्वचा समस्याओं का कारण बन सकता है।किसी-किसी को अंजीर खाने से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए यह खाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें ।
  • तो ये थी अंजीर के कुछ खामियां भी क्योंकि जहां ज्यादा लाभ होती है वहा कुछ न कुछ नुकसान भी देखने को मिलती है।

इसे भी पढ़े :

FAQ : अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q.अंजीर कहां से खरीदें?

अंजीर किसी भी सुपरमार्केट में आसानी से मिल जाते हैं। बेहतर होगा कि अंजीर को खरीदने से पहले जांच लें कि कहीं ये फल खराब न हों। साथ ही अगर सूखे अंजीर खरीद रहे हैं, तो उनकी एक्सपायरी डेट जांच लें।

Q.अंजीर की कीमत कितना होती है।

अंजीर की कीमत लगभग हरेक जगह अलग अलग हो सकती है डिपेंड करता है जगह पर।

Q) क्या गर्भावस्था में अंजीर खाना सुरक्षित है?

Ans– हां, गर्भावस्था में सीमित मात्रा में अंजीर खाना सुरक्षित है। इस दौरान अंजीर के नुकसान कम हैं, लेकिन अगर गर्भवती महिला किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से जूझ रही है या एलर्जी के प्रति संवेदनशील है, तो उसे डॉक्टर से सलाह लेकर ही अंजीर का सेवन करना चाहिए।

Q) क्या अंजीर और दूध साथ में ले सकते हैं?

Ans– हां बिल्कुल, अंजीर का सेवन दूध के साथ किया जा सकता है। कई जगहों पर अंजीर को दूध से बने आहार में शामिल किया जाता है।

Q) सूखे अंजीर की तासीर कैसी होती है ?

Ans– सूखे अंजीर की प्रकृति गरम होती है ।

Q) अंजीर को खाने के तरीके क्या हो सकते हैं ?

Ans– अंजीर को फल या मेवे के रूप में खाया जा सकता है। इसे कई मिठाइयों और दलिया आदि में डाला जा सकता है। इसे खाने के विभिन्न तरीकों के बारे में हमने लेख में ऊपर विस्तार से बताया है।

Q) पुरुषों के लिए अंजीर क्यों फायदेमंद है ?

Ans– अंजीर का सेवन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ सकती है और उनका प्रजनन स्वास्थ्य सुधर सकता हैं।

Q) क्या गर्मियों में अंजीर खा सकते हैं ?

Ans– हां, गर्मियों में फल व सूखे अंजीर का सेवन संतुलित मात्रा में किया जा सकता है।

निष्कर्ष :

अंजीर के फायदे और नुकसान के बारे में, अंजीर के फायदे और नुकसान आर्टिकल में हमने अंजीर के फायदे और नुकसान बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की है जैसे कि अंजीर के फायदे, नुकसान, लाभ, पोषक तत्त्व क्या है आदि। तो दोस्तो आशा करती हूं कि आपको हमारा अंजीर के फायदे और नुकसान आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़ी कोई सवाल या जवाब है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।

Spread the love

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *