अधिक मात्रा में काली चाय पीना नुकसान साबित हो सकता है हार्ट फ़ैल हो सकता है

अधिक मात्रा में काली चाय पीना नुकसान साबित हो सकता है हार्ट फ़ैल हो सकता है
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काली चाय पीने के नुकसान :

चाय अच्छी मानी जाती है तथा इसके अलग-अलग स्वाद और प्रकार अपने-अपने फायदे के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काली चाय भी कुछ लोगों के बहुत फायदेमंद होती है तथा कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक।यहां जानिए काली चाय के नुकसान के बारे में–

काली चाय पीने के नुकसान । Side Effects of Black Tea in Hindi :

किसी भी चीज की अधिकता नुकसान पहुंचाती है। ठीक उसी तरह कैफीन की मौजूदगी के कारण काली चाय पीने के नुकसान देखने को मिल सकते हैं। यहां ब्लैक टी सेवन के कुछ आम साइड इफेक्ट्स हैं। इसलिए आहार विशेषज्ञ लगातार कैफीन की अत्यधिक खपत के खिलाफ चेतावनी देते हैं क्योंकि यह अवांछित साइड इफेक्ट्स जैसे अनिद्रा, सांस लेने में परेशानी और नाड़ी की दर में वृद्धि करता है।

गर्भावस्था – यदि आप गर्भवती महिला हैं, तो आपको काली चाय का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि काली चाय में कैफीन की मात्रा ज्यादा मौजूद होती है। अत: अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। नहीं तो बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। स्वास्थ्य पेशेवरों के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं को एक दिन में दो कप से अधिक काली चाय या ब्लैक टी नहीं पीना चाहिए। अन्य प्रकार की चाय की तुलना में, काली चाय अधिकतम कैफीन सामग्री से भरा हुआ है। चूंकि काली चाय कैफीन से भरी हुई है, इसलिए यह गर्भपात के खतरे को बढ़ाती है।

  • किडनी स्टोन : जिन व्यक्तियों को किडनी स्टोन की प्रॉब्लम है, उन्हें काली चाय का सेवन करने से बचना चाहिए।क्योंकि काली चाय पीने से पथरी की समस्या हो सकती है।
  • अनिद्रा की समस्या : यदि आप नींद न आने की समस्या से ग्रसित हैं तो आपको अधिक मात्रा में काली चाय का सेवन करने बचना चाहिए, इससे अनिद्रा की शिकायत हो सकती है।
  • बार बार यूरिन आने की समस्या : काली चाय में मौजूद कैफीन किडनी के लिए ड्यूरेटिक (मूत्रवर्धक) की तरह काम करता है। इस कारण इसका अधिक सेवन मूत्र में पोटैशियम और सोडियम की मात्रा को बढ़ाकर बार-बार पेशाब आने का कारण बन सकता है।
  • दांत को नुकसान : अधिक मात्रा में सेवन के कारण यह दांतों की बाहरी परत इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है। दांतों के ऊपर एक सुरक्षा परत होती है, जिसे इनेमल कहा जाता है। इस परत के नष्ट होने पर दांतों में सेंसटिविटी बढ़ जाती है और दांत कमजोर होने लगते हैं।
  • चिंता : चिंता या तनाव के मरीजों के लिए कैफीन की अधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है। बेशक, ब्लैक टी में कैफीन की मात्रा कम होती है, लेकिन होती जरूर है। इसलिए, काली चाय का अधिक सेवन करने से बचें।
  • डायबिटीज़ रोगी भी अधिक सेवन से बचे : डायबिटीज के काली चाय के अधिक सेवन से बचें। क्योंकि कि यह ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है, ऐसे में इसका अधिक सेवन शुगर कम होने का जोखिम बढ़ा सकता है। टैनिन नाम के खास तत्व की मौजूदगी के कारण काली चाय के अधिक सेवन से बचे। टैनिन आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों के अवशोषण को कम कर सकता है। इसलिए खासतौर पर, भोजन के साथ चाय नहीं लेनी चाहिए
  • इसकी उच्च कैफीन सामग्री कार्डियोवैस्कुलर विकार, ग्लूकोमा, उच्च रक्तचाप और चिंता विकार वाले लोगों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

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Disclaimer :

इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं। यह वेबसाइट इनकी पुष्टि नहीं करता है। विशेष जानकारी के लिए विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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