बच्चे को ज्यादा रोने के ये 5 कारण, मां को पता होनी चाहिए

बच्चे को ज्यादा रोने के ये 5 कारण, मां को पता होनी चाहिए
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बच्चे को ज्यादा रोने के कारण

जैसा कि आप सभी को पता है बच्चे को अपने जरूरत की बात बताने के लिए बच्चे के पास एक ही उपाय होता है और वो है रोना।

बता दे नवजात शिशु रोकर ही अपनी कोई भी बात कहते हैं। इसलिए मुख्य रूप से शिशु दिन भर में दो से तीन घंटे रोता है। और बच्‍चे के रोने के कई कारण भी होते हैं। इसलिए अगर बच्‍चा बोलना शुरू नहीं किया तो आपके लिए यह जानकारी होना बहुत जरूरी है कि बच्‍चा किन किन कारणों से रोता है।

  • भूख के कारण – सबसे पहले बच्‍चों के रोने का सबसे मुख्य कारण भूख लगना ही होता है। इसलिए जब आप बच्‍चे के भूख लगने के इशारों को समझ जाएं, तो उसके रोना शुरू करने से पहले ही दूध पिला सकती हैं। ज्यादातर समय बच्‍चे भूख की कारण से ही रोते हैं और जैसे ही दूध दिया जाता है वैसे ही बच्चे चुप हो जाते हैं।

नोट :– जन्‍म के बाद से लेकर तीन महीने तक शिशु को हर घंटे में भूख लगती है और भूख के बारे में बोलने के लिए वो धीमी आवाज में रोना शुरू करते हैं।

बच्चे को ज्यादा रोने के ये 5 कारण, मां को पता होनी चाहिए
  • थकान – बच्चे को ज्यादा देर सोने से बच्‍चे को थकान होने लगता है जिसकी वजह से बच्चा चिड़चिड़ा होकर रोने लगती है । ऐसे में बच्चे घूमने के लिए रोना शुरू कर देता है।इसके लिए बच्चे को एक स्वच्छ चादर में लपेटकर कंधे से लगाकर बच्चे को टहलाए जिससे बच्चा चुप हो जाएगा।
  • कोलिक और गैस – पेट से जुड़ी बिमारियां जैसे कि गैस या कोलिक दर्द की कारण से भी बच्‍चे रोते हैं। वैसे बता दे कोलिक दर्द बच्चे दिन में कम से कम तीन घंटे और सप्‍ताह में कम से कम तीन दिन जरूर रोते हैं। और ये बात जानना जरूरी है की अगर बच्चा दूध पीने कर पेट भरने के बाद भी रोता है तो उसका मुख्य कारण होता है बच्चे के पेट में गैस या कोलिक दर्द जरूर हो रहा हो ।इसके लिए बच्चे को अगर आपके पास एवलेबल है तो ग्राइप वाटर देकर चुप करा सकते हैं। खासकर बच्चे का कोलिक दर्द जन्म से लेकर एक महीने तक होता है।
  • नींद की कमी की वजह से रो सकता है – बच्चे को छह महीने होने के बाद बच्चे अपने आप ही सोना सीख जाते है । लेकिन कभी कभी बच्‍चे को अपनी मां या पिता की आदत होती है जिनके बिना नहीं सोते हैं। स्‍लीप शेड्यूल बनने के बाद भी बच्चे को आपके बिना नींद आने में समस्या हो सकती है और वो रो कर ही आपको अपने पास बुला सकता है।
  • डकार लेने के लिए – जैसा की अगर बच्‍चा दूध पीने या खाना खाने के बाद भी रो रहा है तो हो सकता है बच्चे डकार लेने के लिए रो सकता है क्योंकि डकार नही होने पर बच्चा असहज महसूस कर सकता है। इसलिए,

शिशु को दूध पिलाने के बाद उसे कंधे से लगाकर रखें और उसकी पीठ सहलाते रहें। इससे बच्‍चे को जल्‍दी डकार आ जाती है।

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